युवा भारत 27 वर्ष में तीव्र गति से बुजुर्ग समाज में परिवर्तित हो जाएगा

                    युवा भारत 27 वर्ष में तीव्र गति से बुजुर्ग समाज में परिवर्तित हो जाएगा

                                                                                                                                                                   डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                                                     

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट: मात्र 20 वर्ष में 103 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है बुजुर्गों की आबादी और 27 वर्ष के बाद लगभग प्रत्येक पाँच में से एक व्यक्ति होगा वृद्व।

देश में उत्तर प्रदेश, दूसरा सबसे युवा राज्य

    वर्तमान का युवा भारतीय समाज, आने वाले दशकों में तीव्र गति से एक वृद्व समाज में बदल जाएगा और ऐसे में वर्ष 2050 तक प्रत्येक पाँच व्यक्तियों में से एक व्यक्ति वृद्व होगा। चालू सदी के अंत तक देश की कुल आबादी का 36 प्रतिशत भाग वृद्व व्यक्तियों का होगा, जो अभी मात्र 10.1 प्रतिशत है। देश में बुजुर्गों की आबादी बढ़ने का सिलसिला वर्ष 2010 से प्रारम्भ भी हो चुका है। मौजूदा चलन के हिसाब से आने वाले लगभग 15 वर्षों में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या लगभग आज से दोगुनी हो जाएगी।

    भारतीय जनसंख्या के तेजी से बुजुर्ग अवस्था में परिवर्तित होने से इसमें आने वाली अनेक समस्याओं और उनके निदान एवं समाधान को ध्यान में रखकर संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष व भारत इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पापुलेशन साइंसेज ने इंडिया एजिंग रिपोर्ट, 2023 जारी की है।

    इस रिपोर्ट के अनुसार, केवल भारत की ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है। यदि बात वैश्विक स्तर पर की जाए, तो वर्ष 2022 में 7.9 अरब की आबादी में से करीब 1.1 अरब लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे। यह कुल वैश्विक आबादी का करीब 13.9 प्रतिशतवां हिस्सा है। वर्ष 2050 तक वैश्विक आबादी में बुजुगों की संख्या बढ़कर करीब 2.2 अरब (22 प्रतिशत) के करीब पहुंच जाएगी।

प्रजनन क्षमता के कम होने के कारण बढ़ी है बुजुर्गों की संख्या

                                                               

भारत में बुजुगों की तादाद बढ़ने के तीन प्रमुख कारण है जिनमें कम होती प्रजनन क्षमता, मृत्यु दर में कमी का आना और उत्तरजीविता में वृद्धि। जबकि विगत एक दशक में देश में प्रजनन क्षमता में 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

  • 2008-10 के दौरान देश में सकल प्रजनन दर 56.1 थी, जो 2018 मे 2020 के दौरान कम होकर 68.7 रह गई है। कुल आबादी में के राष्ट्रीय औसत से कम संख्या वाले 11 राज्य हैं। इनमें 77 प्रतिशत बुजुर्ग आबादी के साथ, बिहार देश का सबसे अधिक युवा राज्य है। जबकि 8.1 प्रतिशत बुजुर्ग आबादी के चलते उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक युवा राज्य है।
  • देश के शीर्ष पाँच युवा राज्यों में असोम (8.2 प्रतिशत) तीसरे, झारखंड़ (6.4 प्रतिशत) चौथे और राजस्थान तथा मध्य प्रदेश (6.5 प्रतिशत) औसत के साथ पाँचवें स्थान पर हैं।

                                                        

  • केरल देश का सबसे बुजुर्ग राज्यः 60 वर्ष से अधिक आयु वाले 14.5 प्रतिशत नागरिकों के साथ केरल देश का सबसे बुजुर्ग राज्य है। केरल में बुजुर्गों की आबादी में यह वृद्वि प्रजनन दर की तीव्र गिरावट के चलते हुई है। देश के सबसे बुजुर्ग पाँच राज्यों में केरल, तमलिनाडु और आन्ध्र प्रदेश दक्षिण से हैं जबकि हिमाचल प्रदेश और पंजाब राज्य उत्तरी भारत से हैं। इनमें से तमितलनाडु (13.7 प्रतिशत) दूसरे स्थान पर, हिमाचल प्रदेश (13.1 प्रतिशत) तीसरे, पंजाब (12.7 प्रतिशत) चौथे एवं आन्ध्र प्रदेश (12.3 प्रतिशत) पाँचवें स्थान पर आते हैं

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।