किसी भी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने की तकनीकी

                                   किसी भी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने की तकनीकी

                                                                                                                                                                    डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                                                     

परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर पाना केवल स्टूडेंट्स के टैलेंट और परीक्षा की अच्छी तैयारी पर ही निर्भर नहीं करता है। अपितु यह अन्य कई बातों पर भी निर्भर करता है जिन्हें छात्र या तो नकार देते हैं या फिर अपेक्षित महत्व नहीं देते हैं। परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर लिखना भी एक कला ही होती है और इस कला पर मास्टरी के अभाव में छात्र परीक्षा की चाहे कितनी बेहतर तैयारी क्यों न कर लें, लेकिन अच्छे मार्क्स प्राप्त करना उनका केवल एक सपना ही रह जाता है।

सभी स्टूडेंट्स परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करना चाहते हैं और यह परीक्षा देने वाले सभी छात्रों का यह सबसे कॉमन लक्ष्य होता है। किन्तु यह कार्य उतना आसान नहीं है। क्योंकि परीक्षा की अच्छी तैयारी के उपरांत भी अच्छे अंक प्राप्त करने की कोई गारंटी नहीं होती है। शायद यही कारण है कि परीक्षा के रिजल्ट्स अनाउन्समेन्ट के बाद अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर पाने की शिकायत को एक कॉमन प्रॉब्लम के रूप में शुमार किया जाता है। परन्तु अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर परीक्षाओं की उत्कृष्ट तैयारी के बावजूद अच्छे मार्क्स क्यों नहीं प्राप्त हो पाते हैं।

इसके पीछे सत्यता तो परीक्षा में स्टूडेंट्स को कितने Marks प्राप्त होते हैं, यह सीक्रेट सबसे अधिक छात्र के द्वारा विभिन्न विषयों पर की तैयारी पर निर्भर करता है। लेकिन परीक्षा के अच्छे रिजल्ट्स के लिए केवल यहीं एक पैरामीटर नहीं होता है। स्टूडेंट्स परीक्षा में विभिन्न सबजेक्ट्स के प्रश्नों के उत्तर कैसे लिखते हैं यह भी परीक्षा मे प्राप्त होने वाले मार्क्स को काफी प्रभावित करते हैं। परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर को लिखना एक कला है और अच्छे मार्क्स प्राप्त करने के लिए इस कला पर मास्टरी होना अत्यंत अनिवार्य है।

हमारे प्रस्तुत लेख में परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर लिखने के कुछ ऐसे ही टिप्स दिए जा रहे हैं, जो परीक्षा में अच्छे मार्क्स और रिजल्ट्स प्राप्त करने में काफी सहायक हो सकते हैं।

प्रश्नों को अच्छी तरह पढ़ें

                                                                                         

परीक्षा हॉल में क्वेशचन पेपर मिलने के बाद प्रश्नों के उत्तर तुरंत लिखना शुरू नहीं करना चाहिए। प्रश्नों के उत्तर देने के पूर्व आवश्यक निदेशों को बड़ी सूक्ष्मता से पढ़ना और समझना भी अनिवार्य है। प्रश्न पत्र में दिए गए निदेशों में उत्तर देने के तरीकों का उल्लेख होता है। अतः दिए गए निदेशों के अनुसार ही प्रश्नों के उत्तर दिए जाने चाहिए।

सीबीएसई और राज्य सरकारों के बोर्ड परीक्षाओं अब केवल प्रश्नों को पढ़ने के लिए ही अलग से 15 मिनट का समय उपलब्ध कराया जाता है। इस 15 मिनट के समय में प्रश्नों के पढ़ने के साथ ही प्रश्नों के उत्तर देने के लिए रणनीति बनाने के लिए यूज किया जाना चाहिए।

आंसर शीट पर एंट्रीज को भी सावधानी से भरें

                                                                                 

परीक्षा में अच्छे मार्क्स लाने में केवल प्रश्नों के सही उत्तर ही नहीं बल्कि आंसर शीट के मुख्य पृष्ठ पर मांगी गयी इनफार्मेशन को भी सही ढंग से लिखने की एक अहम भूमिका होती है। अतः छात्र उसमें अपने नाम के साथ अपने रोल नंबर को डिजिट और एल्फाबेट्स में बिल्कुल सही ढंग से लिखने की जरूरत होती है। वर्तमान में इन सभी एंट्रीज को उनसे संबंधित ओवल्स को पेंसिल या पेन से गहरा काला करना होता है। इसमें लेटर और अंक से संबंधित ओवल को ही डार्क करना चाहिए नहीं तो गलत इनफार्मेशन परीक्षा के रिजल्ट्स को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है।

परीक्षा देते समय हमेशा याद रखें यह महत्वपूर्ण टिप्स

                                                                   

