बहुविकल्पीय प्रश्नः-

                                                                         बहुविकल्पीय प्रश्नः-

                                                                       

1. वनस्पति विज्ञान में अध्ययन किया जाता है-

(क) जीवित पदार्थों का      (ख) वनस्पति का

(ग) जन्तुओं का            (घ) अजिवित पदार्थों का

उत्त्र- ब

2. आधुनिक पादप कार्यिकी के संस्थापक हैं-

(क) स्टीफन हेल्स      (ख) वारबर्ग

(ग) अकोआ           (घ) मेल्विन काल्विन

उत्तर- क

3. पादप कार्यिकी द्वारा नियंत्रण किया जाता है-

(क) पौधों की आवश्यकताओ पर      

(ख) पौधों की वद्वि एवं विकास पर

(ग) पौधों के बाह्य आकार पर   

(घ) पौधों के वातावरण के प्रति व्यवहार पर

उत्तर- ब

4. जल एवं CO2 को प्रकाशीय ऊर्जा की सहायता से क्लोरोफिल के द्वारा कार्बोहाइड्रेट्स में बदलने की क्रिया कहलाती है-

(अ) वाष्पोत्सर्जन               (ब) प्रकाश-श्वसन

(स) प्रकाश-संश्लेषण             (द) श्वसन

उत्तर- स

5. पौधें ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं, यह सर्वप्रथम ज्ञात किया गया-

(अ) जोसेेफ प्रीस्टले            (ब) डार्विन

(स) वारबर्ग                    (द) स्ट्रसबर्ग

उत्तर- अ

6. अप्रकाशीय अभिक्रिया का आविष्कार किया था-

(अ) ब्लैक मैन                      (ब) कैल्विन

(स) रॉबर्ट मेयर                     (द) क्रिस्टले

उत्तर-  अ

7. प्रकाश-अभिक्रिया का स्थान हैं-

(अ) हरित लवक का स्ट्रोमा       (ब) हरित लवक की ग्रेनम

(स) कोश्किा द्रव                (द) हरित लवक की कला

उत्तर- ब

8. प्रकाश-संश्लेषण में कार्बन मार्ग को ज्ञात करने के लिए कैल्विन ने रेडियो-ऐक्टिव आइसोटोप्स का प्रयोग वषै 1940 में एस0 रूबेन ने किया था-

(अ) C11                      (ब) P35

(स) O18                      (द) C14

उत्तर- अ

9. प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया को सही प्रकार से प्रदर्शित करने वाला समीकरण है-

(अ) 6CO2 + 6H2O                         C6H12O6 + 6O2

                                     Light

 (ब) 6CO2 + 12H2O                         C6H12O6 + 6H2O

                                     Light

 (स) C6H12O6 + 6O2                         6C2 + 6H2O

(द) CO2 + H2O                         CH2O + O2

उत्तर- ब

10. प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के दौरान होता है-

(अ) CO2 का कार्बोहाइड्रेट में स्थिरीकरण

(ब) प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तन

(स) उपयोगी ऊर्जा का निर्माण             

(द) श्वसन का उत्क्रमण

उत्तर- अ

11. प्रकाश-संश्लेषण के प्रथम चरण में-

(अ) ।ज्च् का निर्माण होता है।        

(ब) ग्लूकोज का निर्माण होता है।

(स) जल का आयनीकरण होता है।     

(द) पर्णहरित ‘ए’ के इलेक्ट्रॉन का प्रकाश के फोटोन के द्वारा उत्तेजन होता है।

उत्तर- द

12. प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में मुक्त होने वाली ऑक्सीजन आती है-

(अ) फॉस्फोग्लिसरिक अम्ल से         (ब) कार्बोहाइड्रेट्स से

(स) कार्बन डाई-ऑक्साइड से           (द) जल से

उत्तर- द

13. प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में PGA के फॉस्फोग्लिसरिल्डिहाइड के परिवर्तन में क्रिया होती है-

