खाद बिक्री की व्यवस्था में किया गया बदलाव

                       खाद बिक्री की व्यवस्था में किया गया बदलाव

प्रदेश में न रासायनिक खादों की घटतौली और कालाबाजारी अब बहुत मुश्किल होगी, क्योंकि सरकार उर्वरकों की खरीद फरोख्त की प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी और फूल प्रूफ बनाने जा रही है। इसके तहत व पॉज मशीन के द्वारा रसायनिक खाद की खरीद और बिक्री की वर्तमान व्यवस्था में विभिन्न बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। अब जिस किसान के पास खेती योग्य जितनी भूमि होगी, उतनी भूमि के लिए संस्तुत मात्रा के अनुसार ही उस किसान को रसायनिक उर्वरकों की बिक्री की जाएगी।

इससे जहां भूमि की उर्वरा शक्ति बरकरार रह सकेगी, वहीं रसायनिक उर्वरकों की बर्बादी पर भी अंकुश लग सकेगा। इसके अलावा नई व्यवस्था से खाद की घटतौली और कालाबाजारी भी रुक सकेगी। केन्द्र सरकार आईएफएमएस (इंटीग्रेटेड फर्टिलाइजर मैनेजमेंट सिस्टम) में बदलाव कर उर्वरक की खरीद और बिक्री के लिए अनिवार्य पॉज मशीन को और आधुनिक रूप प्रदान करने जा रही है।

  • जितनी होगी खेती की जमीन उतना ही मिलेगा उर्वरक
  • अब रसायनिक खादों की कालाबाजारी और घटतौली मुश्किल होगी