कृषि विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्रों ने रक्तदान किया

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आज राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्रों द्वारा रक्तदान दिवस पर रक्तदान किया गया

इस अवसर पर कुलपति ने संबोधित करते हुए कहा  कि छात्रों द्वारा रक्तदान करके समाज सेवा का एक महादान किया गया है उन्होंने छात्रों से कहा कि आपके द्वारा दिया गया एक यूनिट ब्लड चार जिंदगियां बचा सकता है क्योंकि खून से निकाले जाने वाले चार कंपोनेंट्स बीमारियों के काम आते हैं कुलपति ने कहा कि रक्त कत्रिम तौर पर बनाया नहीं जा सकता एक व्यक्ति के शरीर में 5 से 6 लीटर रक्त होता है वह हर 90 दिन में रक्तदान कर सकता है रक्त से लाल कणिकाएं प्लेटलेट्स प्लाज्मा और क्रायोप्रेसिपिटते अलग कर उपयोग किए जाते हैं प्लाज्मा 24 से 48 घंटे लाल रक्त कोशिकाएं 3 सप्ताह और प्लेटलेट्स व श्वेत रक्त कोशिकाएं मिनटों में फिर बन जाती है उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों द्वारा किए गए महादान की सराहना की

 

विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयोजक प्रोफेसर आर एस सेगर ने कहा कि इस प्रकार के महादान से देश में अन्य लोगों को सहायता मिलती है हर स्वस्थ व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए और हो सके तो उसे रिपीट ब्लड डोनर के रूप में अपना पंजीकरण रद्द दान केंद्र पर कराना चाहिए और प्रतिवर्ष रक्तदान करने का संकल्प लेना चाहिए परिजनों की याद में या अपने जन्मदिन पर अवश्य साल में एक बार रक्तदान करना चाहिए खून ना तो बेचने के लिए है और ना बहाने के लिए यह तो दान देने के लिए है, जीवन बचाने के लिए है

राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के पशु चिकित्सा महाविद्यालय तथा बैठक व जी महाविद्यालय के छात्रों द्वारा रक्तदान कार्यक्रम में भाग लिया गया इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के अधिकारी डॉ पंकज चौहान डॉक्टर विपुल ठाकुर डॉक्टर विश्वजीत डॉक्टर निलेश कपूर आदि लोग मौजूद रहे