  • प्रश्नों को सावधानी से पढ़नें के बाद ही उनके आंसर लिखें।
  • प्रश्न संख्या अच्छी तरह से लिखें और उसे एक गोले में घेर दें। इससे कॉपी चेक करते समय परीक्षक को आसानी होती है।
  • जहां पर किसी प्रश्न का उत्तर समाप्त हो रहा हो वहीं से दूसरे प्रश्न का उत्तर लिखना शुरू नहीं करें। दूसरे प्रश्न का उत्तर थोड़ा स्पेस छोड़कर लिखें ताकि परीक्षक दो प्रश्नों के अलग-अलग उत्तर को एक ही प्रश्न का उत्तर समझ कर ईवैल्यूवेट न करें।
  • कठिन प्रश्नों के उत्तर देने के लिए माथापच्ची करने पर समय बर्बाद नहीं करें। ऐसे प्रश्नों के उत्तर लास्ट में दे सकते हैं।
  • प्रश्नों के उत्तर छोटे-छोटे पैराग्राफ में और पॉइंट्स में लिखना अच्छा माना जाता है।
  • प्रश्नों के उत्तर देते समय शब्द सीमा का ध्यान रखें वैसे वर्ड लिमिट के मामले में थोड़ा रिलैक्सेशन दे सकते हैं।
  • प्रश्नों के उत्तर देते समय आपके पास परीक्षा के लिए निर्धारित समय में से बचे हुए समय का भी ध्यान रखना जरूरी होता है, जिससे आप सभी प्रश्नों के उत्तर देने में टाइम को मैनेज कर पाएं।
  • उत्तर के मुख्य बिंदुओं को हाइलाइट कर देना बेहतर होता है ताकि कॉपी चेक करते समय वे बिन्दु आसानी से दिखाई पड़े।
  • जहां तक संभव हो प्रश्नों के उत्तर प्वाईंट वाइज दें। इससे उत्तर के मुख्य बिंदुओं को जल्दी से जाना जा सकता है और जिसके मूल्यांकन में परीक्षक को कोई परेशानी नहीं होती है।
  • गणितीय प्रश्नों को स्टेप वाइज हल करें। इस रणनीति से परीक्षक को उत्तर के मूल्यांकन में आसानी होती है जो अच्छे मार्क्स पाने में मदद करता है।
  • प्रश्नों के उत्तर में आवश्यकतानुसार साफ-सुथरे डाइग्राम्स, ग्राफ और पिक्चर जरूर यूज करना चाहिए।
  • लिटरेचर के विषयों और मानविकी के अन्य विषयों में जहां तक संभव हो महापुरुषों और विषय के विद्वानों के सारगर्भित और प्रासंगिक सूक्तियों और कविताओं की कुछ पंक्तियों का उल्लेख अवश्य करना चाहिए। इससे प्रश्न के उत्तर काफी उत्कृष्ट होते हैं जो उत्कृष्ट अंक दिलाने में काफी सहायक होते हैं।
  • प्रश्नों के उत्तर सीक्वन्स में देना चाहिए। वैसे यह कोई नियम तो नहीं है। लेकिन ऐसे करने से काँपी का इंवेल्यूरेशन आसान हो जाता है।
  • एक ही प्रश्न के उत्तर कॉपी में कई पेज पर लिखने से बचना चाहिए। इस प्रकार के उत्तर के बिना मूल्यांकन के बचे रहने का भी जोखिम होता है।
  • जो भी लिखें सारगर्भित लिखें और प्रासंगिक लिखें। ब्लाफिंग और झूठे तथ्यों को लिखने से परहेज करना चाहिए।
  • प्रश्नों के उत्तर लिखते समय लेफ्ट साइड में मार्जिन जरूर रखें। इससे परीक्षकों को उत्तर के लिए दिए गए मार्क्स को लिखने में आसानी होती है।
  • प्रश्नों के उत्तर लिखने में ओवरराइटिंग न हो तो बहुत अच्छा है। यदि किसी गलत शब्द या वाक्य को काटना ही हो तो केवल उसे एक हॉरिजॉन्टल सीधी रेखा खींचकर काट देना चाहिए।

परीक्षा के दिन तैयारी कैसी हो, कॅरियर में मनचाही सफलता हेतु

                                                                                        

विद्यार्थी जीवन में परीक्षा सबसे बड़ा स्ट्रेस का कारण होता है। यह दिन किसी भी स्टूडेंट के लिए भ्रम, भय और घबराहट का होता है, इसके कारण स्टूडेंट्स न तो ढंग से खाना खा पाते हैं और न ही सो पाते हैं। परीक्षा की अच्छी तैयारी के बावजूद उनके मन में कई संदेह और कलम्बुजन बना ही रहता है। खुद को परीक्षा के डर, तनाव और संदेहों से बचा कर रखने के लिए और अपना परफॉरमेंस अच्छा करने के लिए परीक्षा के दिन स्टूडेंट्स को निम्न बातों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए-

