मधुमेह के साथ जीवन जिएं और स्वस्थ रहें

          कुछ बातों का ध्यान रख मधुमेह के साथ जीवन जिएं और स्वस्थ रहें

                                                                                                                                                                    डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

वर्तमान समय में भारत में मधुमेह के रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है आर पिछले दो दशकों में मधुमेह के रोगियों का यह आंकड़ा 101 करोड़ को पार कर चुका है। ऐसे में हालत यह है कि भारत में मधुमेह के साथ जी रहे लोगों की संख्या भी चिंताजनक रूप से बढ़ रही है। सबसे बड़ी चिंताजनक बात तो यह है कि यदि हमने अपनी जीवन शैली को नही बदला तो लगभग प्रत्येक सातवें भारतीय को डायबिटीज से ग्रस्त हो जाने का जोखिम होने लगा है।

                                                                  

पारंपरिक जीवन शैली को त्यागना और खानपान की आदतों में बदलाव का प्रभाव यह हुआ है कि आज फास्ट फूड का अधिक मात्रा में सेवन, नींद की समस्या और बढ़ता तनाव जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। इसका परिणाम यह हुआ की मात्र 2 वर्षों में डायबिटीज के साथ जी रहे भारतीयों की संख्या 136 करोड़ तक बढ़ गई है।

जबकि 2 वर्ष पहले तक भारत में डायबिटीज के साथ जी रहे लोगों की संख्या 122 करोड़ थी। 20 से 79 वर्ष के आयु वर्ग का लगभग हर दसवां व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है। ऐसे में अनुमान है कि अगले 20 वर्ष में डायबिटीज से ग्रस्त लोागें की यह संख्या दुगनी हो जाएगी।

                                                                            

इस प्रकार भारत, डायबिटीज के साथ जी रहे लोगों वाले देशों की सूची में शीर्ष स्थान पर आ जाएगा। ऐसे में लोग अगर अपनी जीवन शैली नहीं बदलते हैं तो उनमें टाइप टू डायबिटीज के विकसित होने की प्रबल आशंका है। 4 वर्ष में डायबिटीज, प्री डायबिटीज, हाइपरटेंशन और मोटापे ने सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल पर बेतहाशा बोझ को बढ़ाया है। हालांकि, चिंताजनक पहलू तो यह भी है कि अगले 5 वर्षों में देश की ग्रामीण आबादी पर भी यह जोखिम व्यापक रूप से मंडराने वाला है।

यदि डायबिटीज से बच कर रहना है तो नियमित रूप से व्यायाम करने के अलावा टहलना भी आवश्यक है। प्रातः और शाम को पहले खाने पर विशेष ध्यान दें, काबोहाइड्रेट वाली चीजों का सेवन न करें और अपने आहार में फाइबर युक्त चीजों का समावेश करें। जहां तक संभव हो सलाद और हरी सब्जियों का अधिक से अधिक उपयोग करें।

प्रोटीन की आवश्यकता की पूर्ति के लिए प्रोटीन वाली दालों और सब्जियों का सेवन करें। यदि आपकी डायबिटीज का लेवल अधिक बढ़ा हुआ है तो अपने चिकित्सक से सलाह लेकर उसकी रेगुलर रूप से मॉनिटरिंग करेंगें, तो आप स्वस्थ बने रहेंगे।

डायबिटीज के खिलाफ सरकार का जंग का एलान

                                                                            

देश ने डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीजों की स्क्रीनिंग की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। WHO ने इसे सरहते हुए बताया कि भारत करीब 1.5 करोड़ लोगों को मानक इलाज उपलब्ध करने पर जोर देगा, इसके लिए वर्ष 2025 तक का लक्ष्य बनाया गया है। WHO कि वैश्विक टीवी रिपोर्ट ने भी इस बीमारी से होने वाली मौतों की संख्या और मामलों का अनुपात घटाने के लिए भारत की सराहना की है।

गैर संक्रामक रोगो से लोगों को बचाने में मदद मिलेगी खास तौर पर साइलेंट किलर डायबिटीज को नियंत्रित करने पर काम हो सकेगा। बड़ी आबादी की स्क्रीनिंग से कई अन्य बीमारियों का डाटा हासिल हो सकेगा।

लेखकः डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर, मेडिकल ऑफिसर, प्यारेलाल जिला अस्पताल मेरठ।