योगी सरकार का महत्वकाँक्षी प्रोजेक्ट हैल्थ एटीएम फिस्स

           योगी सरकार का महत्वकाँक्षी प्रोजेक्ट हैल्थ एटीएम फिस्स

1.46 करोड़ रुपये शासन से स्वीकृत हुए थे। इस बात को 11 महीने गुजर गए।

शहर में दस स्थानों पर लगने हैं, हेल्थ एटीएम, 1.46 करोड रुपये हुए थे स्वीकृत, 11 महीने में योजना की प्रगति-

राज्य की योगी सरकार की योजनाओं को उनके अफसर ही पलीता लग5ा रहे हैं। आम जन के लिए किफायती दरों पर विभिन्न प्रकार की बेसिक जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने मेरठ शहर में हेल्थ एटीएम स्थापित के निर्देश दिए थे। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को समन्वय बनाकर इस पूरी योजना को मूर्त रूप देना था।

स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम को 10 ऐसे स्थानों की सूची भी उपलब्ध करा दी थी, लेकिन नगर निगम अभी तक इसके लिए टेंडर भी जारी नहीं कर सका। फिलहाल स्थिति यह है कि हेल्थ एटीएम तो स्थापित हुए नहीं है, परन्तु इससे पहले उनके संचालन को लेकर दोनों विभागों के बीच में चिट्ठियों आदान प्रदान हो रहा हैं।

अप्रैल 2023 में मिली थी सौगातः

शासन के द्वारा शहरी क्षेत्र में हेल्थ एटीएम की सौगात अप्रैल 2023 को मिली थी। जिसके तहत पूरे शहर में 10 स्थानों हैल्थ एटीएम स्थापित किए जाने थे। इसके लिए प्रति हेल्थ एटीएम लागत 14.60 लाख रुपये आंकी गई थी और इस कार्य के लिए शासन के द्वारा लगभग 1.46 करोड़ रूपये की स्वीकृति भी मिल चुकी है।

छह महीने में योजना को धरातल पर उतारने का दावा करने वाले निगम अधिकारियों ने सरकार की महत्वपूर्ण योजना को कागज में ही डंप कर दिया है।

तीस प्रकार की जांचों की मिलनी थी सुविधाः

                                                                        

यदि यह योजना समय से फलीभूत हो जाती तो लगभग 30 जांचों की जांचों की सुविधा नाम मात्र शुल्क पर ही मिल जाती। इन जांचों में डायबिटीज, डेंगू, मलेरिया, हीमोग्लोबिन, त्वचा, कान, नाक, दांत, आंख, उच्च रक्तचॉप, ईसीजी, प्रेग्नेंसी, एचआईवी, थाइराइड, पल्स, आक्सीजन लेवल और कोलेस्ट्राल आदि की जांच सम्भव होती। हेल्थ एटीएम पर जाकर लोग कम समय और बिना किसी लाईन में लगे अपनी उक्त जांचे करा सकते थे।

इन स्थानों पर स्थापित किए जाने थे हेल्थ एटीएम

                                                                        

सीएमओ कार्यालय से नगर निगम को 26 जून 2023 को एक पत्र भेजा गया था। जिसमें ऐसे 10 स्थानों की सूची भी दी गई थी। साथ ही यह सुझाव दिया गया था कि इन स्थानों पर हेल्थ एटीएम स्थापित करना उचित होगा। इन स्थानों में जाकिर कालोनी, तारापुरी, ब्रह्मपुरी, कसेरू बक्सर, शताब्दी नगर, रिठानी, मलियाना, राजेंद्र नगर, नगलाबट्टू, कैट, कंकरखेड़ा के नगरीय स्वास्थ्य केंद्र शामिल है।

नगर निगम को 10 स्थानों की सूची काफी पहले ही उपलब्ध करा दी गई थी। हेल्थ एटीएम का सुपरविजन करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की है। समस्या यह है कि एटीएम स्थापित होने जाने के बाद उनके संचालन पर आने वाले खर्च को किस मद में डाला जाएगा, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है। शासन स्तर से मार्गदर्शन प्राप्त कर और इस समस्या का समाधान करके जल्द ही इस योजना को अमल में लाया जाएगा।

                                                                                                                                                                   -डा. अखिलेश मोहन, सीएमओ, मेरठ।

‘‘हेल्थ एटीएम स्थापित करने का आदेश पहले आ गया था जबकि इसके लिए धनराशि कुछ महीने पहले प्राप्त हुई है। अब इसके लिए नगर निगम टैंडर करने जा रहा हैं। इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग से संचालन को लेकर भी पत्राचार हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की सूची के अनुसार ही निगम हेल्थ एटीएम स्थापित करके उन्हे हस्तांतरित कर देगा।’’

                                                                                                                                                         -देवेंद्र कुमार, मुख्य अभियंता, नगर निगम