योगी सरकार ने गन्ना किसानों को दी बड़ी सौगात

                      योगी सरकार ने गन्ना किसानों को दी बड़ी सौगात

                                                                       

योगी सरकार ने की गन्ना मूल्य में 20 रुपये प्रति/कुंतल की बढ़ोत्तरी।

वर्ष 2017 में गन्ने के मूल्य में हुई थी 10 रुपये/कुंतल की वृद्धि।

वर्ष 2021 में गन्ने के मूल्य में की गई 25 रुपये/कुंतल की वृद्धि।

योगी सरकार ने तीसरी बार की 20 रुपये/कुंतल की बढ़ोत्तरी।

योगी सरकार ने बीते 7 वर्षों में की गन्ना मूल्य में 55 रुपये/कुंतल की वृद्धि।

UP में गन्ने की रिजेक्टेड प्रजाति का 355 रुपये/कुंतल हुआ मूल्य।

सामान्य 360 और उन्नत किस्म के गन्ने का 370 रुपये/कुंतल हुआ मूल्य।

योगी सरकार 6 वर्षों में करीब 2 लाख 20 हजार करोड़ से अधिक का करा चुकी है गन्ना भुगतान।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ना किसानों को लेकर अहम फैसला लिया गया. सरकार ने गन्ना समर्थन मूल्य में 20 रुपए प्रति क्विंटल वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। गन्ने का समर्थन मूल्य तीन श्रेणियों में 20 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। आज हुई कैबिनेट बैठक में करीब एक दर्जन प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई।

                                                                            

गौरतलब वर्ष 2017 में  योगी सरकार जब पहली बार सत्ता में आई थी तो गन्ने के समर्थन मूल्य में 10 रुपये/क्विंटल की वृद्धि हुई थी। इसके बाद 2022 विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने वर्ष 2021 में गन्ने के मूल्य में 25 रुपये/क्विंटल की वृद्धि की थी। अब यह तीसरी बार है जब योगी सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया है। इस प्रकार योगी सरकार ने बीते 7 वर्षों में की गन्ने के समर्थन मूल्य में कुल 55 रुपये/क्विंटल की वृद्धि की है। बता दें कि प्रदेश में फिलहाल गन्ने की रिजेक्टेड प्रजाति का समर्थन मूल्य 335 रुपये/कुंतल है. जबकि सामान्य 340 और उन्नत किस्म के गन्ने का समर्थन मूल्य 350 रुपये/क्विंटल है. अब तीनों ही श्रेणियों में 20 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि के प्रस्ताव पर मुहर लग गई है।

उधर योगी कैबिनेट के फैसले से पश्चिम के गन्ना किसानों ने भी ख़ुशी जाहिर की है.  उनका कहना है कि वैसे तो उन्हें उम्मीद थी कि सरकार 400 रुपए प्रति क्विंटल कर देगी, लेकिन यह बढ़ोत्तरी भी ठीक है और बड़ी राहत देगी। गौरतलब है कि योगी सरकार पिछले 6 वर्षों में करीब 2 लाख 20 हजार करोड़ से अधिक का बकाया भुगतान भी कर चुकी है।