  • डरें नहीं और धैर्य रखें खुद पर आत्मविश्वास रखें और यह मानकर चलें कि सब कुछ अच्छा होगा।
  • प्रीक्षा के दिन प्रायः स्टूडेंट परीक्षा के डर के कारण नाश्ता नहीं कर पाते हैं जो कि उचित नहीं है। अतः परीक्षा से पहले आप नाश्ता अवश्य करें।
  • परीक्षा के लिए अपने घर से समय से पूर्व निकलें ताकि व्यस्त ट्रैफिक में आपका टाइम खराब न हो और आप समय से परीक्षा कक्ष में पहुँचें।
  • सुनिश्चित कर लें कि आपने अपने साथ एडमिट कार्ड या हॉल टिकट आदि को रख लिया है। इसके अतिरिक्त अच्छी क्वालिटी के दो-तीन पेन, पेंसिल, इरेजर और स्केल आदि को अपने पास जरूर रखें।
  • अपने साथ मोबाइल, कैलकुलेटर, इलेक्ट्रॉनिक वॉच और अन्य डिजिटल इक्विपमेंट्स कभी भी साथ नहीं रखें, क्योंकि ये सारे उपकरण एग्जामिनेशन हॉल में अलाउड नहीं होते हैं।
  • परीक्षा हॉल में परीक्षा के शुरू होने का इंतजार करते समय गहरी सांस लेते रहें। इससे आपको कोई घबराहट नहीं होगी।
  • परीक्षा हॉल में कॉपी या स्क्रिप्ट मिलने के बाद फ्रंट पेज पर आवश्यक इनफार्मेशन को सावधानी से भरें।
  • आंसर शीट और क्वेश्चन पेपर पर लिखे गये सभी निदेशों को सावधानी से पढ़ें और उनके अनुसार कार्य करें।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आगामी वर्ष व एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन किया लेकिन मेडिकल स्टूडेंट द्वारा नीट 2024 परीक्षा में आखिर कितने अंकों की जरूरत की श्रेणी पर निर्भर करते हैं। अगर आप प्रतिशत और एससी, एसटी और दिव्या होगी, इसके लिए नीट 2023 के कट लिए एमबीबीएस कटऑफ स्कोर 720 कैटेगरी के लिए एमबीबीएस कटऑफ उम्मीदवारों के लिए एमबीबीएस कटऑफ करियर में सफलता कई बातों पर निर्भर करती है।

कई लोग कम योग्य होने के बावजूद लगातार सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते चले जाते हैं, वहीं काफी योग्य लोग भी आगे बढ़ने की जगह पिछड़ जाते हैं। अतः सफल होने के लिए कई बातों पर ध्यान देना जरूरी होता है जानें कुछ टिप्स-

अवसर की तलाश में रहे

                                                                         

जीवन में हमेशा नए-नए अवसर मिलते ही रहते हैं। वे लोग ज्यादा सफल होते हैं, जो इन अवसरों की सही पहचान कर पाते हैं और मिलने वाले अवसर का लाभ उठाते हैं। वहीं, कई लोग ऐसे भी मिलेंगे जो नए अवसर मिलने पर भी उसमें कोई रुचि नहीं दिखाते। इसलिए जैसे ही कोई नया अवसर मिले, उसका लाभ उठाने से चूकना नहीं चाहिए। हर परिस्थिति में काम करने को रहें तैयार रहना चाहिए।

आज का समय कड़े कॉम्पिटीशन का है। किसी भी क्षेत्र में रोजगार ज्यादा नहीं हैं। इसलिए अलग-अलग और कठिन परिस्थितियों में भी काम करने के लिए स्वयं को तैयार रखें। सामान्य परिस्थितियों में कोई भी काम कर के दिखा सकता है, पर जब आप कठिन चैलेंज लेने को तैयार रहेंगे तो आपको निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी।

अलग-अलग स्किल सीखें

आज के समय में जॉब पाने के लिए अलग-अलग स्किल्स का जानना बहुत जरूरी है। सामान्य डिग्री जॉब के लिए ज्यादा कारगर नहीं मानी जाती। अगर संबंधित सफलता के लिए कुछ टिप्स में आप कई भाषाओं को जानते हो तो आपके पास जॉब पाने के ज्यादा ऑप्शन होंगे और आपको दूसरे कैंडिडेट्स के मुकाबले तरजीह भी मिलेगी।

अंग्रेजी के अलावा भी रखें लैंग्वेज की जानकारी

ज्यादातर लोग हिंदी और अंग्रेजी की जानकारी रखते हैं। लेकिन इन दो भाषाओं के अलावा आप कोई अन्य विदेशी भाषा या क्षेत्रीय भाषा पर कमांड रखते हैं तो आपको जॉब मिलने में अधिक आसानी होगी। आज कई क्षेत्रों में अंग्रेजी के अलावा दूसरी विदेशी भाषा या भारत की प्रांतीय भाषाओं की जानकारी रखने वालों को काम करने के ज्यादा अच्छे मौके मिलते हैं।

टेक्नो फ्रेंडली बनें

                                                                        

यह जमाना टेक्नोलॉजी का है। इसमें अगर आप टेक्नो फ्रेंडली होंगे तो आपको कहीं भी कोई भी काम करने में सुविधा होगी। कम्प्यूटर और उसके अलग-अलग प्रोग्राम की जानकारी रखना भी बहुत जरूरी है, जो आपकी फील्ड से संबंधित हो। साथ ही, सोशल मीडिया के यूज को लेकर भी आपकी समझ अच्छी होनी चाहिए।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।