हार्टबर्न और हार्ट अटैक

                        हार्टबर्न और हार्ट अटैक को अक्सर एक समझ लेते हैं लोग, जानें इनके लक्षणों में अंतर

                                                                                                                                            डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                            

           Difference Between Heartburn and Heart Attack: आज के समय में खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी गड़बड़ी की वजह से लोगों में हार्ट अटैक की समस्या तेजी से बढ़ रही है। हार्ट अटैक के लक्षण इतने सामान्य होते हैं, कि अक्सर लोग इन्हें समझ नहीं पाते हैं। सीने में दर्द, जलन और भारीपन जैसे लक्षणों को हार्ट अटैक का लक्षण माना जाता है। लेकिन ये लक्षण कई अन्य समस्याओं में भी दिखाई देते हैं। इसकी वजह से अक्सर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। हार्टबर्न की समस्या में भी सीने में जलन, दर्द और भारीपन जैसी परेशानियां होती हैं। इसकी वजह से लोग हार्टबर्न को हार्ट अटैक हे समझ बैठते हैं। इसके अलावा पेट से जुड़ी परेशानियों में भी कई ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, जो हार्ट अटैक जैसे होते हैं। आइये इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं हार्ट अटैक और हार्टबर्न में क्या अंतर होता है?

सीने में जलन या हार्टबर्न और हार्ट अटैक के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं, यही कारण है कि लोग हार्ट अटैक आने पर भी इसे सीने में जलन और पेट से जुड़ी समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। इस परिस्थिति में इलाज न मिलने पर कुछ लोगों की जान भी चली जाती है। हार्ट अटैक और हार्टबर्न दोनों ही समस्याएं अलग-अलग कारणों से होती हैं। खानपान में गड़बड़ी, एसिडिटी और अपच आदि की वजह से सीने में जलन आम है, लेकिन हार्ट अटैक की समस्या हृदय को ब्लड सप्लाई अर्ने वाली धमनियों के ब्लाक होने पर आता है। 

लखनऊ के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के के कपूर कहते हैं कि, "हार्टबर्न की समस्या फूड पाइप में एसिड आने की वजह से होती है। इसका मुख्य कारण गलत खानपान और खराब जीवनशैली है। वहीं हार्ट अटैक दिल से जुड़ी बीमारी और धमनियों में ब्लॉकेज की वजह से होने वाली परेशानी है।" हार्टबर्न कुछ समय के लिए रहता है और लेकिन हार्ट अटैक के लक्षण काफी समय पहले से शुरू हो जाते हैं।

हार्टबर्न और हार्ट अटैक में कुछ मुख्य अंतर इस तरह से हैं-

                                                                    

1. सीने में जलन या हार्टबर्न की समस्या में सीने के ऊपरी भाग या छाती के बीच में दर्द और जलन होती है। वहीं हार्ट अटैक आने पर छाती के बीचोंबीच और बाईं तरफ तेज दर्द होता है।

2. हार्टबर्न की वजह से होने वाली परेशानियां फूड पाइप और सीने तक ही सीमित रहती हैं। वहीं हार्ट अटैक की वजह से होने वाला दर्द आसपास के अंगों में भी फैल सकता है।

3. आमतौर पर सीने में जलन कुछ देर के लिए रहती है और भोजन पचने के बाद ठीक हो जाती है। वहीं हार्ट अटैक की वजह से होने वाला दर्द काफी देर तक बना रहता है।

4. हार्ट अटैक आने पर होने वाला दर्द बहुत ज्यादा गहरा होता है और इसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत और चक्कर आने की समस्या होती है। वहीं हार्टबर्न में दर्द के अलावा मुंह में एसिड का खट्टा स्वाद और डकार आने की समस्या होती है।

5. हार्टबर्न होने पर सीने में जलन के साथ भारीपन भी रहता है, लेकिन हार्ट अटैक आने पर बहुत तेज दर्द के साथ हार्ट को निचोड़ने वाला दर्द होता है।

हार्टबर्न क्या होता है?- What is Heartburn

                                                          

हार्टबर्न की समस्या में गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) की वजह से होती है। पेट में अपच होने पर एसिड फैलने की वजह से यह एसिड फूड पाइप में भी आया जाता है। इसकी वजह से आपको सीने में जलन और दर्द जैसी परेशानियां होती हैं। हार्टबर्न होने पर आपके सीने में जलन और गले में खट्टापन जैसा स्वाद महसूस होता है। सीने में जलन या हार्टबर्न कोई गंभीर स्थिति नहीं है, लेकिन लगातार होने पर आपको डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।

हार्ट अटैक क्या है?- What is Heart Attack

                                                        

हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इन्फार्कशन भी कहा जाता है। धमनियों में ब्लॉकेज और हार्ट से जुड़ी परेशानियों के कारण आपको यह समस्या हो सकती है। जब दिल के मांसपेशियों में ठीक ढंग से ऑक्सीजन और ब्लड की आपूर्ति नहीं हो पाती है, तब हार्ट अटैक आता है। इसकी वजह से हार्ट की मांसपेशियों को गंभीर नुकसान पहुंचता है और शरीर के अन्य अंगों तक ब्लड सप्लाई प्रभावित होती है। इससे इंसान की जान चली जाती है।

हार्ट अटैक और हार्टबर्न के लक्षणों को सही समय पर पहचानकर सही कदम उठाने से आप गंभीर रूप से इसका शिकार होने से बच सकते हैं। हार्ट अटैक के लक्षणों को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, सही समय पर इलाज न मिलने से हार्ट अटैक आने पर मरीज की मौत हो जाती है।

लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ में मेडिकल ऑफिसर हैं।

डिस्कलेमर: उक्त लेख में प्रकट किए गए विचार लेखक के अपने मौलिक विचार हैं।