शिक्षण एवं शोध को सुधारने के लिए उठाए जाएंगे विभिन्न कदम

                                   शिक्षण एवं शोध को सुधारने के लिए उठाए जाएंगे विभिन्न कदम

                                  

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आज कुलपति प्रोफेसर के के सिंह की अध्यक्षता में सीनियर ऑफिसर्स कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने कहा की रिसर्च की गुणवत्ता को सुधारने के लिए विश्वविद्यालय अपने स्तर से वैज्ञानिको को फंड देगा, जिससे छोटी-छोटी परियोजनाओं पर कार्य करके वैज्ञानिक अच्छा शोध कर सकें। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि किसानों की आवश्यकता के अनुसार शोध का कार्य विश्वविद्यालय में किया जाए, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के हित में तकनीक का विकास हो सकें और उससे सीधे किसान लाभान्वित हो सकें।

उन्होंने सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों से कहा कि वह विभिन्न कार्यों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप को बना ले जिससे जो भी नोटिस निकलना हो तो उसके माध्यम से सभी के पास भेजा जा सके। जिससे पेपर का दुरुपयोग ना हो और पेपर को बचाया जा सके, उन्होंने सभी अधिष्ठाताओं को निर्देश दिए कि छात्रों के प्रयोगात्मक कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए प्रयोगशालाओं को सुसज्जित कर अधिक से अधिक छात्रों को प्रैक्टिकल कराई जाए। उन्होंने कहा कि प्रयोगशालाओं में जो भी उपकरण उपलब्ध है उनकी लिस्ट तैयार कर जल्द से जल्द देने के लिए कहा, जिससे यदि कहीं भी कोई कमी है तो उन को मंगाकर प्रयोगशाला में अधिक से अधिक छात्रों को सिखाया जा सके।

                                                                   

कुलपति ने कहा कि चिंतन कार्यक्रम के दौरान जो निर्णय लिए गए थे उनको जल्द से जल्द विश्वविद्यालय में लागू किया जाएगा। उन्होंने शोध छात्रों को डाटा बुक दिए जाने का भी निर्देश दिया और समस्त विभाग अध्यक्षों तथा अधिष्ठाओं से कहा कि वह प्रत्येक माह डाटा बुक का जो भी रीडिंग छात्रों द्वारा लिखी गई है उसका सत्यापन करें और यदि छात्रों एवं छात्राओं को कोई शोध के दौरान दिक्कत आ रही है तो उसका निदान भी तुरंत करें।

उन्होंने विश्वविद्यालय का विजन डाक्यूमेंट तैयार कर जल्द से जल्द उसको रिलीज करने की बात कही साथ ही कैंपस को इको फ्रेंडली बनाने के लिए सोलर पैनल तथा अधिक से अधिक फलदार वृक्षों को लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने विश्वविद्यालय में शोध की गतिविधियों को और अधिक तेज करने का शिक्षकों से आवाहन किया साथ ही कहा कि इससे उच्च गुणवत्ता के शोध पत्र प्रकाशित किया जा सकेंगे और अधिक से अधिक पेटेंट भी प्राप्त हो सकेंगे।

कुलपति ने मीटिंग के दौरान निर्णय लिया की विश्वविद्यालय में बेस्ट टीचर, बेस्ट कर्मचारी तथा बेस्ट छात्र को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए छात्रों से शिक्षकों का फीडबैक लिया जाएगा और बेस्ट कर्मचारियों के लिए दिन प्रतिदिन के कार्यों को अपडेट करने के लिए एक रजिस्टर बनवाया जाएगा। जिससे उनका भी समस्त रिकॉर्ड रखा जा सके और उनके कार्य के आधार पर उनको भी प्रत्येक वर्ष सम्मानित करने की व्यवस्था की जा रही है।

                                              

इस अवसर पर कुल सचिव डॉक्टर रामजी सिंह, डॉक्टर बी आर सिंह, डॉक्टर अनिल सिरोही, लक्ष्मी मिश्रा, वित्त नियंत्रक, प्रोफेसर पीके सिंह, प्रोफेसर विवेक धामा, निर्देशक ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट प्रोफेसर आर एस सेंगर, डॉ मनीष शुक्ला, डॉ लोकेश गंगवार, डॉ पंकज कुमार, डॉ यू पी शाही, डॉ दीपक सिसोदिया, डॉ अशोक यादव, डॉ दीपक सिसोदिया, डॉक्टर विजेंद्र सिंह, डॉक्टर गजे सिंह एवं रितुल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।