गेहूँ की पछेती किस्म की ग्रोथ बढ़ाने के उपाय Publish Date : 21/01/2025
गेहूँ की पछेती किस्म की ग्रोथ बढ़ाने के उपाय
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु
लगभग सभी किसान यह बात जानते हैं कि गेहूँ के बुवाई में समय और मौसम बहुत अधिक मायने रखता है, यदि इसमें थोड़ी सी भी देर हो जाए तो गेहूँ की फसल की ग्रोथ और इसकी पैदावार पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है। विशेषतौर पर जब गेहूँ की बुवाई दिसम्बर के महीने में की जाती है, तो उस अवस्था में गेहूँ की फसल को सही पोषण और उचित देखभाल की आवश्यकता होती है, जिससे कि फसल की ग्रोथ उचित तरीके से हो सके।
ऐसे में यदि आपने भी अपनी गेहूँ की फसल की बुवाई देर से की है तो आपको अपनी फसल में कुछ विशेष उर्वरकों के उपयोग करने की आवश्यकता होती है, क्योंक देर से बुवाई करने के कारण फसल पर मौसम के कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं। अतः इस अवस्था में फसल पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। आज के अपने इस लेख में हम आपको सही उर्वरक और उनकी उचित मात्रा के प्रयोग के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
यदि फसल की ग्रोथ धीमी है और गेहूँ के पौधों की पत्तियों में पीलपन भी दिखाई दे रहा है तो फसल केा सही पोषण देने के लिए जरूरी है कि इसकी टिलिंग सही तरीके से हो। टिलिंग का अर्थ है कि गेहूँ के पौधों में शाखाएं और उसकी पत्तियों का विस्तार सही तरीके से हो, ताकि आपको अधिक उत्पादन प्राप्त हो सके। इसके लिए आपको सही समय पर सही उर्वरक का प्रयोग करना अतिआवश्यक होता है।
माइक्रो न्यूट्रीएंट्स का स्प्रे
गेहूँ की फसल में टिलिंग की अवस्था पर जो स्प्रे आपको करना होता है वह है मिक्स माइक्रो न्यूट्रीएंट्स सुपर का स्प्रे। इस मिक्सचर में जिंक, आयरन, मैगनीज, कॉपर, बोरॉन और मॉलीब्डेनम होते हैं जो फसल की ग्रोथ को बेहतर बनाने के लिए बहुत जरूरी तत्व होते हैं। इस स्प्रे को करने से आपकी गेहूँ की फसल में आई पोषण की कमी दूर हो जाती है और उसकी ग्रोथ बहुत अच्छी होती है।
सीबीड एक्स्ट्रैक्ट प्रमीमिम लिक्विड फर्टिलाइजर
दूसर स्प्रे जो आपको करना है उसका नाम है- सीबीड एक्स्ट्रैक्ट प्रमीमिम लिक्विड फर्टिलाइजर, जो टिलिंग की अवस्था में गेहूँ की फसल के लिए एक बहुत ही प्रभावी स्प्रे होती है। यह फसल की जड़ों के विकास में वृद्वि करता है। जब जड़ों का बेहतर विकास होता है तो फसल अधिक पोषक तत्वों का अवशोषण कर पाने में सक्षम हो जाती है। अतः गेहूँ की फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए यह दोनों ही स्प्रे अत्यंत लाभकारी सिद्व होते हैं। अतः आपको सलाह दी जाती है कि अगर आपे गेहूँ की फसल की बुवाई देरी से की है तो अपनी फसल पर इन दोनेां स्प्रे का प्रयोग अवश्य ही करे। इससे आपको गेहूँ में अच्छी ग्रोथ और पैदावार देखने को मिलेगी।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।