(अ) विद्युत-अपघटन            (ब) जल-अपघटन

(स) ऑक्सीकरण                (द) अपचयन

उत्तर- द

14. ग्लूकोज में स्थिर ऑक्सीजन आती है-

(अ) पानी से                   (ब) वायु से

(स) CO2 से                   (द) अ तथा स दोनों से

उत्तर- स

15. प्रकाश-संश्लेषण की प्रथम स्थिर उत्पाद है-

(अ) PGA                     (ब) पाइरूविक अम्ल

(स) ग्लूकोज                   (द) मण्ड

उत्तर- अ

16. प्रकाश-संश्लेषण की दर तीव्र होती है-

(अ) आंत्रिक प्रकाश में           (ब) सतत् प्रखर प्रकाश में

(स) सामान्य प्रकाश में          (द) सतत् दुर्बल प्रकाश में

उत्तर- अ

17. सीमाकारी कारक नही है-

(अ) पर्णहरित                  (ब) CO2

(स) ऑक्सीजन                 (द) प्रकाश

उत्तर- स

18. C4 और C3 पौधों के आपस में सम्बन्ध भिन्न हैं-

(अ) प्रकाश-संश्लेषण में कार्य करने वाले वर्णकों के प्रकार के सम्बन्ध में

(ब) कार्बन-संश्लेषण के अन्तिम उत्पाद के सम्बन्ध में

(स) कार्बन-स्वाँगीकरण में CO2 ग्रहण करने वाले पदार्थों के सम्बन्ध में

(द) शर्करा के निर्माण में काम आने वाली ATP के अणुओं के सम्बन्ध में

उत्तर- स

19. C4 पौधा है-

(अ) गोभी                (ब) मटर

(स) पपीता                (द) गन्ना

उत्तर- द

20. C4 पौधों में कार्बन पुनः स्थिरीकरण हरित लवकों में होता है-

(अ) द्वार कोशिकाओं में         (ब) स्पंजी पर्णमध्योतक में

(स) स्तम्भ ऊतक में            (द) पूलच्छद कोशिकाओं में

उत्तर- द

21. क्राँज प्रकार की शारीरिकी होती है-

(अ) धनिया के पौधों में     (ब) द्विदाला पौधों में

(स) C3 पौधों में           (द) C4 पौधों में

उत्तर- द

22. C4 पौधों में CO2 को ग्रहण करता है-

(अ) रिबुलोस डाईफॉस्फेट         (ब) फॉस्फाइनॉल पाइरूविक अम्ल

(स) रिबुलोस फास्फेेट           (द) उपरोक्त सभी

उत्तर- ब

23. कैल्विन चक्र-

(अ) प्रकाश पर निर्भर नही हाता है

(ब) केवल प्रकाश में होता है

(स) केवल अन्धकार में होता है        

(द) प्रकाश पर निर्भर होता है

उत्तर- ब

24. ग्लूकोज के एक अणु के निर्माण के लिए कैल्विन चक्र होता है-

(अ) 8 बार               (ब) 6 बार

(स) 4 बार               (द) 2 बार

उत्तर- ब

25. एक क्वांटासोम में क्लोरोफिल के अणुओं की संख्या होती है-

(अ) 330                 (ब) 233

(स) 230                 (द) 33

उत्तर- स

26. पौधों में ऊर्जा का संग्रह के रूप में होता है-

(अ) ADP के रूप में            (ब) DNA के रूप में

(स) ATP के रूप में            (द) NADP के रूप में

उत्तर- स

27. केन्द्रक कला एवं माइटोकाँड्रिया नही होती है-

(अ) लाईकेन कोशिका            (ब) जीवाणु कोशिका

