इलेक्ट्रान का राज खोलने वाले विज्ञानियों को भौतिकी का नोबेल

                                              इलेक्ट्रान का राज खोलने वाले विज्ञानियों को भौतिकी का नोबेल

                                                                                                 

इलेक्ट्रान की गतिविधियों का गहन अध्ययन करने के लिए तीन इस बार विज्ञानियों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा। यह अध्ययन अमेरिका के पियरे एगोस्टिनी, जर्मनी के फेरेंक क्राज और स्वीडन की विज्ञानी एनी एल हुइलियर के द्वारा किया है। एनी भौतिकी का नोबेल पुरस्कार पाने वाली पाँचवीं महिला हैं।

यह अध्ययन इन-विट्रो डायग्नोस्टिक तकनीक से बीमारियों की बेहतर पहचान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इससे इलेक्ट्रानिक क्षेत्र में भी नई संभावनाएं भी बनेंगी। पुरस्कार पर क्राज ने कहा कि उन्हें पुरस्कार जीतने की आशा नहीं थी। एकेडमी के अनुसार विज्ञानियों ने इस अध्ययन के दौरान प्रकाश की अत्यंत छोटी तरंगें तैयार करने का तरीका भी प्रदर्शित किया है, जिसका उपयोग उन तीव्र प्रक्रियाओं को मापने के लिए किया जा सकता है। जिनमें इलेक्ट्रान चलते हैं या ऊर्जा बदलते हैं।

पुरस्कार चयन समिति की सदस्य इवा ओल्सन ने कहा कि एटोसेकंड प्रकाश तरंगें पैदा करने वाले इस अध्ययन ने इलेक्ट्रान की दुनिया को बेहतरी से समझने के द्वार खोल दिए हैं। एक समय यह माना जाता था कि इलेक्ट्रान में हो रहे बदलाव को देख पाना संभव नहीं है। एगोस्टिनी व क्राज ने बताया कि कैसे इलेक्ट्रान की गतिविधियों से अतिसूक्ष्म प्रकाश तरंगे पैदा की जा सकती हैं। अहम है कि विजेताओं को अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर पर आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार राशि नोबेल की संपत्ति में से दी जाती है।

                                         

  • अमेरिका के पियरे एगोस्टिनी, स्वीडन की एनी और जर्मनी के फेरेंक काजको पुरस्कार
  • इलेक्ट्रान का अध्ययन कर बताया कि कैसे बनती हैं प्रकाश की छोटी तरंगें

मुझे इसकी ‘‘नोबेल की” जानकारी कक्षा में लेक्चर देते समय मिली। मैं बहुत प्रसन्न हूं। सभी महिलाओं से मैं कहता चाहती हूं कि यदि आपको इस प्रकार की चुनौतियों में रुचि और थोड़ा सा जुनून है तो आपको आगे बढ़ना चाहिए। एनी एल हुइलियर, नोवेल विजेता विज्ञानी।

  • 1-10 करोड़ स्वीडिश क्रोनर 10 लाख अमेरिकी डालर की नकद राशि तीनों विज्ञानियों को संयुक्त रूप से प्रदान की जाएगी।
  • 4 अक्टूबर को रसायन का नोबेल पुरस्कार घोषित किया जाएगा। पांच अक्टूबर को साहित्य के नोबेल विजेता की घोषणा की जाएगी।
  • 6 अक्टूबर को शांति पुरस्कार की घोषणा होगी और अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा नौ अक्टूबर को होगी।

एटोसेकंड से कम समय में इलेक्ट्रान क्या करता है

                                                                      

रायल स्वीडिश एकेडमी आफ साइंसेज के महासचिव हँस एलेग्रेन ने स्टाकहोम में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की। एकेडमी के अनुसार, इन विज्ञानियों ने एटोसेकंड से भी कम समय में अणु और परमाणु के भीतर इलेक्ट्रान की गतिविधियों को समझने के लिए सशक्त आधार उपलब्ध कराया है। एटोसेकंड समय की अति सूक्ष्म इकाई है। भौतिकी में नोबेल चयन समिति की सदस्य इवा ओल्सन के अनुसार दिल की एक धड़कन एक सेकंड के बराबर होती है।

एटोसेकंड को समझने के लिए इस समयावधि को 1-000 से छह बार विभाजित करना होगा। इससे स्पष्ट है कि इन तीनों विज्ञानियों ने कितनी अल्प अवधि में इलेक्ट्रान की गतिविधियों का अध्ययन सफलतापूर्वक किया है।