पैरों में नीले रंग की नसों के दिखाई देने का अर्थ

                     पैरों में नीले रंग की नसों के दिखाई देने का अर्थ

                                                                                                                                                                 डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

    जब कभी आपके पैरों में नीली नसें दिखने लगें तो संभव है कि ऐसा अधिक व्यायाम, गरम मौसम, धूप में रहने और तंग कपड़े पहनने के कारण हो सकता है। यह परेशानी बढ़ती उम्र, आनुवंशिकी और अधिक वजन के कारण भी उत्पन्न हो सकती है। यदि नसें लंबे समय तक नीली दिखाई देती हैं तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य ही करें। वह आपके स्वास्थ्य की कुछ जांच करने के बाद इलाज शुरू कर सकते हैं।

                                                               

वैसे जीवन-शैली में कुछ जरूरी बदलाव करके भी इस परेशानी को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस सम्बन्ध में कुछ समय के लिए व्यायाम से थोड़ा ब्रेक लें और आराम करें। गरम मौसम या धूप में बाहर न निकलें। ठंडक पाने के लिए छाया में रहने का प्रयास करें। कोशिश करें कि ढीले कपड़े ही पहनें। लंबे समय तक बैठना या खड़े रहना भी इसका एक कारण हो सकता है, इसलिए लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने से भी बचें। यदि आपका वजन अधिक है तो अपने वजन को घटाने का प्रयास करें।

हार्मोनल परिवर्तन आपकी नसों के स्वरूप को भी बदल सकते हैं। नशीले पदार्थों का सेवन भी इस परेशानी की वजह बन सकता है। चिकित्सकों के अनुसार, अधिकतर मामलों में नीली दिखने वाली नसें चिंता का कारण नहीं होती है। हालांकि जल्द से जल्द इस समस्या का निदान बेहद जरूरी है, क्योंकि इसके प्रति लापरवाही बरतने से नसों को प्रभावित करने वाले रोग अधिक गंभीर हो सकते है।

                                                                

इसमें रक्त के थक्के बनना और गहरी शिरा घनास्त्रता आदि शामिल होते हैं। यदि संदेह हो रहा है कि आपके शरीर में रक्त का थक्का जम गया है तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। अधिकतर मामलों में यह परेशानी चिकित्सक द्वारा बताए गए उपचार से ठीक हो जाती है, लेकिन अगर परेशानी ज्यादा है तो इसके लिए सर्जरी की आवश्यकता भी हो सकती है। इसमें भी चिकित्सक के पास कुछ विकल्प होते हैं।

लेखक डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा, जिला चिक्तिसालय के मेडिकल ऑफिसर हैं।