सेहत और गुड़ की चाय

                            सेहत और गुड़ की चाय

                                                                                                                                                        प्रोफेसर आर एस सेंगर

गुड़ की चाय कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है जो शरीर को ऊर्जा देती है। इसके सेवन से गठिया और जोड़ों से जुड़ी समस्या से राहत मिलती है। गुड़ की चाय में जिंक और सेलेनियम जैसे खनिज होते हैं, जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देने में मदद करते हैं। यह चाय शरीर को गर्म रखने में सहायता करती है और सर्दी खांसी से तुरंत राहत देती है।

                                                                      

गुड़ की चाय अपने कफ निवारक गुणों के लिए जानी जाती है, जो छाती के जमाव, अस्थमा ब्रोंकाइटिस और खांसी से राहत दिलाने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट विशाक्त पदार्थ और अशुद्धियों को दूर करके शरीर को डिटॉक्सिफिकेशन करने में मददगार होते हैं। गुड़ की चाय पोटेशियम युक्त होने के कारण रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है।

गुड़ की चाय शरीर में मौजूद पाचन एंजाइम्स को उत्तेजित करती है, जिससे हमारी पाचन क्रिया बेहतर होती है। यह चाय कब्ज, सूजन और अपच जैसे पाचन विकारों को भी रोकती हैं। गुड़ की चाय एक प्राकृतिक पदार्थ है जो अस्वस्थ कर मीठे स्नैक्स की लालसा को नियंत्रित करने में मदद करती है।

                                                                       

यह मेटाबॉलिज्म में सुधार और वजन घटाने में सहायता करती है। इसमें एंटी इंप्लीमेंट्री गुण अच्छी मात्रा में उपलब्ध होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और उनकी सूजन को कम करने में मदद करते हैं। गुड़ की चाय सर्दी जुकाम आदि संक्रमणों से लोगों को बचाती है। दूध में गुड़ के साथ चाय पत्ती की जगह आधा चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर डालकर पीने से हृदय सम्बन्धी विभिन्न विकारों में फायदेमंद होता है। अपने इन्हीं गुणों के चलते गुड़़ चाय शक्कर की चाय से काफी बेहतर मानी जाती है।

लेखक : डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।