तकनीकी कंटेंट लेखन वर्तमान समय की जरूरत

                       तकनीकी कंटेंट लेखन वर्तमान समय की जरूरत

                                                                                                                                                                                    डॉ0 आर. एस. सेंगर

‘‘डिजिटल मंचों पर मौजूद बाजार को अपने उपभोक्ता से संवाद करने और उसे अपने मंच की ओर आकर्षित करने के लिए लेखन के कौशल की जरूरत पड़ती ही रहती है। हालांकि कंटेंट लेखन की आवश्यकता सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के दौरान भी होती है, तो डिजिटल मार्केटिंग में भी इसकी उतनी ही आवश्यकता होती है। इसीलिए टेक्निकल कंटेंट राइटर्स की मांग भी दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है।’’

                                                                           

तकनीक के बढ़ते प्रसार के साथ ही इसी गति से तकनीकी कंटेंट की आवश्यकता भी उसी के अनुसार बढ़ी है। इस लेखन के अन्तर्गत तकनीकी कंटेंट से हमारा तात्पर्य प्रोडक्ट डेवलपमेंट की प्रक्रिया के तहत विभिन्न चरणों के बारे में समझाते हुए डॉक्यूमेंट्स, रिपोर्ट्स, ब्रोशर्स, यूजर मैनुअल आदि से लेकर ब्लॉग्स और रिसर्च पेपर्स तक व्याप्त है। वर्तमान दौर में टेक्निकल कंटेंट राइटर्स के लिए खूब काम आ रहा है। ये लेख लिखे जाने तक लिंक्डइन इंडिया पर टेक्निकल कंटेंट राइटर्स की मांग करते हुए 8000 अवसर सामने आए हैं। वहीं स्किल ट्रेनिंग के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आईआईएम स्किल की मानें, तो टेक्निकल कंटेंट राइटिंग का काम अगले दस सालों में मुख्यधारा के करियर्स में शामिल हो जाएगा।

टेक्निकल कंटेंट राइटिंग के सम्बन्ध में

तकनीकी कंटेंट राइटर के लेखन कार्य में उच्च कौशल और तकनीकी की बारीक समझ का बढ़िया तालमेल होता है। वह तकनीकी विशेषज्ञों, जैसे इंजीनियर, साइंटिस्ट, आईटी पेशेवर और उपभोक्ता एवं कम तकनीकी समझ रखने वाले लोगों के बीच एक तरह से अनुवादक की भूमिका निभाते हैं। वे बाजार में उपलब्ध किसी भी ब्रांड की प्रतिष्ठा और उसकी विश्वसनीयता के निर्माण में अपने लेखन कौशल के माध्यम से अपना अहम योगदान प्रदान करते हैं।

यह काम कितने प्रकार का हो सकता हैः-

सॉफ्टवेयर डॉक्यूमेंटेशन राइटरः- सॉफ्टवेयर के लिए गाइड, मैनुअल और डॉक्यूमेंटेशन बनाने के विशेषज्ञ होते हैं।

तकनीकी कॉपीराइटरः- तकनीकी उत्पादों या सेवाओं के लिए बढ़िया और आसान मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग सामग्री को यही लोग तैयार करते हैं।

एपीआई डॉक्यूमेंटेशन राइटरः एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) के लिए स्पष्ट और संक्षिप्त डॉक्यूमेंट बनाने में कुशल होते हैं। जिससे कि डेवलपर्स अपने प्रोजेक्ट्स में एपीआई को आसानी से सिंक करके उपयोग कर सके।

यूएक्स राइटरः किसी डिजिटल प्रोडक्ट को उपयोग के दौरान यूजर के एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने में मदद देने वाला टेक्स्ट लिखते है। जैसे किसी वेबसाइट पर बटन लेबलिंग, एरर मैसेज, ऑनबोर्ड मैसेज आदि।

मेडिकल और साइंस राइटरः यह रिसर्च के जटिल निष्कर्षा, चिकित्सा प्रक्रियाओं या वैज्ञानिक अवधारणाओं को आसान भाषा में अपने उपभोक्ताओं तक पहुंचाते हैं।

व्हाइट पेपर राइटरः शैक्षिक, लीडरशिप या कंपनी के कार्यक्षेत्र के लिए तकनीक और ट्रेंड्स की बात करते हुए डॉक्यूमेंट्स लिखते हैं।

सोशल मीडिया टेक्निकल राइटर्स : यह उपभोक्ता से जुड़ने के लिए ट्विटर, लिंक्डइन और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर लिखते हैं।

इसको क्यों चुनें-

                                                                  

