38 पर भारी पड़ रहा 23, रिकवरी और भाव में पछाड़ा

          38 पर भारी पड़ रहा 23, रिकवरी और भाव में पछाड़ा

                                                                                                                                                               डॉ0 आर. एस. सेंगर, डॉ0 रेशु चौधरी

“0238 से एक प्रतिशत अधिक हो रही चीनी की रिकवरी, कोल्हुओं पर मिल रहे 20 रुपये क्विंटल अधिक दाम”

कोल्हू पर एक क्विंटल पर एक किलो अधिक गुड़ निकल रहा है

                                                                       

मुजफ्फरनगर में गन्ने की नई प्रजाति 15023 ने रिकवरी में अब तक की सभी गन्ना प्रजातियों को पीछे छोड़ दिया है। चीनी मिलों में इस प्रजाति की रिकवरी एक प्रतिशत अधिक है और कोल्हू पर भी एक क्विंटल गन्ने पर एक किलो अधिक गुड़ निकल रहा है। कोल्हू संचालक इस प्रजाति को 20 रुपये क्विंटल तक अधिक दामों में खरीद रहे हैं।

जिले में 90 प्रतिशत जमीन पर गन्ने की खेती ही की जा रही है। गन्ने की प्रजाति 0238 किसानों को खूब रास आ रही है। इस प्रजाति के अन्तर्गत उत्पादन से लेकर रिकवरी तक अधिक प्राप्त हो रही है। हालांकि अब 0238 प्रजाति को अब बीमारी ने भी घेर लिया है।

गन्ना विभाग ने जनपद में चार नई प्रजातियों के बीज का वितरण शुरू कराया है और  धीरे-धीरे इनका क्षेत्र बढ़ रहा है। इनमें भी 15023 की मांग सबसे ज्यादा है। इस प्रजाति की रिकवरी अब तक की सभी गन्ना प्रजातियों से अधिक ही रही है। जबकि इसका उत्पादन भी 0238 के लगभग बराबर ही है और यह पूरी तरह से रोग रहित भी है। चीनी मिलों में एक प्रतिशत अधिक रिकवरी आ रही है तो कोल्हुओं पर गुड़ की रिकवरी प्रति क्विंटल एक किलो अधिक है।

खाईखेड़ी चीनी मिल के जीएम संजीव कुमार का कहना है कि इस समय चीनी की रिकवरी सबसे ज्यादा 15023 की है। इसकी रिकवरी साढ़े बाहर प्रतिशत है, जबकि 0238 की रिकवरी साढ़े ग्यारह प्रतिशत निकल कर आ रही है। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया का कहना है कि किसानों को 0238 को छोड़कर अब नई प्रजाति अपनानी होगी। रिकवरी के मामले में 15023 ने सभी को पीछे छोड़ दिया है।

2738 हेक्टेयर में हो रही 15023 की खेती

जिले में दो लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से एक लाख 76 हजार हेक्टेयर भूमि में गन्ने की फसल है। जनपद में इस समय 89 प्रतिशत किसान गन्ने की प्रजाति को0 0238 की खेती कर रहे हैं। इसके अलावा को0 0118 की खेती 12099 हेक्टेयर में, 13235 की खेती 844 हेक्टेयर में, 14201 की खेती 304 हेक्टेयर में और 15023 की खेती 2738 हेक्टेयर में की जा रही है। अन्य पुरानी प्रजातियों की उपज 3015 हेक्टेयर में हो रही है।

14 से 14.5 किलो निकल रहा गुड़

                                                                          

खोकनी गांव के कोल्हू संचालक तुफैल अहमद का कहना है कि 15023 ने रिकवरी में सबको पीछे छोड़ दिया है। 0238 में एक क्विंटल गन्ने में 13 किलो से 13.5 किलो के बीच गुड़ निकल रहा है। 15023 में यह 14 से 14.5 किलो निकल रहा है। इससे ज्यादा रिकवरी अब से पहले किसी गन्ने में नहीं हुई। कोल्हू संचालक को इस प्रजाति के गन्ने को 20 रुपये प्रति क्विंटल महंगा खरीदकर भी लाभ में ही है।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।