“क्रियाशील आहार संबंधी बौद्धिक सम्पदा संरक्षण” संबंधी संगौष्ठी का आयोजन

“क्रियाशील आहार संबंधी बौद्धिक सम्पदा संरक्षण” संबंधी संगौष्ठी का आयोजन

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ में “क्रियाशील आहार संबंधी बैद्धिक सम्पदा संरक्षण” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसके मुख्य अतिथि डा0 के0 के0 सिंह, कुलपति कृषि विश्वविद्यालय, मेरठ रहें तथा विशिष्ठ अतिथि के रुप में डा0 ए0 के0 मोहन्ती, निदेशक, केन्द्रीय गौवंश अनुसंधान संस्थान, मेरठ, डा0 गिरीश पाटिल, निदेशक, राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केन्द्र, नागालैण्ड रहे, जबकि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0 प्र0 की संयुक्त निदेशक डा0 पूजा यादव ने लखनऊ से ऑन लाइन मॉनीटेयरिंग की।

इस संगोष्ठी में क्रियात्मक खाद्य पदार्थो की उपयोगिता के बारे में डा0 गिरीश पाटिल, निदेशक एवं डा0 नितिन ने विस्तार से चर्चा की तथा इन खाद्य पदार्थो से मानव स्वास्थय को कैसे सही किया जा सकता है इस पर अपने विचार रखे संगोष्ठी के दूसरे सत्र में भारतीय साँख्यिकी संस्थान नई दिल्ली से आये डा0 दिनेश कुमार ने ट्रेड सिक्रेटस एवं जियोग्राफिकल इन्डीकेशन तथा अटार्नी श्रीमति विदिशा गर्ग ने पैटेन्ट प्रक्रिया एवं उसकी आवश्यकता पर जोर दिया।

संगोष्ठी के इसी सत्र में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के प्रोफेसर डा0 एस0 एस0 गौरव ने कॉपीराइट्स एवं ट्रेड मार्कस के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस संगोष्ठी का मुख्या उद्देश्य बौद्धिक सम्पदा संरक्षण के बारे में छात्र छात्राओं, पा्रध्यापकों एवं वैज्ञानिकों को जागरुक करना था। इस संगोष्ठी का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0 प्र0 के तत्वावधान में पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग, पशुचिकित्सा महाविद्यालय द्वारा किया गया।

                                                                        

इस संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा0 रामजी सिंह सहित समस्त अधिष्ठाता एवं निदेशक गण उपस्थित रहें। इस संगोष्ठी में 250 से अधिक छात्र-छात्राओं, प्रध्यापकों एवं वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। इस संगोष्ठी का आयोजन डा0 वी0 पी0 सिंह, डा0 अखिलेश कुमार वर्मा, डा0 प्रमिला उमराव आदि प्रध्यापकों ने किया। इस संगोष्ठी के आयोजन में पशुचिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा0 राजीव सिंह का विशेष योगदान रहा। इस आयोजन के प्रेरणास्रोत विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 के0 के0 सिंह रहे।