सवाल आपके और जवाब डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर के

                                   सवाल आपके और जवाब डॉक्टर दिव्यांशु सेंगर के-

सवाल 1- हमारे घर के पास ही एक बच्चे को डेंगू हो गया है। मै यह जानना चाहती हूँ कि क्या यह जानलेवा है और यदि हाँ तो हम इससे अपना बचाव कैेसे करें?

                                                                                                                                                                            -मानसी, दौराला।

उत्तर- इस बीमारी का वायरस हमारे शरीर में एडीज नामक मच्छर के काटने से प्रवेश करता है। डेंगू के लक्षण हल्का बुखार, शरीर में हरारत और शरीर पर दानों के साथ ही यह समाप्त हो जाता है, लबकि कुछ लोगों में तीव्र ज्वर, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और शरीर पर लाल रंग के दाने आना जैसे लक्षण भी प्रदर्शित करता है। इस बुखार के चलते कई लोगों में खून का रिसाव अथवा सूजन आदि भी दिखाई दे सकती है। यह बुखार जानलेवा भी हो सकता है। यदि किसी को कोई गम्भीर लक्षण दिखाई पड़ते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए और दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए। इसके साथ मच्छरों से बचने की पर्याप्त व्यवस्था करें।

सवाल-2 मेरे पुत्र की आयु 12 वर्ष है। उसके साथ यह परेशानी है कि उसके वक्ष का आकार सामान्य से अधिक प्रतीत होता है और इसके साथ उसकी छाती में बांयी ओर दर्द भी रहता है कोई कारगर उपाय बताएं?

                                                                                                                                                                         -सतीश कुमार, मेरठ।

उत्तर- अपने बेटे की इस समस्या के लिए आको तुरंत किसी बाल रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए। वह उसके बढ़ते हुए वक्ष और छाती में होने वाले दर्द के सम्बन्ध में उसका पूर्ण शारीरिक परीक्षण करेंगे और इसके साथ ही कुछ आवश्यक रक्त की जांचें तथा अल्ट्रासाउण्ड कराने के बाद उचित सलाह देंगे।

सावल- मेरी बेटी अभी मात्र 20 दिन की है, जिसे दिन में कई बार हिचकियाँ आती रहती हैं। इसके सम्बन्ध में घर के बड़े-बुजुर्ग उसे पानी लिाने की सलाह देते हैं। मै आपसे यह जानना चाहती हूँ कि क्या यह उचित है और इस उम्र में हिचकियों का आना एक सामान्य प्रक्रिया होती है?

उत्तर- नवजात शिुशुओं में हिचकी आना एक सामान्य प्रक्रिया होती है, जो कि अक्सर दुध के साथ अधिक हवा पवेट में चली जाने के कारण से होता है। चूँकि यह हवा डकार के माध्यम से बाहर नही निकल पाती है तो ऐसे में नवजात शिशु को देर तक डकार दिलवाएं अथवा बच्चे को अपने कंधे से लगाकर घूमें। पानी पिलाना इसका कोई विकल्प नही होता है, क्योंकि बच्चे को पानी पिलाने से उसके पेट में संक्रमण भी हो सकता है। जबकि आवश्यकता से अधिक हिचकियों के आने पर आपको तुरत किसी योग्य बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

लेखक: डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ के मेडिकल ऑफिसर हैं।