स्वस्थ जीवन जीने लिए जरूरी है दिल का स्वास्थ्य

              स्वस्थ जीवन जीने लिए जरूरी है दिल का स्वास्थ्य

                                                                                                                                                                      डॉ0 दिव्याँशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                                                    

हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है दिल, जिसके स्वस्थ्य रहने पर व्यक्ति स्वयं को फिट महसूस करता है। पैरों की सूजन, पैरो में, खोसे, तलवों में जलन, और ऐंकल्स में सूजन आने का मतलब ये भी हो सकता है कि आपके हार्ट से रक्त का सर्कुलेशन ठीक से नही हो रहा। ऐसे में आपको लापरवाही बिलकुल भी करनीं चाहिए, अत आपको सलाह दी जाती है कि आजकल की लाइफस्टाइल और अनियमित आहार के कारण 30 से 40 साल की उम्र से ही लोगों को भी दिल के रोग होने लगे है। वर्तमान समय में यह समस्या इतनी आम हो चुकी है कि प्रत्येक परिवार से कोई न कोई सदस्य हृदय रोग से ग्रस्त होने लगा है। ऐसे में जागरूकता बेहद जरूरी है।

अनियमित जीवनशैली से होती है समस्या

                                                                            

भारत में खराब लाइफस्टाइल, तनाव एक्सरसाइज करने और अनियमित दिनचर्या की वजह से लोगो को दिल से संबंधित गंभीर रोग होने लगते हैं। ऐसे में बचाव बेहद जरूरी हो गया है। दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षणों को समय से जान लिया जाए तो गंभीर दिल की बीमारियो से भी बचा जा सकता है।

बीएस विधि हृदय रोग के लक्षण

सांस लेने में दिक्कत

  • सांस लेने में दिक्कत होना या फिर कम सांस आना हार्ट फेल होने का एक बड़ा लक्षण होता है।
  • चलने से छाती में दर्द होना यदि आपको चलने में छाती में दर्द हो रहा है तो यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है। हार्ट पेन को एंजाइना कहते हैं। छाती में दर्द और भारीपन है तो चिकित्सक से मिलकर इसका उपचार कराएं।
  • कमर और जोड़ों मे दर्द होना हाथो से दर्द होना, कमर में दर्द होना, गर्दन मे दर्द होना और यहां तक की जोड़ों में दर्द होना भी दिल की बीमारियों का एक लक्षण हो सकता है।
  • चक्कर आना या सिर घूमना कई बार चक्कर आने, सिर घूमने, बेहोश होने और बहुत थकान होने जैसे लक्षण भी दिल की बीमारियों की ही एक चेतावनी है।

हृदय रोग के कारण

                                                             

  • कोलेस्ट्रॉल बढ़ना
  • धूमपान
  • शराब पीना
  • तनाव
  • आनुवांशिकता (हरेडिट्री)
  • मोटापा
  • उच्च रक्तचाप

बचाव के उपाय

                                                                         

  1. धूमपान और तंबाकू का सेवन करने से बचे।
  2. रोजाना कम से कम 30 से 60 मिनट की एक्सरसाइज टारगेट करे।
  3. हेल्दी डाइट को फॉलो करे।
  4. वजन का रखें खास ख्याल

यदि हृदय रोगो से बचना है तो नशा, एल्कोहॉल, तंबाकू गुटखा आदि से दूरी बनाएं। चिकनाई युक्त भोजन, नमक और शक्कर का सेवन कम से कम करे। फास्टफूड, पैकेज्ड फूड और फ्रिज में ज्यादा दिनों तक रखे भोजन के सेवन से परहेज करे और नियमित व्यायाम और योग करे और खुली हवा में टहले और इसके साथ ही तनाव भी न ले। 

लेखकः डॉ0 दिव्याँशु सेंगर, मेडिकल ऑफिसर, प्यारे लाल शर्मा, जिला अस्पताल मेरठ।