पेट की चर्बी व मोटापा कम करने की होम्योपैथिक मेडिसिन या दवा

                                    पेट की चर्बी व मोटापा कम करने की होम्योपैथिक मेडिसिन या दवा

                                                                                                                                             डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                              

वेट लॉस के लिए होम्योपैथिक दवाओं का सेवन करना भी कुछ लोगों को पसंद आता है। कुछ ऐसी ही दवाए जो बेली फैट कम करने के लिए आमतौर पर प्रचलित हैं।

Homeopathic medicine for weight loss: वेट लॉस करने के लिए एक्सरसाइज, डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल की सलाह हर हेल्थ और फिटनेस एक्सपर्ट द्वारा दी जाती है। वहीं, कुछ लोग घरेलू नुस्खों और कुछ खास दवाओं की मदद से भी फैट लॉस या वेट लॉस करने की कोशिश करते हैं। इसी तरह पेट की चर्बी कम करने के लिए होम्योपैथिक दवा का उपयोग किया जाता है। मोटापा कम करने के लिए फैट कम करने की होम्योपैथिक मेडिसिन कई हैं।

अगर आप भी पेट कम करने की दवा खोज रहे हैं तो अंग्रेजी दवा की जगह होम्योपैथिक को चुन सकते हैं। वजन कम करने के लिए होम्योपैथिक दवा ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पतले होने की होम्योपैथिक दवा का सेवन कोई साइड इफेक्ट नहीं देता है। हम यहां पर वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक दवाओं पर बात कर रहे हैं। पेट की चर्बी कम करने के लिए आप भी इन होम्योपैथिक दवाओं Homeopathy helps for weight loss का सेवन कर सकते हैं।

                                                             

होम्योपैथी दवा सेवन करने की कुछ शर्तें

अगर आप मोटापा घटाने के लिए होम्योपैथी दवा HomeoathicMdicins का सेवन करना चाहते हैं तो उसकी कुछ शर्ते होती हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पेट की चर्बी कम करने के लिए होम्योपैथी की दवा तभी काम करती है जब जरूरी परहेज किया जाता है।

वजन कम करने के लिए होम्योपैथिक इलाज में इंसान की मेडिकल हिस्ट्री का उपयोग किया जाता है। वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक ट्रिटमेंट में फैमिली हिस्ट्री का भी विशेष महत्व होता है। 

आपको वजन घटाने के लिए होम्योपैथिक दवाओं के उपयोग के साथ खाने में वसा के उपयोग पर विशेष ध्यान देना होता है। 

वेट लॉस में होम्योपैथी दवा असर कैसे होता है

इस मसले पर होम्योपैथी के एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह बहुत कुछ मेटॉबालिज्म पर आधारित होता है। होम्योपैथिक दवाओं से वजन घटाना आसान इसलिए है, क्योंकि यह पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म को ठीक करता है।

इसके अलावा होम्योपैथी दवाओं से भूख को कंट्रोल किया जाता है। इन दवाओं को उन लोगों को दिया जाता है जो बहुत अधिक खाना खाते हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ दवाओं के उपयोग से ही वजन कम हो जाता है। होम्योपैथिक दवाओं के साथ संतुलित आहार और व्यायाम की भी जरूरत होती है।

मोटापा कम करने वाली होम्योपैथिक दवाएं

                                                             

मोटापा कम करने वाली कुछ दवाओं के नाम हम यहां पर दे रहे हैं। इन दवाओं के सेवन से मोटापा तेजी से घटता है। दवाओं का सेवन करने से पहले डॉक्टर से यह जरूर जान लें कि आपके लिए कौन सी दवा फायदेमंद है।

1. कैल्केरिया कार्बोनिका (Calcarea Carbonicum)

2. नेट्रम म्यूर (Natrum Mur)

3. लाइकोपोडियम (Lycopodium)

4. नक्स वोमिका (Nux Vomica)

5. एंटीमोनियम क्रूडम (Antimonium Crudum)

जाँघ, पेट एवं चूतड़ों की चर्बी कम करने के उपाय

                                                             

  हिप्स/चूतड़ की चर्बी कम करने के लिए बेहद आसान योगासन

तितली आसन (बटर फ्लाई)

  इस आसन को करने के लिए आप सुखासन में बैठ जाएं तथा अपनी साँसों को नार्मल करें। अब धीरे-धीरे अपने पैरों के दोनों तलवों को आपस में मिलाएं एवं अपने दोनों हाथों की अंगुलियों को आपस में फंसाकर दोनों पैरों के पंजे अपनी मुट्ठी में होल्ड करें।

