प्रदूषण के चलते जीवन हुआ दूभर Publish Date : 19/11/2024
प्रदूषण के चलते जीवन हुआ दूभर
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
‘‘एनसीआर के 15 शहरों समेत 22 शहरों का एक्यूआई 300 के पार रहा’’
कश्मीर में पर्वतों की चोटियों पर बर्फबारी और उत्तर भारत की हवा हुई जहरीली, लगातार गहराती जा रही है धुंध
दिल्ली में ग्रेप-3 के बाद वायु की गुणवत्ता में मामूली सा सुधार जिसके चलते अब एक्यूआई 396
जम्मु-कश्मीर में पर्वतों की चोटियों पर बर्फबारी हुई तो कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। वही हिमाचल के मैदानी इलाकों से लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल तक पूरे क्षेत्र में वायु की स्थिति बेहद खराब वनी हुई है। अधिकतर क्षेत्रों में जहरीली धुंध की मोटी परत आसमान में छाई हुई है।
उधर दिल्ली में लगातार तीसरे दिन भी प्रातः काल के समय का एक्यूआई 411 दर्ज किया गया। हालांकि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए 15/11/2024 से लागू की गई ग्रेप-3 की पाबंदियों के बाद दिल्ली के औसत एक्यूआई गत 14/11/2024 के मुकाबले मामूली सुधार के साथ 396 दर्ज किया गया, यह अभी भी बेहद खराब की श्रेणी में ही बना रहा। इसके साथ ही अस्पतालों में हर उम्र की श्रेणी के सांस के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कश्मीर में सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई। राजदान दर्रा, साधना टॉप और गुरेज समेत कई ऊपरी क्षेत्रों में सुबह से ही बर्फ का गिरना आरम्भ हो गया था। हालांकि, जम्मु सम्भाग के मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाया रहा। जम्मु में कोहरे को हटाने के लिए स्मॉग गन का प्रयोग किया गया। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में वायु की स्थिति खराब ही बनी रही और धुंध के कारण दिनभर धूप के दर्शन नही हो सके।
इस सबके बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गत शुक्रवार की शाम 4.00 बजे तक देश के 22 शहरों का एक्यूआई 300 से अधिक दर्ज किया गया। ऐसे 22 शहरों में दिल्ली-एनसीआर के 15 शहर भी शामिल हैं। दिल्ली-एनसीआर के इन शहरों में गुरूग्राम का एक्यूआई 304, गाजियाबाद का, 341, नोयड़ा का 316 तथा मेरठ का एक्यूआई 329 दर्ज किया गया।
दिल्ली में छाया धुंध का कहर
दिल्ली के 39 निगरानी स्टेशनों से 27 में एक्यूआई का स्तर 400 के पार अर्थात यह गंभीर श्रेणी में ही रहा। दिल्ली के इन क्षेत्रों में अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, आईजीआई एयरपोर्ट, आईटीओ और पटपड़गंज आदि क्षेत्र शमिल हैं। इसके कारण सांस लेना तो कठिन हो ही रहा है, इसके साथ ही अब आँखों में जलन शिकायत भी अब आम बात हो चुकी है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।