आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज मरीज पाँच सेकंड तक जीभ पर रख लें इस विशेष जड़ी-बूटी को तुरंत कंट्रोल हो जाएगी शुगर की क्रेविंग-

          आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज मरीज पाँच सेकंड तक जीभ पर रख लें इस विशेष जड़ी-बूटी को तुरंत कंट्रोल हो जाएगी शुगर की क्रेविंग-

                                                                                                                                                   डॉ0 सुशील शर्मा आयुर्वेदाचार्य एवं मुकेश शर्मा

                                                                  

मेडिशनल हर्ब शारदुनिका की पत्तियों में एसिड का एक एक्टिव कंपाउंड मौजूद होता है, जिसे जिम्नेमिक एसिड कहा जाता है। जिम्नेमिक एसिड शुगर के रोधी यौगिक उपलब्ध होते हैं, जो पल भर में मीठे की तलब को कम करने का काम भी बखूबी करते हैं।

यदि आपका मन कुछ मीठा खाने का अधिक हो रहा है, तो आप शारदुनिका की दो पत्तियों को मुँह लेकर धीरे-धीरे इन्हें चबा सकते हैं, इससे शुगर क्रेविंग तुरंत खत्म हो जाएगी।

हमारे देश में बीते कुछ सालों के दौरान डायबिटीज एक ऐसी समस्या उभरकर सामने आई है, जो तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। वर्तमान में हालात इतने विकट हैं कि भारत में लगभग प्रत्येक घर में एक ना एक शख्स इस गंभीर बीमारी से पीड़ित है, और इसी के चलते भारत को अब विश्व की डायबिटीज की राजधानी बन चुका है। गौरतलब है कि एक बार डायबिटीज हो जाने पर इसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है।

                                                              

ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति उम्र भर के लिए दवाओं के सहारे जीने को मजबूर हो जाता है। साथ ही मधुमेह की चपेट में आने पर खानपान का भी खास ध्यान रखना होता है। खानपान में जरा सी लापरवाही इस समस्या को अधिक बढ़ा सकती है। इसमें भी खासकर मधुमेह रोगियों को मीठे से सख्त परहेज करने की सलाह दी जाती है।

क्यों करना चाहिए मीठे से परहेज?

दरअसल, डायबिटीज होने पर आपका शरीर या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता या फिर इंसुलिन का उत्पादन होता तो है लेकिन शरीर ठीक ढंग से उसका उपयोग नहीं कर पाता है। ऐसे में बॉडी शुगर या कार्बोहाइड्रेट का अवशोषण नहीं कर पाती है। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है और बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल हार्ट, लिवर, किडनी, लंग्स, आंख सहित शरीर के कई अंगों के लिए खतरा बनता चला जाता है।

                                                          

यही कारण है कि मधुमेह रोगियों के लिए मीठा का सेवन करना सेहत को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाने जैसा ही होता है। ऐसे में, अगर आप भी इस गंभीर और लाईलाज समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन आपको समय-समय पर मीठा खाने की क्रेविंग होती रहती है, तो हम आपके लिए मीठे का विकल्प शारदुनिका की पत्तियाँ का सुझाव लेकर आए हैं जो कि आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

प्रस्तुत लेख में हम आपको एक ऐसी विशेष जड़ी-बुटी के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं, जो चुटकियों में शुगर की क्रेविंग को कम करने में आपकी मदद कर सकती है, और इसके साथ ही इसके सेवन से बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवर पर भी काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा है। तो आइए, अब जानते हैं इस मेडिशनल हर्ब के बारे में विस्तार से-

क्या है ये खास जड़ी-बूटी?

                                                                     

दोस्तों, दरअसल हम यहां शारदुनिका की बात कर रहे हैं। आयुर्वेद में शारदुनिका को ‘मधुनाशिनी’ के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, वैसे तो सेहत पर इस हर्ब विशेष के विभिन्न लाभ होते हैं, हालांकि इस हर्ब को खासतौर पर ‘मीठे स्वाद’ को खत्म करने के लिए जाना जाता है। शारदुनिका की पत्तियों में एसिड का एक एक्टिव कंपाउंड उपलब्ध होता है, जिसे जिम्नेमिक एसिड (Gymnemic Acid) कहा जाता है। जिम्नेमिक एसिड ही असल में वह शुगर रोधी यौगिक है, जो पल भर में मीठे की तलब को कम करने का काम करते हैं।

ऐसे में अगर आपको अधिक मीठा खाने का मन हो, तो आप शारदुनिका की दो पत्तियों को लेकर धीरे-धीरे उन्हें चबा सकते हैं, इससे शुगर क्रेविंग तुरंत खत्म हो जाएगी। हालांकि, क्योंकि शारदुनिका की पत्तियों का स्वाद अधिक कड़वा और कसैला होता है, ऐसे में आप चाहें तो शारदुनिका पाउडर को भी केवल 5 सेकंड के लिए जीभ पर रख सकते हैं। ऐसा करने पर भी आपकी मीठा खाने की इच्छा तुरंत खत्म हो जाएगी।

इन सब के अलावा शारदुनिका के पत्तों में रेजिन, एल्ब्यूमिन, क्लोरोफिल, कार्बोहाइड्रेट, टार्टरिक एसिड, फॉर्मिक एसिड, ब्यूटिरिक एसिड और एन्थ्राक्विनोन डेरिवेटिव जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो तेजी से बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में असरदार माने जाते हैं। ऐसे में सुबह के समय इस खास हर्ब की पत्तियों या इससे तैयार पाउडर के सेवन से दिनभर ब्लड शुगर लेवल कन्ट्रोल ही रहता है।

शारदुनिका की पत्तियों से प्राप्त होने वाले अन्य लाभ-

                                                                     

  • शुगर क्रेविंग को कम करने और ब्लड शुगर कंट्रोल करने के अलावा शारदुनिका के हमारी सेहत के सम्बन्ध में अन्य कई प्रकार के लाभ होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, शारदुनिका का चूर्ण पीसीओडी के चलते बढ़ने वाले वजन को भी कम करने में अत्यन्त प्रभावशाली सिद्व हो सकता है।
  • यह विशेष चूर्ण आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी कारगर होता है।
  • यदि किसी को त्वचा पर खुजली या जलन का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे में वह शारदुनिका की पत्तियों को अपने शरीर पर रगड़ सकते हैं, और ऐसा करने से खुजली से पीड़ित को खुजली से राहत मिलती है।
  • इन सब लाभों के अलावा इसकी पत्तियों को चबाने से शरीर और जोड़ों में आने वाली सूजन को भी प्रभावी ढंग से कम किया जा सकता है।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा एक उच्च स्तर के आयुर्वेदाचार्य हैं जो पिछले काफी समय से कंकर खेड़ा में आयुर्वेद की चिकित्सा लोगों को प्रदान कर रहे हैं।