(स) शैवाल कोशिका             (द) कवक कोशिका

उत्तर- ब

28. कोशिका की परा संरचना (Ultra Structure) का अध्ययन किया जाता है-

(अ) इलेक्ट्रान सूक्ष्मदर्शी के द्वारा       (ब) ऑटोरेडियोग्राफी के द्वारा

(स) फेज काँन्ट्रास्ट सूक्ष्मदर्शी के द्वारा   (द) प्रकाश सूक्ष्मदर्शी के द्वारा

उत्तर- अ

29. जन्तु एवं पादप कोशिका में प्रमुख अन्तर होता है-

(अ) पादप कोशिका में कोशिका कला का अभाव होता है।

(ब) जन्तु कोशिका में कोशिका कला का अभाव होता है।

(स) जन्तु कोशिका में कोशिका भित्ति नही होती है।

(द) पादप कोशिका में कोशिका भित्ति नही होती है।

उत्तर- स

30. प्रोकेरियोटिक कोशिका में नही होती है-

(अ) केन्द्रक कला के अन्दर कोशिकांग   (ब) केन्द्रिका

(स) केन्द्रक कला                    (द) उपर्युक्त सभी

उत्तर- द

31. केन्द्रक के अतिरिक्त पादप कोशिका में डी0 एन0 ए0 पाया जाता है-

(अ) केवल हरित लवकों में   (ब) केवल माइटोकाँड्रिया में

(स) उपरोक्त दोनों में       (द) उपरोक्त में से कोई नही

उत्तर- स

32. डी0 एन0 ए0 की संरचना की खोज सन् 1953 में की थी-

(अ) फ्रेडिक मिशर          (ब) हरगोविंद खुराना

(स) बीडल एवं टैटम        (द) वाटसन एवं क्रिक

उत्तर- द

33. डी0 एन0 ए0 और आर0 एन0 ए0 में मुख्य अन्तर होता है-

(अ) केवल पाइरीडिन के प्रकार में 

(ब) शर्करा तथा प्यूरिन दोनों के ही प्रकार में

(स) केवल शर्करा के प्रकार में         

(द) केवल प्यूरिन के प्रकार में

उत्तर- ब

38. कोशिका भित्तियाँ आपस में जुड़ी रहती हैं-

(अ) प्राथमिक कोशिका भित्ति के द्वारा  (ब) पेक्टिन के द्वारा

(स) मध्य पटल के द्वारा             (द) सेलूलोज के द्वारा

उत्तर- स

35. हरे फलों के पकने के बाद रंगीन (प्रायः लाल) हो जाते हैं, क्योंकि-

(अ) वर्णी लवकों के द्वारा हरित लवक ढ़क लिए जाते हैं।

(ब) फलों की कोशिका भित्ति में एन्थोंसाइनिन बन जाता है।

(स) हरित लवकों के नष्ट हो जाने के बाद वर्णी लवक स्वतः ही निर्मित हो जाते हैं।

(द) हरित लवक, वर्णी लवकों में परिवर्तित हो जाते हैं।

उत्तर- स

36. प्रायः वनस्पति कोशिका नही पाई जाती है-

(अ) हरित लवक में             (ब) राइबोसोम में

(स) केन्द्रक में                 (द) सेण्ट्रोसोम में

उत्तर- द

37. कोशिका का ऊर्जा गृह है-

(अ) राइबोसोम                 (ब) माइटोकाँड्रिया

(स) गोल्जीकाय                (द) केन्द्रक

उत्तर- ब

38. राइबोसोम का कार्य है-

(अ) वसा संश्लेषण         (ब) प्रोटीन संश्लेषण

(स) श्वसन               (द) प्रकाश संश्लेषण

उत्तर- ब

39. प्रकाश-श्वसन होता है-

(अ) राइबोसोम                 (ब) ग्लाइऑक्सीसोम

(स) परॉक्सीसोम                (द) माइटोकाँड्रिया

