वर्तमान समय में देश विदेश में बढ़ रही है ट्रांसलेटर्स की मांग

               वर्तमान समय में देश विदेश में बढ़ रही है ट्रांसलेटर्स की मांग

                                                                                                                                                                                               डॉ0 आर. एस. सेंगर

                                                                          

भारत एक बहुभाषी देश है, जहां लोग अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए अलग-अलग भाषाओं का इस्तेमाल करते हैं। वहीं अगर दुनिया की कुछ प्रसिद्ध भाषाओं जैसे अंग्रेजी, हिन्दी सहित एक भाषा के पाठ को दूसरे भाषा में अनुवाद करने की प्रक्रिया ट्रांसलेशन या अनुवाद कहलाती है। यदि मूल भाषा के साथ-साथ जिस भाषा में आप अनुवाद करने जा रहे हैं उस पर भी आप अच्छी पकड़ रखते हैं तो आप एक अच्छे अनुवादक के रूप में अपना करियर बना सकते हैं।

क्योंकि वर्तमान समय में केवल देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी अब ट्रांसलेटर की मांग बढ़ती जा रही है। इसके लिए कोर्स करने के बाद यदि आप इस क्षेत्र में अपने करियर को आगे बढ़ना चाहते हैं तो इसमें आपको एक अच्छा रोजगार भी मिल सकता है।

अपनी पसंद की किसी भाषा के कोर्स का चयन करें

12वीं के बाद आप आईपीआ, सीआईडी, जेएमआई जे.ए.टी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से अंग्रेजी के अलावा अन्य कई विदेशी भाषाओं में ऑनर्स कर सकते हैं। आप दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों द्वारा प्रदान किया जा रहे स्पेनिश, जर्मन, मादरियन, जापानी, अरबी, कोरियन और फ्रेंच आदि भाषाओं में डिप्लोमा, एडवांस्ड डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं।

स्नातक करने के पश्चात आप दिल्ली विश्वविद्यालय से ही अंग्रेजी भाषा में पीजी डिप्लोमा इन ट्रांसलेशन कोर्स भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप स्नातक की डिग्री भी कई विश्वविद्यालय से प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि देश के कई विश्वविद्यालय ऐसे हैं जो आपको हिंदी और अंग्रेजी के अलावा भी विभिन्न विदेशी भाषाओं में भी डिग्रियां प्रदान कर रहे हैं।

एक अच्छे ट्रांसलेटर की क्या होती है जिम्मेदारी

एक अच्छे ट्रांसलेटर में लेखन शैली के साथ-साथ शोध करने का कौशल भी उपलब्ध होना चाहिए। एक अच्छे ट्रांसलेटर को मूल लेखक के भाव और अर्थ को पूरी तरह से समझने का हर संभव प्रयास करना चाहिए, जिससे कि अनुवाद का सार भी मूल पाठ के जैसा ही हो।

करियर के रूप में आपको मिलेंगे वैश्विक अवसर

आप ट्रांसलेटर के रूप में विभिन्न सरकारी मंत्रालयों में जूनियर अनुवादक, सीनियर अनुवादक, विषय विशेषज्ञ और सहायक निदेशक के रूप में कार्य कर सकते हैं। अतः आपको जिस किसी विदेशी भाषा की जानकारी हो तो आप देश के दूतावास में एक अनुवादक के रूप में अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं। साथ ही इससे आपको विदेश में भी काम करने का अवसर मिल सकता है।

निजी क्षेत्र में भी दिखाएं अपने कौशल

                                                                 

यदि किसी भी भाषा पर आपकी अच्छी पकड़ है तो आप बड़ी कंपनियों में भाषा विशेषज्ञ रूप में काम कर सकते हैं, इसके अलावा सेमिनार, कॉन्फ्रेंस, यात्रा और पर्यटन के क्षेत्र में टूर गाइड, प्रिंट अथवा इलेक्ट्रानिक मीडिया के अलावा भी रेडियो टेलीविजन और सिनेमा जैसे क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं जहां एक कुशल और अनुभवी अनुवादकों की मांग हमेशा ही बनी रहती है। ऐसे में आप अपने आप को उस क्षेत्र में भी आगे बढ़ा सकते हैं।

संस्थान जहां से आप विदेशी भाषा में ऑनर्स कर सकते हैं

दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, यूनिवर्सिटी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, और सागर यूनिवर्सिटी मध्य प्रदेश आदि के अलावा देश के कई विश्वविद्यालयों में आप विदेशी भाषा का ज्ञान अर्जन कर सकते हैं और यहीं से डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।