सर्दी में खाँसी: सर्दी के मौसम में खांसी की ना करें अनदेखी

            सर्दी में खाँसी: सर्दी के मौसम में खांसी की ना करें अनदेखी

                                                                                                                                                                         डॉ0 दिव्याँशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                                                               

सर्दी के मौसम में खासी होना और इसका बने रहना एक सामान्य बात है। परन्तु लोग अक्सर इसे नजर अंदाज करते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी गलती भी होती है और यह धीरे-धीरे खाँसी के भयानक रूपों को जन्म दे देती है। सर्दी के मौसम में खांसी से परेशान है, तो कुछ बातों का ध्यान रखें। पानी, जूस और शहद के साथ नींबू के गर्म पानी से हाइड्रेटेड रहे।

कैफीन और अल्कोहल से बचे रहें। यदि बुखार या तेज खांसी है, तो आराम करें। इससे आपके द्वारा दूसरों को संक्रमित करने की आशंका कम हो जाएगी और साथ ही धुआँ और धूल जैसी जलन पैदा करने वाली चीजों से भी बचें। नाक के वायु मार्ग को खोलने के लिए गर्म स्नान व गर्म भाप ले सकते हैं, और लम्बी सांस लेने का अभ्यास करें। वायरल के बाद यदि खांसी है तो उपचार के बिना कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो सकती है। हालांकि किसी गंभीर कारण से होने वाली खांसी के लिए व्यक्ति को चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

                                                                      

डॉक्टर शारीरिक परीक्षण कर सकते हैं और व्यक्ति से अन्य लक्षणों के बारे में भी पूछ सकते हैं व खांसी की वजह बनने वाले किसी भी अंतर्निहित लक्षण को देखने के लिए छाती के एक्स-रे कराने का भी सुझाव दे सकते हैं। साथ ही किसी भी मौजूद संक्रमण की जांच करने के लिए थूक के नमूने का परीक्षण भी कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर की सलाह आवश्यक रूप से ली जानी चाहिए।

चूँकि ठंड के मौसम में वायरस तेजी से बढ़ता है, जिससे इन्फेक्शन का खतरा रहता है। इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखें और जिन लोगों में सर्दी खांसी के लक्षण दिख रहे हैं उनसे उचित दूरी बनाए रखें। जिन लोगों की खांसी की समस्या है, उन लोगों को मास्क लगाकर रहना चाहिए जिससे उनका भी इन्फेक्शन काम होगा और दूसरों को भी इन्फेक्शन कम लगेगा।

लेखकः डॉ0 दिव्याँशु सेंगर प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ, में मेडिकल ऑफिसर हैं।