सात दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण प्रारंभ

                 सात दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण प्रारंभ

                                                                         

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आज सात दिवसीय मशरूम उत्पादन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर रामजी सिंह, संयुक्त निदेशक शोध प्रोफेसर गोपाल सिंह एवं विभागअध्यक्ष अध्यक्ष प्रोफेसर कमल खिलाड़ी द्वारा किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर गोपाल सिंह ने बताया कि यह कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं एवं विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया है और इस प्रशिक्षण का उद्देश्य खाद्य मशरूम उत्पादन एवं स्पान के बारे में जानकारी दिया जाना है। डॉ गोपाल सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह के दिशा निर्देशन में आयोजित किया जा रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना है।

सात दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

                                                                 

सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में शनिवार से सात दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण को मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र पर ग्रामीण युवाओं एवं विद्यार्थियों के प्रायोगिक अध्ययन लिए शुरू किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ गोपाल सिंह, संयुक्त निदेशक शोध ने बताया कि प्रशिक्षण का विषय खाद्य मशरूम एवं मशरूम बीज़ (स्पान) उत्पादन करना है।

कुलपति डॉ के के सिंह के निर्देशन में आयोजित मशरूम प्रशिक्षण का उद्घाटन डॉ रामजी सिंह कुलसचिव ने किया तथा मशरूम उत्पादन से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ कमल खिलाड़ी विभागाध्यक्ष (पा.रो. वि.) ने मशरूम के विभिन्न प्रकारों के बारे में जानकारी दी एवं इससे जुड़े भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया। डॉ प्रशांत मिश्रा प्राध्यापक (पा.रो.वि.) ने ओएस्टर मशरूम उत्पादन तकनीक के बारे में बताया।

                                                              

डॉ आर एस सेंगर निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने मशरूम उत्पादन से रोजगार प्रबंधन तथा मशरूम जैव प्रद्योगिकी के बारे में बताया, वहीं डॉ गोपाल सिंह ने औषधीय मशरूम के महत्व के बारे में भी विशेष जानकारी दी। डॉ रमेश सिंह ने मशरूम निर्यात के संबंध में बताया। शोध छात्र प्रदीप, उमारा रहमानी, प्रिंस एवं विवेक ने आयोजन में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दिया।