कृषि विश्वविद्यालय में मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन

                                             कृषि विश्वविद्यालय में मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन

                                                  

    कृषि विश्वविद्यालय के जैव-प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) इकाई के द्वारा ‘मेरी माटी, मेरा देश’ थीम के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, एनएसएस सभी छात्रो ने अपने गाँवों, घर और हॉस्टल परिसर आदि स्थानों से मिट्टी जमा की।  मातृभूमि की मिट्टी इक्कठा करने से आमजन में यह सन्देश जाता है कि आज के छात्र जो कि कल का भविष्य भी है ये अपनी मातृभूमि के प्रति गहरा समर्पण रखते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से, छात्र वॉलंटियर्स ने अपने देश प्रेम और समर्पण के साथ अपने देश के प्रति गहरी भावनाओं को व्यक्तं किया।

इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को सामाजिक जागरूकता और सेवा भावना की प्रेरणा भी मिलती है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना पैदा करना और राष्ट्रीय भावनाओं को बढ़ावा देना था, जिसमे महाविद्यालय सफल रहा। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपने कॉलेज कैम्पस के भीतर एक पैदल मार्च भी निकला।

                                                       

छात्र कैम्पस परिसर में ‘वंदे मात्रम’, ‘मां तुझे सलाम’, ‘भारत माता की जय’ जैसे राष्ट्रीय नारों का जय घोष करते हुए सभी को साथ ले कर एक साथ आगे बढ़ते गए तथा अंत में जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में एकत्र होकर भारतीय भावनाओं को अद्भुत ढंग से व्यक्त किया।

इसके साथ ही एनएसएस इकाई के द्वारा सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भागीदारी की भावना को बढ़ावा दिया गया। छात्रों ने इस यात्रा मे बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों को याद किया, जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन देश के प्रति छात्रों की निष्ठा को सत्यापित करता है।

                                                    

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. आर. कुमार, डीन जैव-प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं प्रो. आर.एस. सेंगर, एनएसएस इंचार्ज का विशेष योगदान रहा। छात्रों को मिट्टी का महत्त्व बताते हुए लोगों को देश की माटी से जुड़ने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. पंकज चौहान और डॉ. नीलेश कपूर, कार्यक्रम समन्वयक द्वारा किया गया।

इस कार्यक्रम में एन.एस.एस. अधिकारी डॉ. नीलेश कपूर, डॉ. पंकज चौहान, के अलावा छात्र/छात्राएं  जतिन, विवेक, अमरीश श्रीवास्तव, प्रन्जुल, वदना, ख़ुशी गुप्ता, दिव्या, अंकुर, साक्षी, आशु, विशाल, विधि, यशवर्धन, हरिओम, वंश और कशिश आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।