यूपीएससी कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज की तैयारी सुनियोजित तरीके से करें

    यूपीएससी कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज की तैयारी सुनियोजित तरीके से करें

                                                                                                                                                                      डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                                                                  

कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज अर्थात सीडीएस परीक्षा 2024 को भारतीय सशक्त बलों में नौकरी प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इंडियन मिलिट्री अकादमी, ऑफीसर्स ट्रेंनिंग अकैडमी, इंडियन नेवल अकादमी और इंडियन एयर फोर्स अकैडमी में भर्ती के लिए समय-समय पर सीडीएस की परीक्षा आयोजित की जाती है। इस वर्ष सीडीएस की परीक्षा संभावित रूप से अप्रैल माह में आयोजित की जाएगी।

इसके लिहाज से अभ्यर्थियों के पास सीडीएस परीक्षा की तैयारी के लिए अभी लगभग 4 महीने से भी कम समय बचा है। इसलिए परीक्षार्थियों को परीक्षा में सफल होने के लिए अभी से अपनी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। क्योंकि वर्ष 2024 में जो परीक्षा आयोजित की जाएगी उसके लिए समय का सदुपयोग करते हुए परीक्षा को पैटर्न को समझते हुए तैयारी शुरू करें तो आपको इससे परीक्षा में सफलता दर काफी बढ़ जाती है।

क्या होता है परीक्षा का पैटर्न

                                                                       

पाठ्यक्रम किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का सबसे अहम हिस्सा होता है। इससे प्रतिभागियों को यह समझनें में आसानी होती है कि उन्हें किन विषयों की तैयारी करनी है। सीडीएस परीक्षा जो कि वर्ष 2024 में आयोजित की जा रही है, इसमें प्रारंभिक गणित के सवाल मैट्रिक स्तर के जैसे कि अंकगणित, बीजगणित, त्रिकोणमिति, रेखा गणित, क्षेत्र और सांख्यिकी विषय वस्तु इत्यादि से पूछे जाएंगे तो वहीं अन्य विषयों से स्नातक स्तर के अंग्रेजी और सामान्य अध्ययन के विषय में प्रश्न पूछे जाते हैं।

समय का प्रबंधन कर करें समय सदुपयोग

                                                                                         

उम्मीदवारों को परीक्षा की तैयारी 3 महीने पहले से ही शुरू कर देनी चाहिए। तैयारी को बेहतर बनाने के लिए पाठ्यक्रम का विश्लेषण करें समय सारणी बनाकर उसे अनुसार ही नियमित रूप से 6 से 8 घंटे अध्ययन करें। इसके साथ ही साप्ताहिक तौर पर रिवीजन के लिए अलग से समय निकाले। पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें, ताकि आप मानसिक तौर पर स्वस्थ रह सके। देश दुनिया की खबरों पर निरंतर नजर बनाएं रखें, इससे आपके आत्मविश्वास का स्तर बढ़ेगा।

अपनी कमजोरी को पहचान कर अच्छी तैयारी करें

                                                                    

परीक्षार्थी को यह पता होना चाहिए कि उनकी क्षमता और कमजोरी क्या है, क्योंकि इस परीक्षा का स्तर दिन प्रति दिन कठिन होता जा रहा है। इसके लिए सही रणनीति का होना बेहद जरूरी है। ऐसे में यदि आप पढ़ाई में औसत हैं तो आपको सभी विषयों पर समान रूप से समय देना चाहिए। यदि आपकी किसी एक विषय पर मजबूत पकड़ है तो आप उस विषय में परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर सकते हैं। पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करें और नियमित रूप से मॉक टेस्ट का अभ्यास आपकी तैयारी को एक नया आयाम दे सकता है।

साक्षात्कार की करें तैयारी

                                                                             

लिखित परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद प्रतिभागी को एक व्यक्तिगत साक्षात्कार से भी गुजरना होता है। उम्मीदवारों को साक्षात्कार के दौरान अपने विचारों को व्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए। साक्षात्कार में सफल होने के लिए उम्मीदवारों को अपने संवाद कौशल पर ध्यान देना चाहिए। इसके अतिरिक्त दुनिया भर की नवीनतम घटनाओं से परिचित भी रहना चाहिए क्योंकि साक्षात्कार के समय आपकी पर्सनालिटी को टेस्ट किया जाता है और यह भी देखा जाता है कि आप किसी परीक्षा के लिए कितने सतर्क हैं और आपका प्रेजेंस ऑफ माइंड कितना अच्छा है। साक्षात्कार के लिए आपको अभ्यास करना चाहिए तभी आप इस परीक्षा में सफल हो सकेंगे।|

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।