किडनी को अच्छी रखने के लिए इन चीजों का करें सेवन

                                                               किडनी को अच्छी रखने के लिए इन चीजों का करें सेवन

                                                                                                                                                      डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

किडनी के पुराने लोगों या इससे जुड़ी समस्याओं में खानपान का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है किन चीजों को आहार में शामिल करना अच्छा रहेगा इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा।

                                                                              

सेब

सेब किडनी हुआ दिल दोनों के लिए फायदेमंद है। सेब का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और शर्करा का स्तर कम होता है। सेब का छिलका एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है ताजे सेब से विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिलता है। इन्हें कच्चा भी खा सकते हैं, इन पर शहद की कुछ बूंदे गूदे पर दालचीनी छिड़ककर खाने से इसका मजा और बढ़ जाता है।

लाल अंगूर

किडनी के पुराने रोगों में मददगार साबित होता है। लाल अंगूर इसको खाने से इसमें सोडियम पोटेशियम और फास्फोरस कम मात्रा में पाए जाते हैं। किडनी के रोग रोगियों को इनसे बचने की सलाह दी जाती है ग्रेनाइट के कारण इनका रंग लाल होता है।

खट्टे फल

किडनी सही रखने के लिए विटामिन सी पर्याप्त खाना बहुत जरूरी होता है। नींबू और संतरे में यह पर्याप्त मात्रा में होता है। कुछ लोग यहां तक कहते हैं कि पानी में नींबू का रस या नींबू पानी रोज पीने से पथरी होने की दर भी कम हो जाती है शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।

लाल शिमला मिर्च

पोटेशियम की मात्रा कम होने से यह किडनी मरीजों के लिए आदर्श मानी जाती है। इसमें विटामिन सी, के, एवं  बी.6 फाइबर और फोलिक एसिड भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं।

शकरकंद

शकरकंद को दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है। इनमें मौजूद अत्यधिक फाइबर धीरे-धीरे टूटता है इससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है।

केल

यह गोभी की वर्ग की हरी सब्जी है, जिसमें विटामिन ए, सी और कुछ अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में किडनी की कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने वाले विटामिन और खनिज पाए जाते हैं।

बेरी

बेरी भी एंटीऑक्सीडेंट्स के अच्छे स्रोत होते हैं, इसमें शरीर के लिए मददगार अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। विशेष रूप से ब्लूबेरी में अत्यधिक एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं इससे कुछ मात्रा में विटामिन सी और फाइबर भी मिलते हैं। स्ट्रॉबेरी और करौंदे नियमित रूप से खाने से फायदा होता है।

किडनी अच्छी रखने के लिए इनको खाने से बचें

किडनी के पुराने मरीजों को फास्फोरस और अधिक मात्रा में खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए जैसे मांस मछली डेयरी उत्पाद फली व बादाम आदि लाल मास के रूप में प्रोटीन भी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।

इस संबंध में किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह ली जा सकती है किडनी से संबंधित कोई भी समस्या होने पर समय से डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लें।

सवाल आपके और जवाब डॉ0 साहब के-

सवाल- मेरी उम्र 23 साल है मेरा किसी भी काम में मन नहीं लगताए नींद नहीं आती है और सारा दिन आलस और थकान मैं निकल जाता है। मैं क्या करूं?

विनीता चौधरी शामली

जवाब- आप के लक्षण एंजायटी से जुड़े लग रहे हैं। जब बेचैनी बहुत होती है तब हम ज्यादा चिंता करते हैं नेगेटिव सोचते रहने से किसी काम में मन नहीं लगता हम उदास रहते हैं। मनोरोग विशेषज्ञ से मिलने के अलावा यह भी सोचें कि आपको कौन सी बात परेशान कर रही है।

नेगेटिव लोगों के साथ कम रहे अपने निगेटिव विचारों को पॉजिटिव या तर्कसंगत विचार से बदलने की कोशिश करें। सोने व उठने का शेड्यूल बनाएं और उसका पालन करें। नियमित खुली हवा व रोशनी में समय बिताएं और साथ ही व्यायाम भी करते रहे। अपने खानपान पर विशेष ध्यान रखें। आपकी परेशानयाँ समाप्त होंगी।

सवाल- मेरी उम्र 25 साल है जल्दी ही मेरी शादी होने वाली हैए मुझे लड़की पसंद है पर समस्या यह है कि मुझे गुस्सा बहुत आता है तब मैं खुद पर काबू नहीं रख पाता। घर पर सब मुझे लड़की वालों को यह बताने से मना कर रहे हैं उनका कहना है कि यह कोई बड़ी बात नहीं है क्या करूं?

मनजीत कुमार अलीगढ़

जवाब. काउंसलिंग के जरिए गुस्से पर काबू पाया जा सकता है जिसे एंगर मैनेजमेंट कहते हैं। गुस्सा केवल आपको ही नहीं बल्कि आपके आसपास के लोगों को भी दुख पहुंचाता है। कुछ रिश्तो को हमेशा के लिए खत्म कर देता है।

गुस्सा तब आता है जब लगता है कि चीजें मन के मुताबिक नहीं हो रही हैं कोई हमारी नहीं मान रहा है या फिर चीजें हमारे नियंत्रण में नहीं है।

यह भी एक तरह की छिपी एंजायटी नकार दिए जाने का है या चीजों पर काबू को देखने का डर है। बहुत अधिक गुस्से की समस्या को गहराई से लें आपको थोड़ा खुद पर काम करना होगा बेहतर है कि आप किसी काउंसलर से मिले जिससे आपको सहायता मिलेगी।

सवाल- मेरी उम्र 24 साल है हाल में मैंने सोशल एंजायटी डिसऑर्डर पर लेख में लक्षण पढ़ें। मुझे लगता है कि वह लगभग सभी लक्षण मेरे अंदर भी मौजूद हैं जैसे कि मुझे किसी से मिलना अच्छा नहीं लगता, कहीं आसपास जाने या किसी नई दुकान से कुछ सामान खरीदना हो या फिर रेस्टोरेंट जाना भी मेरे लिए मुश्किल हो जाता है। ऐसा पिछले 5 सालों से ज्यादा होने लगा है मुझे क्या करना चाहिए कृपया रास्ता बताएं।

अरविंद पटेल बनारस

जवाब- बहुत सारे लोगों को सोशल एंजायटी की समस्या होती हैए यह एक डिसऑर्डर है जिसे दूर किया जा सकता है। अगर आप की आशंका है तो क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट से मिल सकते हैं। इसके लिए सोशल स्किल्स ट्रेनिंग कराई जाती है।

आमतौर पर सोशल एंजायटी इसलिए होती है कि हमें लगता है कि लोग हमारे बारे में गलत राय बनाएंगे, हमारे बारे में बुरा सोचेंगे। विशेषज्ञ कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी के जरिए इन भावनाओं को दूर करने की कोशिश करते हैं।

फिलहाल मेरा सुझाव है कि चाहे कितनी ही बेचैनी हो आप सामाजिक कार्यक्रम व लोगों से मिलने जुलने से खुद को रोके नहीं। भले ही वहां लोग से बहुत बात ना करें, सामान्य शिष्टाचार भी निभाएं, क्योंकि अगर आप लोगों से मिलने जुलने से बचेंगे तो यह आपके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाएगा जिससे निकलना मुश्किल हो जाएगा।

  

लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ, में मेडिकल ऑफिसर हैं।