  अब दोनों पैरों को उड़ती हुई तितली के पंखों की तरह से ऊपर-नीचे मूव करें। इस आसन को आप कम से कम 10 मिनट तक करें। इससे पेल्विक मसल्स को टोन करने में सहायता मिलती है। हिप एवं थाई का फैट कम हो जाता है तथा पेट के ऊपर की चर्बी भी हट जाती है, इसके साथ ही बैक पेन में भी आराम होता है।

  यह आसन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं से भी निजात दिलाता है। इस बात का ध्यान रखें कि यह आसन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान नही करना चाहिए, अपितु इस दौरान उन्हें वाकिंग करनी चाहिए।

तितली आसन पैरों की विशेष रूप से जाँघों की मसल्स को सुदृढ़ बनाता है। इसमें घुटनों पर अतिरिक्त दबाव नही पड़ता है और वजन नियन्त्रित रहने के साथ ही आप स्वयं को ऊजावान अनुभव करते हैं।

मलासन (स्कॉट पोजिशन)

                                                                 

  स्कॉट पोजिशन को मलासन के रूप में भी जाना जाता है। इस आसन को करने के लिए आपको एक स्थान पर सीधे खड़े हो जाना है। इसके बाद अपने पैरों के बीच में 1.5 फीट का गैप बनाकर अपने घुटनों को मोड़कर कुर्सी पर बैठने की पोजिशन को बनाएं।

ध्यान रखें कि आपको न तो कुर्सी ही बैठना है और न ही अपने घुटनों के बल बैठना है। आप अपने आप जितनी देर स्कॉट पोजिशन में होल्ड कर सकते है, करने की कोशिश करें। इस प्रक्रिया को 15 से 20 बार दोहराएं। आप इस आसन के 3 सेट एक बार में कर सकते हैं। इसके साथ ही प्रत्येक सेट के बाद 10 से 15 सेकण्ड का ब्रेक लें।

कोई भी आसन खाना खाने के एकदम बाद नही करना चाहिए तथा आसन करने और भोजन के बीच 2 से 3 घण्टे का अन्तर रहना आवश्यक है।

  वजन को कम करने के लिए बताये जाने वाले अधिकतर उपाय गलत ही होते हैं, मोटापे का कैलोरी तथा व्यायाम से कोई भी लेना-देना नही होता है और मजेदार बात यह है कि वजन को कम करना इतना कठिन काम भी नही है।

वजन कम करने के लिए 18 बेहद आसान टिप्सः

1. यदि आप वजन को कम करने के लिए वाकई गम्भीर हैं, तो सबसे पहले यह सुनिश्चित् कीजिए कि आप जो भी खाएं उसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम हो। यह बात विभिन्न शोध में सिद्व किया जा चुका है कि कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा जिम्मेदार हैं।

2. वजन को कम करने के लिए विभिन्न लोग खाना-पीना छोड़ देते हैं, जबकि ऐसा करना हानिकारक सिद्व हो सकता है। यदि आप मोटापा कम करने के सम्बन्ध में वाकई गम्भीरता पूर्वक विचार कर रहे है, तो आप खाना अवश्य ही खाएं और पेटभर कर खाना खाएं। लेकिन कार्बोहाइड्रेट को घटाने के साथ ही फैट की मात्रा को कम न करें अपितु आप सीमित मात्रा में मक्खन एवं घी आदि का सेवन कर सकते हैं।

3. वजन को कम करने के लिए आवश्यक है कि आप जो कुछ भी खाएं वह रियल फूड होना आवश्यक है, न कि बाजार में बिकने वाले प्रोसेस्ड अथवा लो-कार्ब फूड।

लेखकः मुकेश शर्मा होम्योपैथी के एक अच्छे जानकार हैं जो पिछले लगभग 25 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हे। होम्योपैथी के उपचार के दौरान रोग के कारणों को दूर कर रोगी को ठीक किया जाता है। इसलिए होम्योपैथी में प्रत्येक रोगी की दवा, दवा की पोटेंसी तथा उसकी डोज आदि का निर्धारण रोगी की शारीरिक और उसकी मानसिक अवस्था के अनुसार अलग-अलग होती है। अतः बिना किसी होम्योपैथी के एक्सपर्ट की सलाह के बिना किसी भी दवा सेवन कदापि न करें।

इसमें ऐसा भी हो सकता है कि आपकी दवा कोई और भी हो सकती है और कोई दवा आपको फायदा देने के स्थान पर नुकसान भी कर सकती है। अतः बिना चिकित्सीय परामर्श के किसी भी दवा का सेवन न करें। इसके लिए आप फोन न0- 9897702775 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।

डिसक्लेमरः प्रस्तुत लेख में व्यक्त किए गए विचार लेखकगण के अपने हैं।