अप्रेजल एक मौका

                                     अप्रेजल एक मौका

                                                                                                                                                                             प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

समय-समय पर अपने काम का मूल्यांकन भी करते रहे

                                                                               

पेशवर दुनिया में अप्रेजल एक अहम प्रक्रिया होती है, क्योंकि यह आपके आगे बढ़ने का रास्ता भी है। इसलिए इसके माध्यम से अपने काम को बताने का सही तरीका आना भी जरूरी है। जब नौकरी कर रहे होते हैं तो आप व्यस्त काफी रहते हैं लेकिन आपको समय पर अपना मूल्यांकन पर भी ध्यान देना होगा। हर ऑफिस में अप्रेजल प्रक्रिया यानी कर्मचारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन समय समय पर होता ही है। इसके लिए कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है-

अपने काम चुनौतियां और उपलब्धियां के उदाहरण जरूरी

                                                                           

आपका अप्रेजल एक मौका होता है कि आप अपने मैनेजर को बता पाए कि किस तरह अपने कंपनी के काम में अपना योगदान दिया है। इस तरह आने वाले पदों के लिए या किसी नई नियुक्त की जगह आपके विकल्प की दावेदारी मजबूत बनती है। रिव्यू प्रक्रिया में जहां पर आपको अपने काम का उल्लेख करना हो यहां अब तक के सबसे उल्लेखनीय कामों को जरूर बताएं। इन कार्यों को आपने कैसे अंजाम दिया इसे भी संक्षेप में नोट करें या पूछा जाए तो बताएं। इसमें चुनौतियों का उल्लेख भी करें और उन पर आपने कैसे विजय हासिल की इसको भी सविस्तार बताएं।

अपना वास्तविक लक्ष्य बताएं

                                                                          

इस दौरान आपके अगले लक्ष्य के बारे में जरूर पूछा जाता है। जो भी लक्ष्य आप बताएं वह वास्तविकता से जुड़े होने चाहिए और आपके लिए उन्हें पाना भी संभव हो। इसके लिए अपनी कमजोरी और मजबूत पक्षों के बारे में भी सोचें। आगे बढ़ाने में जो पक्ष कमजोर साबित हो रहा हो उससे संबंधित सीखने के लक्ष्य बता सकते हैं या मजबूत पक्ष के आधार पर अपने लक्ष्य की योजना पेश करें। इसके लिए एक व्यवहारिक अवधि भी तय होनी चाहिए। इसमें छोटी अवधि के और लंबी अवधि के लक्ष्यों को बताया जाना चाहिए। इस तरह आपके मैनेजर को आपकी प्रेरणाओ रुचियां का पता चल सकेगा।

सकारात्मक अनुभवों को जताए सोच समझकर बताएं

                                                                         

जब काम की चुनौतियों के बारे में पूछा जाए तो अपने काम से संबंधित ऐसी चुनौतियों का उल्लेख करना चाहिए, जो अच्छे प्रदर्शन में संभावित रूप से बड़ा बने हो या आपको बेहतर मार्गदर्शन की जरूरत पर बात करनी चाहिए। अन्य समस्याओं को बताने का यह मौका नहीं होता है। इसलिए सकारात्मक अनुभवों को ध्यान में रखते हुए कार्य करेंगे तो आपको अपने करियर में सफलता और अधिक मिलेगी। इन जॉब टिप्स को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ेंगे तो इस पेशेवर दुनिया में आप सफल होंगे।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।