क्या आप विदेश में पढ़ने के लिए जाना चाहते हैं क्या करें अपने इस सपने फलीभूत करने के लिए

     क्या आप विदेश में पढ़ने के लिए जाना चाहते हैं क्या करें अपने इस सपने फलीभूत करने के लिए

                                                                                                                                                                             डॉ0 आर. एस. सेंगर

विदेश में पढ़ाई के लिए छात्र अब काफी अधिक संख्या में सोचने लगे हैं, लेकिन कई छात्र ऐसे भी हैं जिनको विदेश में पढ़ने का मौका नहीं मिल पाता है। इसलिए जरूरी है कि कुछ आवश्यक बातों का वह ख्याल रखें और अपनी तैयारी शुरू कर दें। यदि इस समय पर उनकी सारी तैयारी पूर्ण रहेगी तो वह विदेश के विश्वविद्यालय में एडमिशन लेकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।

                                                                              

विदेश में पढ़ाई के लिए छात्र वीजाः यह उन छात्रों के लिए एक अहम दस्तावेज है जिनका उद्देश्य उच्च शिक्षा प्राप्त करना होता है। विभिन्न देशों में वीजा के लिए अलग-अलग आवश्यकताएं होती हैं। इसलिए आपका पहला कदम संबंधित देश की दूतावास वेबसाइट से आवेदन प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त करना होना चाहिए। छात्र वीजा प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए और अंतिम समय की हड़बड़ी से बचने के लिए अपनी प्रवेश अथवा आवेदन प्रक्रिया की एक संयोजित योजना बनाकर आप समय पर आसानी से छात्र वीजा प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं।

क्या होता है वीजा

                                                        

छात्र वीजा एक आधिकारिक यात्रा दस्तावेज होता है, जिसमें आमतौर पर छात्र के पास पोर्ट पर मोहर लगाकर कानूनी रूप से विदेश में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की जाती है। यह वीजा उनके लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। विभिन्न देशों के लिए छात्र वीजा कोर्स या आवेदन की अध्ययन अवधि के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं।

वीजा अवधि व पाठ्यक्रम के आधार पर किया जाता है वर्गीकरण

छात्र वीजा को अल्पकालिक या दीर्घकालिक दो श्रेणियां में विभाजित किया गया है। अल्पकालिक वीजा किसी शॉर्ट टर्म कोर्स या डिप्लोमा प्रमाण पत्र कोर्स के लिए दिया जाता है और इसकी अवधि 3 से 11 माह की होती है। वहीं दूसरी ओर विभिन्न डिग्री कॉलेज के लिए दीर्घकालिक वीजा अधिकतम 5 साल के लिए दिया जाता है। इसमें इंटर्नशिप और 6 महीने के शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेशन प्रोग्राम इत्यादि शामिल हो सकते हैं तो वहीं कुछ देश पाठ्यक्रम की अवधि के साथ-साथ कोर्स के आधार पर छात्र वीजा को वर्गीकृत करते हैं। इसमें स्नातक स्नातक को उत्तर या डॉक्टर वेबसाइट कोर्स के लिए आवेदन करने वाले छात्र अलग अलग हो सकते हैं।

भाषा में प्रवीणता भी है जरूरी

अधिकतर छात्र अंग्रेजी भाषी देशों में अध्ययन करने की योजना बनाते हैं। इसलिए सभी छात्रों को अंग्रेजी में लिखित और मौखिक संवाद के लिए प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होता है। यह आमतौर पर टी ओ ई, एफ एल ए, ए एल टी एस या पती जैसे विभिन्न अंग्रेजी भाषा परीक्षणों में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रदान किया जाता है। इसके लिए छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा भी देनी पड़ती है। अतः छात्रों को चाहिए कि इसकी तैयारी करके इन प्रमाण पत्र को अपने पास रखें, जिससे उनको विदेश जाने में और वहां पर पढ़ाई करने में कोई दिक्कत पैदा ना हो।

वीजा के लिए कैसे करें आवेदन

                                                           

वीजा की आवेदन प्रक्रिया आपके विश्वविद्यालय द्वारा आपको एडमिशन  के स्वीकृति पत्र देने के साथ ही शुरू हो जाती है। एक बार स्वकृति पत्र मिल जाने के बाद आप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ कर सकते हैं। छात्र वीजा के लिए आप ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में छात्र केवल अपनी एक प्रोफाइल बनाकर आवेदन कर सकते हैं और ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया में भरे हुए फॉर्म को संबंधित कार्यालय में जमा करना होता है। इसके बाद आपने जिस भी देश में वीजा के लिए आवेदन किया है उसके अनुसार एक निश्चित शुल्क का भी भुगतान करना अनिवार्य होगा, तभी आपको वीजा दिया जाएगा।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।