एक एंटीऐजिंग फल लंगसेट      Publish Date : 20/11/2024

                       एक एंटीऐजिंग फल लंगसेट

                                                                                                                                              प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य

धरती का एकमात्र ऐसा भरोसेमंद फल जो ढलती उम्र में भी भरता है जवानी का जोश, लौटा देता है आपके बदन की खूबसूरती और उस फल का नाम है लंगसेट। यह एक ऐसा फल है जो कि न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है। इस फल से लेकर इसके बीज तक, सब कुछ किसी न किसी रूप में उपयोगी है। लेकिन दुख की बात है कि इतना फायदेमंद होने के बावजूद यह फल आम लोगों की पहुंच से दूर ही रहता है। इसकी ऊंची कीमत (लगभग 700 रुपये प्रति किलो) के कारण बहुत से लोग इसका स्वाद भी नहीं चख पाते।

                                                                    

अगर आप सोच रहे हैं कि आप जल्दी बूढ़े नहीं दिखना चाहते हैं और एक स्वस्थ और सुंदर जीवन जीना चाहते हैं, तो लंगसेट की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। आइए जानते हैं कि इसकी खेती कैसे की जाती है और इससे कितना मुनाफा मिलता है।

लंगसेट की खेती कैसे करें?

                                                    

जून का महीना लंगसेट की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इसकी खेती के लिए थोड़ी मेहनत और लगन की जरूरत होती है। सबसे पहले आपको लंगसेट के बीज चाहिए होंगे। इन बीजों को नर्सरी में तैयार किया जाता है। इसके बाद खेत को अच्छी तरह साफ करके तैयार किया जाता है। फिर तैयार किए गए पौधों को खेत में लगाकर सिंचाई की जाती है।

हालांकि, लंगसेट का पेड़ धीरे-धीरे बढ़ता है। पौधे लगाने के बाद पेड़ को पूरी तरह विकसित होने में कम से कम 3 से 4 साल का समय लगता है। इसके बाद पेड़ फल देने के लिए तैयार हो जाता है, लेकिन पहला फल आने में एक साल और लग सकता है।

लंगसेट की खेती से मुनाफा

                                                               

लंगसेट एक महंगा फल है और विदेशों में इसकी बहुत मांग है। इसकी ऊंची कीमत को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसकी खेती से कितना मुनाफा कमाया जा सकता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।