करियर में आगे बढ़ाने के लिए अपनी क्षमताओं को पहचान कर कार्य योजना तैयार करें

करियर में आगे बढ़ाने के लिए अपनी क्षमताओं को पहचान कर कार्य योजना तैयार करें

                                                                                                                                डॉ0 आर. एस. सेंगर, डॉ0 कृषाणु सिंह एवं मुकेश शर्मा

यदि अपने जीवन में नौकरी की भूमिका को बेहतर बनाना हो या फिर नौकरी बदलना हो तो हमेशा सही वक्त का इंतजार बना ही रहता है। लेकिन जब आपकी परिस्थितियां अनुकूल होती है तो सही निर्णय तक पहुंचाने के लिए आप सही वक्त का इंतजार करते हैं और खुद से सवाल पूछते हैं कि क्या यह वक्त मेरे लिए सही है। लेकिन वास्तव में सही समय केवल एक मिथक है और जब आपका निर्णय इससे प्रभावित होता है, तो आप खुद के द्वारा तय किए गए नियमों के बजाय पूर्वाग्रही ढंग से जीना शुरु कर देते हैं। आप डर एवं संदेह को अपनी पसंद तय करने की अनुमति देकर आपके निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करते हैं और अपनी क्षमता के एक दायरे को सीमित कर देते हैं।

दृष्टिकोण में नयापन कैसे लाएं

                                                                             

अपने करियर के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने के दौरान हम अक्सर सर्वश्रेष्ठ निर्णय के चयन के लिए उसके पक्ष व विपक्ष के तर्क की ओर रुख करते हैं। सोच से पता चलता है कि मनुष्य होने के नाते हम हमेशा परिवर्तन का विरोध करते हैं। परिणाम स्वरूप हम उन सुविधाजनक विचारों में कहीं ना कहीं उलझ कर ही रह जाते हैं, जो कि हमारे भविष्य के लिहाज से अच्छे होते हैं। हालांकि आपके द्वारा किया गया एक छोटा सा प्रयास ही आपके करियर में बड़ा बदलाव करने में सक्षम हो सकता है।

अच्छे करियर के लिए विजन ब्रॉड होना जरूरी

सही समय पर, सही निर्णय लेने के लिए आप ब्रॉड विजन की मदद ले सकते हैं। विजन बोर्ड केवल एक कलात्मक प्रयास ही नहीं बल्कि एक रणनीतिक उपकरण भी है, जिसमें आप अपने करियर की रूपरेखा को तैयार कर सकते हैं। आप इस बोर्ड में पूर्ण महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में लिख सकते हैं, जो आपके लक्ष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं।

आप इस बोर्ड में सभी तत्वों को अपने अनुसार ही व्यवस्थित करें और उसके लिए कोई नियम आदि फिक्स न करें। याद रखिए भविष्य के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण, न केवल आपको सही दिशा प्रदान करता है बल्कि आपके मस्तिष्क का भी सही उपयोग करता है। अक्सर जब भी आप किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से ईमानदार होते हैं तब आपका मस्तिष्क आपको सफलता का एहसास दिलाने में मदद करता है।

एक कार्य योजना को लेकर आगे बढ़े

                                                                   

एक बार अपने दृष्टिकोण को सही ढंग से व्यवस्थित करने और यह एहसास करने के बाद कि सफलता कैसे मिलेगी तो आप आगे बढ़े। अब बारी है अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक कार्य योजना बनाने की। एक प्रभावी कार्य योजना बनाने से पहले आप खुद से सवाल पूछे कि जहां अभी आप हैं और जिनको आप प्राप्त करना चाहते हैं, वहां तक पहुंचाने के लिए आपको और क्या करने की आवश्यकता है। यह समझने के लिए आपको आत्म चिंतन एवं मूल्यांकन करना होगा और बेहतर निर्णय लेने के लिए अपने कौशल एवं संसाधनों का आकंलन करते हुए अपनी क्षमताओं को पहचान करना भी बहुत जरूरी है। अपनी क्षमताओं को पहचान कर आप अपने कौशल को और अधिक विकसित कर सकते हैं।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।