किसान खुश होगा तो प्रदेश खुशहाल बनेगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

     किसान खुश होगा तो प्रदेश खुशहाल बनेगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

                                                                                                                                                              डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृषाणु सिंह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा कि किसान खुशहाल होगा तभी तो प्रदेश भी खुशहाल होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में देश की बागडोर संभालने के बाद वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सरकार के द्वारा बनाई गई योजनाओं और वैज्ञानिक तकनीक का पूरा सहयोग रहा। वर्ष 2018 से किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुणा मूल्य मिलना प्रारंभ हुआ।

                                                                         

परंपरागत खेती करने वाले किसानों को तो इसका लाभ मिल ही रहा है इसके साथ ही से फसली और औषधि, बागवानी, हर्बल प्रोडक्ट को आगे बढ़ाने वाले किसान तो कई गुना तक मूल्य प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को केंद्रीय औषधि एवं सगंध बौद्ध संस्थान लखनऊ सिमट में आयोजित किसान मेले में उपस्थित किसानों वैज्ञानिकों एवं उद्योगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने वैज्ञानिकों और किसानों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि मेले में किस उद्योग और वैज्ञानिकों के बीच बातचीत से बने तंत्र को राज्य में फिर से दोहराने की जरूरत है।

राजकीय कृषि विभाग से लखनऊ में प्रयोगशालाओं के साथ संयुक्त सहयोग से काम करने के लिए कहा जिससे किसानों और उद्योगों की आय बढ़ाने के लिए प्रयोगशालाओं में विकसित नवीनतम तकनीक से अवगत कराया जा सके उन्होंने आय बढ़ाने के लिए पारंपरिक खेती में औषधि और सुगंधित पौधों की खेती को शामिल करने के लिए भी किसानों से आवाहन किया।

                                                                        

इस मेले के दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश में पिछले 7 वर्षों में किसानों की आय कई गुना बढ़ी है। कृषि के क्षेत्र में बहुमुखी विकास हुआ है और गन्ना मूल्य भुगतान भी समय से ही हो रहा है। सीएसआईआर के महानिदेशक डॉक्टर एन कलैसेल्वी और सीएसआईआर सीमेप के निदेशक डॉक्टर प्रमोद कुमार त्रिवेदी ने संस्थान में होने वाले शोध और कार्यों की जानकारी विस्तार से प्रदान की।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।