अब जॉब मार्केट में है नेटवर्क इंजीनियर की मांग

                         अब जॉब मार्केट में है नेटवर्क इंजीनियर की मांग

                                                                                                                                                                                      डॉ0 आर. एस. सेंगर

‘‘आप सीसीएनए और सीसीएनपी जैसे सर्टिफिकेट कोर्स करके इस क्षेत्र में अपने भविष्य संवार सकते हैं।’’

वर्तमान में कॉपोरेट जगत से लेकर सरकारी संस्थानों तक में नेटवर्क इंजीनियर की मांग बनी हुई है। नेटवर्क इंजरनियर एक आईटी इंजीनियर होता है, जिसके पास कंप्यूटर नेटवर्क को डिजाइन करने और उसका प्रबंधन करने का बेहतरीन विद्यमान गुण होता है। वह अपने ज्ञान एवं कौशल से डाटा, वीडियो, वायरलेस नेटवर्क और मल्टीमीडिया संचार नेटवर्क के समाधान को सक्षम बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नेटवर्क इंजीनियर की भूमिकाओं में क्लाउड नेटवर्क, सॉफ्टवेयर-डिफाइंड और वाइड एरिया नेटवर्क का संचालन आदि शामिल होते है।

                                                                  

ज्ञात हो कि डिजिटल कनेक्टिविटी के साथ ही अब यह क्षेत्र युवाओं के लिए कॅरिअर का एक शानदार विकल्प बनता जा रहा है, इस क्षेत्र में उन युवाओं की दिलचस्पी भी अधिक बढ़ रही है, जो कंपनी में कार्य करने के साथ-साथ एक फ्रीलांसर के रूप में भी काम करना चाहते हैं।

अपनी पात्रताओं को करें मजबूत

                                                                  

अगर आप नेटवर्क इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं, तो आपको 12वीं साइंस स्ट्रीम से उतीर्ण करनी होगी। 12वीं के बाद आप बीटेक इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र में अधिक कौशल विकसित करने के लिए आप सिस्को सर्टिफाइड नेटवर्क एसोसिएट (सीसीएनए) और सिस्को सर्टिफाइड नेटवर्क प्रोफेशनल (सीसीएनपी) जैसे सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिला ले सकते हैं और यदि आप अनुसंधान भूमिका के रूप में कार्य करना चाहते हैं, तो इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स में पीएचडी भी कर सकते हैं।

कोर्स के साथ इंटर्नशिप भी होती है आवश्यक

                                                                                     

नेटवर्क इंजीनियर बनने के लिए आप किसी बड़ी कंपनी या स्टार्टअप में इंटर्नशिप के लिए अवसरों की तलाश कर करें। इसके अलावा आप आकर्षक रिज्यूमे बनाकर लिंक्डइन, इंडीड या मॉनेस्टर जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म से इंटर्नशिप के लिए आवेदन भी कर सकते हैं। क्योंकि इंटर्नशिप आपके रिज्यूमे के महत्व को बढ़ा देती है, जिसकी मदद से आप नेटवर्क इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने कौशल को बढ़ा सकते हैं।

एंट्री लेवल जॉब से करें शुरुआत

                                                                   

स्नातक करने के बाद इस क्षेत्र में नौकरियों की कोई कमी नहीं है। आप शुरुआती स्तर पर नेटवर्क सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, या एडमिनिस्ट्रेटर इंजीनियर के रूप में कार्य कर सकते हैं। इसके अलावा आप नेटवर्क सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट, साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट आदि के रूप में भी कार्य कर सकते हैं।

जरूरी कौशल

यदि आपकी नेटवर्क इंजीनियरिंग के क्षेत्र में रुचि है, तो आपके पास क्लाउड कंप्यूटिंग नेटवर्क डिजाइन स्किल एवं प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे कौशल अवश्य होने चाहिए। वहीं इस क्षेत्र में वेतन की बात की जाए तो नेटवर्क इंजीनियर का वेतन उसकी योग्यता एवं कार्यानुभव पर निर्भर करता है। एक जूनियर नेटवर्क सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट लगभग 2,00,000 रुपये सालाना कमा सकता है। अनुभव बढ़ने के साथ-साथ वेतन में वृद्धि होती रहती है।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट में प्रवेश के लिए साइंस स्ट्रीम में निर्धारित अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण करना अनिवार्य है, जिसके बाद आप बैचलर ऑफ हॉस्पिटल मैनेजमेंट कर सकते हैं। इस कोर्स की अवधि 3 साल है। वहीं मास्टर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन और एमबीए इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन करने के लिए दो साल की अवधि निर्धारित है।

स्नातक डिग्री हासिल करने के बाद आप सहायक अस्पताल प्रशासक प्रबंधक के रूप में अपना करिअर शुरू कर सकते हैं। विभिन्न हॉस्पिटल सेक्टर्स में बतौर हेड ऑफ डिपार्टमेंट, मेडिकल डायरेक्टर, नर्सिंग डायरेक्टर, हेल्थकेयर फाइनेंस मैनेजर काम कर सकते है।

इसके अलावा देश के कुछ प्रमुख संस्थानों जैसे- वॉकहार्ट, मैक्स, टाटा, विप्रो, इंफोसिस, फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड, अपोलो हेल्थ केयर जैसी कंपनियों से जुड़ सकते हैं।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।