  • क्योंकि अधिकतर कामकाज का डिजिटलीकरण होने के चलते इसकी आवश्यकता बढ़ रही है।
  • क्योंकि ग्लोबल कंपनियों के लिए काम करने का अवसर प्राप्त होता है।
  • इसके अन्तर्गत स्थायी रिमोट वर्क और पार्टटाइम काम करने के अवसर भी मिलते हैं।
  • तकनीकी दुनिया की हलचलों के बारे में अपडेट रहने से इस क्षेत्र की समझ स्वतः ही निखरती रहती है।
  • एक फ्रीलांस पोर्टफोलियो बना कर अपने काम का भुगतान स्वयं निर्धारित करने की स्थिति में आसानी से पहुंच सकते हैं।

कैसा हो इसका रोडमैप

हालांकि ग्रेजुएशन इसकी कोई अनिवार्य शर्त नहीं है। लेकिन कम्यूनिकेशन या संबंधित विषय में डिग्री विशेष रूप से सहायक होती है।

इसके लिए टेक्निकल कटेट राइटिंग के कोर्स करें।

अपने अंग्रेजी भाषा के स्किल को शार्प करे।

आपको टेक राइटिंग किस क्षेत्र विशेष के लिए करनी है जैसे कि सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, इंजीनियरिंग या हेल्थकेयर आदि यह पहले से ही तय करें।

छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स पर काम करके अपने अनुभव को बढ़ाएं।

अपने लेखन के नमूने को प्रदर्शित करने वाला एक पोर्टफोलियो विकसित करें तो लाभ होगा। इसके लिए ब्लॉग पोस्ट लेख या जो काम किया हो, उसके नमूने इस पर पोस्ट करते रहें। सबसे अहम चीज कि आप पेशेवर संगठनों और अनुभवी टेक राइटर्स से जुड़े रहें।

एआई, इसको मात नहीं दे सकती

सामन्य तौर से माना जाता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के आ जाने के बाद से ऐसे सारे स्किल्स समाप्त हो जाएंगे, परन्तु इसके तहत यह समझें-

  • एआई के माध्यम से सभी के लिए एकसमान कंटेंट बनाए जा सकते हैं। जबकि टेक्निकल कंटेंट राइटिंग में लेखन के लिए कंपनी विशेष की आवश्यकताओं को समझना होता है। इसके साथ ही आंकड़ों की सत्यता के लिए भी एआई पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
  • उपभोक्ता के सामने आने वाली समस्याओं को समझते हुए रोचक तरीकों से लिखना, जो अभीतक एआई द्वारा सम्भव नही है।

सफलता के लिए काम आने वाले हैं यह कोर्स

                                                             

IIM SKILLS का टेक्निकल राइटिंग मास्टर्स कोर्स (ऑनलाइन सशुल्क) उपलब्ध है।

Coursera पर टेक्निकल राइटिंग के विविध कोर्स कराए जाते हैं।

Udemy पर टेक्निकल राइटिंग के विविध कोर्स उपलब्ध है।

Information Developers Foundation का टेक्निकल राइटिंग मास्टर्स कोर्स।

K Buffer के ऑनलाइन एंड जॉब ओरिएंटेड कोर्स जो कुछ सॉफ्टवेयर टूल्स के बारे में भी बताते हैं।

Blue Dots Consultancy बेंगलुरू के इस संस्थान में टेक्निकल राइटिंग ट्रेनिंग में ऑनलाइन वर्चुअल और ऑफसाइट मेथडोलॉजी का प्रयोग किया जाता है।

Symbiosis Centre for Distance Learning (SCDL) का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टेक्निकल राइटिंग इन बिजनेस मैनेजमेंट, जिसकी अवधि दो वर्ष, मोड ऑनलाइन एवं डिस्टेंस लर्निंग के माध्मय से। इसके करिकुलम में इंडस्ट्री विशेष से संबंधिक विकल्प भी कवर किए जाते हैं, जैसे कि टेक्निकल राइटिंग फॉर आईटी, इंजीनियरिंग, फार्मास्युटिकल्स और फाइनेंस आदि।

इन उद्योगों में आवश्यकता

आईटी, हेल्थकेयर, हयूमन रिसोर्स इंडस्ट्री, टेलीकम्यूनिकेशंस, फाइनेंस और इश्योरेंस आदि।

सैलरी : टेक्निकल कटेट राइटिंग में शुरुआत में औसत वार्षिक वेतन 4 लाख रुपये है।

यहां हैं अवसर

Linkedin, Indeed, Glassdoor, FlesJobs, Upwork, Fiverr, Dice, The Write Jobs, Society for Technical Communication (STC) आदि जॉब बोर्ड्स।

रिमोट काम करने के लिए Working Nomads, Remotify, FlexJobs, Freelancer.com, and Guru आदि।

टेक्निकल कंटेट राइटिंग सेवा देने वाली कुछ प्रमुख कंपनियां, जिनमें नियुक्तिं भी मिल सकती है- Content Whale, Acadecraft, Ibruk, Apna Writer and Brainwork आदि।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।