बिना किसी कारण के उदास रहना

                                  बिना किसी कारण के उदास रहना, हमारे एक्सपर्ट से जानें इसके क्या कारण हो सकते हैं-

                                                                                                                                     डॉ0 आर. एस. सेंगर एवं मुकेश शर्मा

                                    

Causes of Sadness In Life: कई बार हम बिना किसी कारण भी अपने आपको उदास महसूस करने लगते हैं। ऐसे में किसी ठोस कारण के नही होने पर भी हमें इरिटेशन और परेशानी हो सकती है।

The Cause of Sadness: दुःख और खुशी यह दोनों ही हर किसी की जीवन मंे ऐसी अहम भावनाएं होती हैं, जिन पर किसी का कोई बस नहीं होता है। जब हम परेशान होते हैं या किसी भी विषय बारे में ज्यादा सोचने लगते हैं, तो ऐसे में यह उदासी हम पर ही हावी होने लगती है। ऐसे में हमारी ओवर थिंकिंग से यह और ज्यादा बढ़ सकती है, जो एंग्जायटी और स्ट्रेस का कारण भी बन सकती है।

कई बार हम किसी ठोस कारण के भी उदासी महसूस करने लगते है। ऐसे में किसी काम में भी हमार मन नहीं लगता और हम बिना कारण ही परेशान होने लगते हैं। ऐसे में हम बिना कारण स्वयं बैचेन और उदास भी महसूस कर सकते हैं। इस समस्या के पीछे कई अन्य कारण ऐसे भी हो सकते हैं, जिन पर आरम्भ में ही ध्यान देना बहुत आवश्यक होता है। ऐसे में यदि हम इन्हें नजरअंदाज करते हैं, तो यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य को काफी अधिक कुप्रभावित कर सकते हैं।

                                                      

Feeling Sad With No Reason: बिना किसी ठोस वजह के उदास रहने के कारण-

डिप्रेशन की शुरुआत

हर समय बिना कारण के उदास रहना, डिप्रेशन के शुरुआती लक्षण भी हो सकता है। इस स्थिति में, जब आपका मन किसी भी काम में नहीं लगता और आप बिना किसी कारण परेशान और उदास रहने लगते हैं। वहीं यदि यह समस्या 2 सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहती है, तो यह किसी गंभीर मानसिक स्थिति का रूप भी धारण कर सकती है।

हार्मोन्स में बदलाव- Change in Hormones

रिप्रोडक्टिव हार्मोन्स में बदलाव आने के कारण से भी महिलाओं में दिनभर उदासी का अनुभव हो सकता है। यह समस्या ज्यादातर महिलाओं में, पीरियड्स शुरु होने से पहले या फिर प्रेग्नेंसी के बाद उत्पन्न होने लगती है।

                                                        

जीवन से जुड़ी समस्याओं के कारण

अपने जीवन में कई बार हमें कुछ ऐसी परिस्थितियों से गुजर पड़ता हैं, जिनका समाधान निकाल पाना हमारे वश में भी नहीं होता है। ऐसे में हम न चाहते हुए भी ऐसी चीजों के बारे में बहुत अधिक सोचने लगते हैं और अंदर ही अंदर परेशान होने लगते हैं, जिनका कोई भी हल हमारे पास नही होता है। इसके विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे कि काम का तनाव, हमारे किसी करीबी का बीमार होना, अपने रिश्ते से जुड़ी विभिन्न समस्याएं तथा अन्य अनेक प्रकार की भी कोई समस्या आदि कुछ भी हो सकती हैं।

मौसम का बदलना- Change in Weather

मौसम में बदलाव आने के कारण भी हमारा मूड स्विंग्स हो सकता हैं। यह समस्या अधिकतर सभी लोगों के साथ होती है बस इसमें अन्तर केवल यह होता है कि किसी में कम तो किसी में अधिक। दरअसल, मौसम में बदलाव आने का प्रभाव भी हमारे शरीर पर भी असर छोड़ता है। जिसके कारण हमारे लाइफस्टाइल में भी व्यापक बदलाव आ जाता है, इस प्रकार यह भी बिना किसी कारण के उदास रहने और मूड बदलने आदि का कारण भी हो सकता है।

                                                          

बिना किसी कारण उदास रहने की समस्या के साथ डील कैसे करें- How To Deal with Sadness

पहले समझें परेशानी का कारण

यदि आप इस समस्या से बाहर आना चाहते है, तो सबसे पहले आपको इसका कारण जानने की कोशिश करनी होगी। इसके लिए सबसे पहले यह समझें कि आपके अन्दर इस तरह की भावना क्यों आ रही है और कैसे आप इससे किस प्रकार बाहर आ सकते हैं।

स्वयं को दें एक छोटा सा थोड़ा ब्रेक Give a Short Break Yourself

इस प्रकार की भावनाओं से बाहर निकलने के लिए आप अपने आपको एक छोटा सा ब्रेक देने की आवश्यकता भी हो सकती है। इसके लिए आप अपना थोड़ा सा समय अपने करीबियों के साथ बिताएं। ऐसा करने से आपको इस समस्या से बाहर निकलने में अधिक और जल्द मदद भी मिल सकती है।

सुनें अपना मनपसंद संगीत

स्वयं को तनाव मुक्त और रिलैक्स रखने के लिए आप अपने मनपसंद संगीत को भी सुन सकते हैं। इससे आप निश्चित् रूप से अपने आपको पहले से अधिक अच्छा महसूस करेंगे और आप अपनी ओवरथिंकिंग से छुटकारा भी पा सकेंगे।

अपने आपको दें थोड़ा सा क्वालिटी समय

                                                               

इसके आपको स्वयं अपने आप पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता भी हो सकती है। इसके लिए आप अपने मनपसंद कार्यों में ध्यान लगाने की कोशिश करें, तो इससे आपका ध्यान इन परेशानियों से हटकर अपने आप ही काम की ओर आ जाएगा और आप इस उदासी की भावना से जल्द बाहर आने में सफल हो सकेंगे। 

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।