नई नौकरी के शुरुआती दौर में योजना बनाकर कार्य करें

            नई नौकरी के शुरुआती दौर में योजना बनाकर कार्य करें

                                                                    

यदि आप योजना बनाकर कार्य करेंगे तो आप एक ब्रांड के रूप में भविष्य में विकसित हो सकेंगे

कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी करने के उपरांत कारपोरेट जगत में प्रवेश करने वाले युवाओं के लिए नया अनुभव एवं नई चुनौतियां लेकर सामने आता है। अतः यहां उन्हें कॉलेज की दुनिया के जितनी स्वतंत्रता नहीं होती अपितु एक नए माहौल में स्वयं को व्यवस्थित करने  के लिए कई सांस्कृतिक बदलावों से होकर गुजरना पड़ता है। युवाओं के लिए कॉलेज के बाद उनकी पहली नौकरी कई मायनो में खास होती है।

इसलिए अपनी पहली नौकरी में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उसके पास शुरुआती 3 महीनों की योजना पहले से ही तैयार होनी चाहिए। प्रारंभ के महीनों में उसको अधिक मेहनत करनी होती है। अतः प्रारंभ में योजना के अनुरूप कार्य करना न केवल युवाओं को एक ब्रांड के रूप में विकसित करेगी बल्कि यह उसके भविष्य के लिए भी मददगार साबित हो सकती है। इसलिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें तथा कंपनी में एक ब्रांड के रूप में विकसित होकर आगे उभरकर कार्य करे।

नौकरी प्रारंभ करते समय उसके पहले सप्ताह में क्या करें

कंपनी में प्रवेश करने के पहले दिन से ही आपके व्यवहार को आपके साथियों एवं प्रबंधन द्वारा परखा जाता है, तो ऐसे में जाहिर है कि पहले दिन से ही आपके संबंध सभी लोगों के साथ अच्छे तो नहीं हो सकते हैं। इसके लिए आपको अपने व्यवहार में सरलता एवं धैर्य बनाकर रखना होता है। शुरुआती सप्ताह के दौरान कंपनी एवं वहां मौजूद सीनियर्स के बारे में जानने का प्रयास करना चाहिए। अक्सर देखा जाता र्है कि जब भी ऑफिस में किसी नए कर्मचारियों का प्रवेश होता है, तो उसके बारे में जानने के लिए लोग अधिक उत्साही होते हैं।

इसलिए अपने बारे में एक दिलचस्प परिचय पहले से ही तैयार रखें और अपने पृष्ठभूमि डिग्री एवं पसंदीदा कार्यों का अपने साथियों के सामने जिक्र करें। परन्तुू इस दौरान अपनी कमियों को जाहिर न करें और इसके लिए पहले से ही तैयारी करके अपने ऑफिस में जाएं।

सबसे सीखने का प्रयास करें

अपनी नौकरी में पहले एक महीने का उपयोग आपको सीखने एवं चीजों को परखने में करना चाहिए। आपको ऑफिस में खुद के लिए ऐसे सीनियर्स को भी ढूंढना होगा जो आपको समय-समय पर फीडबैक एवं अच्छी सलाह दे सके। आपके करियर ग्रोथ के लिए आपका बॉस एक महत्वपूर्ण व्यक्ति साबित हो सकता है।

इसलिए अपनी भूमिका को आगे बढ़ाने के लिए अपने बॉस का विश्वास जीते और उन्हें यह विश्वास दिलाए कि आप उन्हें बेहतर परिणाम दे सकते हैं। यदि आप पर आपके बॉस को विश्वास हो गया तो वह निश्चित रूप से आपको एक सपोर्ट करेगा और इससे आपको आगे बढ़ाने में सहायता मिलेगी।

खुद की फीडबैक भी अपने अच्छे मित्र से प्राप्त करें

पहला महीने को बीत जाने के पश्चात कोई भी कर्मचारी अपने कार्यालय की संस्कृति से परिचित हो जाता है, इसलिए अब आपको अपनी क्षमता एवं नए कौशल को द्रुतगति से सीखने पर जोर देना चाहिए। बेहतर प्रदर्शन के लिए आपको निरंतर विकास करते रहने की मानसिकता अपनानी चाहिए। यह नजरिया आपको यह विश्वास दिलाने में मदद करेगा कि आप अपने प्रयास एवं अनुभव के जरिए और अधिक सीख सकते हैं।

इसके अलावा अपने सीनियर से एवं प्रबंधकों से औपचारिक फीडबैक का इंतजार ना करते हुए खुद ही आगे जाकर उनसे अपना फीडबैक मांगना चाहिए। इससे आपको पता चल सकेगा कि आपके फेवर में कितने लोग हैं और कमियां हैं तो उनको आप कैसे इंप्रूव कर सकते हैं।

मेहनत से काम कर अपने को कंपनी का ब्रांड बनाएं

नौकरी का पहला महीना बीत जाने के बाद दूसरे और तीसरे महीने के बीच आप स्वयं को एक ब्रांड बनाने पर विचार करें और यह मूल्यांकन करें कि आपने अब तक जो कुछ भी सीखा है उसे आप कैसे बेहतर उपयोग कर सकते हैं। ऑफिस में होने वाली सभी गतिविधियों में भी आप स्वयं को आगे रखें और अपने सीनियर्स के साथ बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य करने का प्रयास करें।

चूँकि यदि आप कड़ी मेहनत करके नए प्रोजेक्ट के कार्यों में सफल हो जाते हैं, तो निश्चित रूप से सीनियर्स तो आपके बारे में कुछ अच्छा ही कहेंगे और इससे आपका बॉस भी खुश होगा और आप धीरे-धीरे प्रगति के पथ पर अगसर हो जाएंगे और आप उस कंपनी के लिए आप एक ब्रांड के रूप में भी विकसित हो सकेंगे। इसलिए आपको सदैव प्रयास करना चाहिए कि जब भी मौका मिले किसी भी कंपनी या सरकारी नौकरी में, तो निश्चित रूप से आप लगन और परिश्रम के साथ कार्य करेंगे तो स्वयं को एक ब्रांड के रूप में विकसित कर सकेंगे।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।