आगामी छह महीने में आईटी सेक्टर में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे

       आगामी छह महीने में आईटी सेक्टर में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे

                                                                                                                                                                       डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

आईटी सेक्टर में नई नियुक्तियां फिर से शुरू होने वाली हैं और आगामी छह महीनों के दौरान इस सैक्टर में लगभग 40,000 से अधिक युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी। वैसे, यह पिछले एक साल की तुलना में कम है। ’मिंट’ की रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर जैसे-जैसे आईटी सेवाओं की मांग में बढ़ोत्री होगी, तो उसी के अनुरूप नौकरियां भी बढ़ेंगी। यह नियुक्तियां कुछ बदलावों के साथ की जाएंगी।

                                                                             

पिछली कुछ तिमाही आईटी क्षेत्र में नई भर्तियों को लेकर निराशाजनक रही। राजस्व के मुताबिक शीर्ष पांच भारतीय आईटी कंपनियों की कर्मचारियों की संख्या 2023 में लगभग 65,000 कम हो गई। दिसंबर 2023 में इस सेक्टर में नई नौकरियों की संख्या दिसंबर 2022 की तुलना में 21 फीसदी और सितंबर 2023 की तुलना में चार फीसदी घटी आईटी कंपनियों ने आईटी सेवाओं की मांग कम होने के चलते नई नियुक्तियां नहीं की। जैसे- जैसे मांग में तेजी आएगी, वैसे-वैसे नियुक्तियां भी बढ़ाई जाएंगी।

  • 65 हजार नियुक्तिया कम हुई थी पिछली तीन तिमाही में
  • 21 फीसदी कम हुई नई भर्तियाँ वर्ष 2023 में 2022 के मुकाबले

इन क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहे रोजगार के अवसर

                                                                       

वर्ष 2024 में आईटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उप-खंड़ों यानी आईटी सर्विसेज, कम्यूनिकेशन सर्विसेज, सॉफ्टवेयर, डिवाइस और डाटा सेंटर सिस्टम्स के व्यय में तकरीबन 8.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। सबसे ज्यादा आईटी सर्विसेज और सबसे कम डाटा सेंटर में खर्च होगा।

आईटी सेवा क्षेत्र में इस वर्ष 8.2 प्रतिशत व्यय में बढ़ोत्तरी होगी

प्रमुख क्षेत्र

वर्ष-2023

वर्ष-2024

आइटी सेवा

1,382

1,501

संचार सेवाएं

1,441

1,473

सॉफ्टवेयर्स

913

1,029

उपकरण

700

732

डाटा सेंटर्स

243

261

*विभिन्न कम्पनियों के द्वारा वैश्विक स्तर किए गए व्यय के आधार पर (आँकड़े अरब डालर्स में)।

कोरोना काल में बढ़ी थीं नियुक्तियां

कोरोना काल के दौरान आईटी कंपनियों में नियुक्तियों की होड़ सी मची थी। उपभोक्ता तेज गति से डिजिटल तकनीकों को अपना रहे थे। गार्टनर के अनुसार, वर्ष 2021 में आईटी सेवाओं की वैश्विक मांग 12.8 प्रतिशत बढ़ी थी। सीएफओ ने जुलाई, 2022 में 69 प्रतिशत डिजिटल टेक्नोलॉजी पर अपना खर्च बढ़ाने की योजना बनाई थी।

आईटी सेवाओं की मांग पर ही है निर्भरता

आमतौर पर, नई नियुक्तियां आईटी सेवाओं की मांग पर ही निर्भर करती हैं। गार्टनर ने जनवरी की अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वर्ष 2023 में आईटी पर 3.3 फीसदी खर्च बढ़ा, जो वर्ष 2022 से केवल 0.3 फीसदी अधिक था। वर्ष 2024 में समग्र आईटी खर्च में 6.8 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। 2024 में 8.7 फीसदी की तेजी की उम्मीद है।

  • हमें निजी क्षेत्र को दबाने और निर्यात बाजारों को खतरे में डालने से बचने के लिए अपना लक्ष्य बनाना होगा।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।