What are the Dream Jobs

                                  What are the Dream Jobs

                                                                                                                                    Dr. R. S. Sengar, Dr. Reshu Chaudhry

                                                                                   

ऐसी जॉब जो आपको हमेशा प्रेरित करें और विकसित होने के अवसर प्रदान करें, वस्तुतः वही एक ड्रीम जॉब कहलाने लायक हो सकती है।

जब ड्रीम जॉब की एक समय सीमा तय हो तो वह लक्ष्य बन जाता है

                                                        

एक ड्रीम जॉब पाना लगभग प्रत्येक युवा का सपना होता है, जिसे सरकार करने के लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन कुछ समय बाद वही सपनों की नौकरी आपको उबाऊ लगने लगती है। आपको उसमे महसूस होने लगता है कि उसकी वर्तमान भूमिका और उसकी रुचि आपके कौशल से मेल नहीं खाती है। असल में सपनों की नौकरी जैसी कोई चीज होती ही नही है।

यह तो स्वयं को संतुष्ट एवं सफल बनाने के लिए उन भूमिकाओं को पहचानना जरूरी होता है, जो आपको काम के प्रति अधिक जुनूनी बनाती हो। इसलिए आप अपनी ड्रीम जॉब का चुनाव करते समय केवल उन्हीं नौकरियों को प्राथमिकता दें, जो आपकी रुचियों के अनुरूप हो।

आप अपने आप को बदलें या फिर नौकरी बदलें

जब एक बार आप अपनी ड्रीम जॉब को पा लेते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन फिर भी आप अपनी नौकरी में स्वयं प्रेरणाहीन महसूस करते हैं, तो इसका मतलब यह है कि आप कहीं ना कहीं नौकरी के जाल में फंसते ही जा रहे हैं। आप प्रेरणाहीन तब महसूस करते हैं, जब आप यह भूल जाते हैं कि नौकरी करने के लिए अपने स्वयं की देखभाल कैसे की जाए। यह तो मात्र एक संकेत है कि अब आपको रुकना चाहिए और स्वयं का मूल्यांकन करना चाहिए कि नौकरी में ऐसी कौन से बदलाव है जो मुझे खुशी दे सकते हैं।

आपको नई नौकरी की तलाश करने से पहले यह भी देखना होगा कि कमी नौकरी में है या स्वयं आप में। इसके लिए आप घर पर शांतिपूर्वक बैठकर सोचें कि मैं किस तरह से अपने में सकारात्मक बदलाव ला सकता हूं।

आपकी जिम्मेदारी है अपने करियर को सफल बनाने की

                                                                    

आप स्वयं अपने करियर के वह निर्माता है जो यह निर्धारित करते हैं कि आपका भविष्य कैसे सफल होगा और बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए आपको क्या-क्या प्रयास करने होंगे। किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले स्वयं से सवाल पूछे कि न्यूनतम प्रयास से आप क्या अच्छा कर सकते हैं और ऐसे कौन से कौशल हैं जिनकी मदद से आप करियर में सफल हो सकते हैं।

आत्म मूल्यांकन के जरिए जब आप यह समझ जाएंगे कि ड्रीम जॉब पाना ही काफी नहीं होता है, बल्कि विकास के लिए आपको आत्म सुधार एवं अधिक भी मेहनत करनी होगी। जब आप मेहनत करेंगे तो निश्चित रूप से आप अपने ड्रीम जॉब में सफल बने रहेंगे।

अपना मूल्यांकन करते रहें और स्वयं की भूमिकाओं को बढ़ाएं

नौकरी करते समय यदि आपको यह महसूस हो रहा है कि किसी एक भूमिका में रहते हुए आप कुछ नया नहीं सीख पा रहे हैं तो आपको उसमें बदलाव करना ही चाहिए। आपको यह समझना होगा कि आप नौकरी के फील्ड यानी अपने विशेषज्ञ क्षेत्र को नहीं बदल सकते, लेकिन आप अपने अनुभव, पृष्ठभूमि, प्रतिभा और क्षमताओं को बेहतर करने के लिए नौकरी में कुछ बदलाव जरूर कर सकते हैं।

नौकरी में संतुलन बनाए रखना भी जरूरी

कुछ लोग अपने सपनों की नौकरी पाना ही जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर लेना समझते हैं और आगे बढ़ाना स्वयं का विकास करना और अपनी भूमिका में आगे बढ़ाने के नए तरीके तलाश न बंद कर देते हैं। लेकिन याद रखिए आपको कंपनी द्वारा इसलिए चयनित किया गया था, क्योंकि कंपनी के लिए जरूरी योग्यताओं व कौशलों के साथ ही अपने आप में खुद के विकास के प्रति ललक उन्हें दिखाई दी थी। इसलिए अपनी नौकरी व खुद के विकास में संतुलन जरूर बनाएं रखें। इससे आपको नई चीज़ सीखने का अवसर भी मिलता है और यह आपके करियर के लिए महत्वपूर्ण होता है।

                                                                                      

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।