उत्तर- स

40. वायु श्वसन होता है-

(अ) राइबोसोम                 (ब) माइटोकाँड्रिया

(स) हरित लवक                (द) उक्त सभी में

उत्तर- ब

41. प्रोकेरियोटिक कोशिका में नही होता है-

(अ) अन्तः द्रव्यी जालिका एवं गॉल्जीकाय    

(ब) केन्द्रक कला एवं केन्द्रक

(स) माइटोकाँड्रिया एवं लवक     

(द) उक्त सभी

उत्तर- द

42. मूल रोमों के द्वारा जल का अवशोषण किया जाता है, क्योंकि-

(क) पौधा तीव्र गति से श्वसन करता है।

(ख) मृदा में लवणों की सघनता मूल रोम की अपेक्षा अधिक होती है।

(ग) कोशिका द्रव्य में विलयों की सघनता मृदा विलयन की अपेक्षा अधिक होती है।

(घ) मृदा विलयन और कोशिका द्रव्य के मध्य अर्धातिबेध्य कला होती है।

उत्तर- ग

43. सक्रिय जल अवशोषण के अन्तर्गत-

(क) ऊर्जा का उपयोग नही होता है।

(ख) वाष्पोत्सर्जन खिंचाव का कार्य करता है।

(ग) प्रकाश श्वसन से ऊर्जा की प्राप्ति होती है।

(घ) जड़ के द्वारा जल के अवशोषण हेतु श्वसन ऊर्जा का उपयोग किया जाता है।

उत्तर- घ

44. मूल दाब अधिक होता है-

(क) जब जल अवशोषण कम और उसका वाष्पोत्सर्जन अधिक हो

(ख) जब जल का वाष्पोत्सर्जन कम और उसका अवशोषण अधिक हो

(ग) जब जल का वाष्पोत्सर्जन एवं अवशोषण दोनों ही कम हो

(घ) जब जल का वाष्पोत्सर्जन एवं अवशोषण दोनों ही अधिक हो

उत्तर- घ

45. भूमि से मूल के द्वारा जल का क्रियशील अवशोषण मुख्यतः होता है-

(क) मूल रोम के चूषण के द्वारा

(ख) मूलरोम की परसरण सघनता के द्वारा

(ग) वाष्पोत्सर्जन के कारण कोशिका द्रव्य में खिंचाव के द्वारा

(घ) विशिष्ट ऊतक संगठन के द्वारा

उत्तर- ग

46. शीघ्र होने वाला अवशोषण-

(क) पत्तियों के द्वारा      (ख) मूलीय त्वचा के द्वारा

(ग) सक्रिय अवशोषण       (घ) निष्क्रिय अवशोषण

उत्तर- ग

47. जड़ों के द्वारा अवशोषित किया जाने वाला जल-

(क) गुरूत्वीय जल (Gravitational Water)  

(ख) स्वतन्त्र जल (Free Water)

(ग) आर्द्रताग्राही जल (Hygroscopic Water) 

(घ) केशिका जल (Capillary Water)

उत्तर- घ

48. परासरण की क्रिया रूक जाती है जबः

(क) प्रकाश नही होता हैं             

(ख) जल की सान्द्रता बराबर हो जाती है

(ग) विलयन समपरासरी नही होता है   

(घ) पत्तियाँ झड़ जाती हैं

उत्तर- ख

49. परासरण की परिभाषा है-

(क) विलायक (पानी) का अर्धपारगम्य झिाल्ली से विलयन की कम सान्द्रता से अधिक सान्द्रता की ओर गति करना

(ख) अर्धपारगम्य झिल्ली में से विलेय का जाना

(ग) पानी का झिल्ली के बिना बहना

(घ) उपरोक्त में से कोई नही

उत्तर- क

50. पौधों में पानी का संवहन होता है-

(क) कैम्बियम के द्वारा     (ख) फ्लोएम के द्वारा

(ग) जाइलम के द्वारा      (घ) एपीडर्मिस के द्वारा

उत्तर- ग