
मोबाइल के अधिक उपयोग से लड़कियों में नींद की हो सकती है समस्या Publish Date : 07/04/2025
मोबाइल के अधिक उपयोग से लड़कियों में नींद की हो सकती है समस्या
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
हाल ही में किए गए एक नए अध्ययन के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि स्क्रीन का अधिक उपयोग करने से उक्त व्यक्ति की नींद भी प्रभावित हो सकती है, जिससे अवसाद ग्रस्त होने के लक्षणों का जोखिम बढ़ सकता है। इसका कुप्रभाव किशोर लड़कियों में अधिक देखा गया है। अभी तक किए गए विभिन्न अध्ययनों में स्क्रीन पर अधिक समय बिताने पर नींद की खराब गुणवत्ता और मानसिक समस्या तथा मस्तिष्क के स्वास्थ्य की स्थितियों को लेकर सावधान किया जा रहा है।
इससे अवसाद जैसी समस्याओं के बढ़ने से भी जोड़ा जाता रहा है। कैरोलस इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने कहा कि मोबाइल का अधिक उपयोग करने से नींद की समस्याएं व अवसाद दोनों एक साथ भी हो सकते हैं। यह अध्ययन पी एल ओ एस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। इसमें टीम ने 12 से 16 वर्ष तक की आयु के 4810 नवी दिशा छात्रों को ट्रैक किया।
अध्ययन में प्रतिभागियों का एक वर्ष के दौरान नींद की गुणवत्ता एवं नींद की मात्रा और अवसाद ग्रस्त लक्षणों व स्क्रीन के उपयोग करने का डाटा एकत्रित किया गया था। अध्ययन में पाया गया कि स्क्रीन के अधिक उपयोग करने से 3 महीने के भीतर नींद की क्वालिटी काफी खराब हो गई, जिससे नींद की गुणवत्ता और नींद की अवधि दोनों ही प्रभावित हुई। इसलिए बच्चों से अपील है कि उन्हें स्क्रीन से ज्यादा लगाव नहीं रखना चाहिए और यदि वह आवश्यकता के अनुसार ही इसका उपयोग करेगें तो उनकी नींद अच्छी बनी रहेगी और उनका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक बना रहेगा।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।