गन्ने की इस किस्म का अधिक उपयोग किया जाता है गुड़ बनाने के लिए

      गन्ने की इस किस्म का अधिक उपयोग किया जाता है गुड़ बनाने के लिए

                                                                                                                                  डॉ0 आर. एस. सेंगर, डॉ0 कृषाणु एवं डॉ0 वर्षा रानी

गन्ने की COLK 14201 किस्म की विशेषता (Ganne Ki Colk 14201 Kism) : देश के उतर प्रदेश राज्य में किसान गन्ने की खेती बड़े पैमाने में करते है और अच्छा उत्पादन के साथ अधिक कमाई भी करते है। गन्ने की यह COLK 14201 किस्म भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ में कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा विकसित की गई है।

                                                                

गन्ना वैरायटी COLK 14201 किसान के बीच अधिक लोकप्रिय है और गन्ने की इस किस्म को अधिकतम किसान गुड़ बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे है। गन्ने की यह किस्म गन्ना अनुसंधान संस्थान द्वारा वर्ष 2000 में विकसित की और उस समय से आज तक गन्ने की यह किस्म किसान को अधिक कमाई करने में काफी मददगार साबित हो रही है।

आज के अपने kissanjagran.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम गन्ने की COLK 14201 किस्म की खासियत (Ganne Ki Colk 14201 Kism Ki Khasiyat) क्या है और इन की खेती से किसान को कैसे अधिक कमाई हो रही है इन सभी बातो पर विस्तार से बात करेंगे।

गन्ने की COLK 14201 किस्म

                                                                     

गन्ने की यह COLK 14201 किस्म माध्यम आकर की और इसका गन्ना नीचे से मोटा और पीले रंग का होता है। इस किस्म की पोरी छोटी होती है। गन्ने की यह किस्म की गन्ने की लम्बाई अन्य गन्ने की किस्म से थोड़ी कम होती है। इस किस्म के एक गन्ने का वजन 2 किलो से 2.5 किलोग्राम तक होता है। गन्ने की इस किस्म को किसान भारी मिट्टी में भी सफलपातापूर्वक कर सकते है।

गन्ने की इस किस्म के एक पौधे से कई कल्ले निकलते है। इसलिए इस की पैदावार भी अधिक मिलती है। गन्ने की इस किस्म की एक हेक्टर में खेती की है तो आप को 900 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है और इस में शर्करा 18.61 प्रतिशत होता है और पोल की बात करें तो 14.56 है। गन्ने की इस किस्म में लाल सड़न रोग के लिए माध्यम प्रतिरोधक है।

भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ के माध्यम से आज तक गन्ने की कई सारी उन्नत किस्म विकसित की गई है। इन में से एक यह की यह COLK 14201 किस्म बसंत कालीन गन्ने की सब से अच्छी किस्म मानी जाती है। गन्ने की यह किस्म के गन्ने गिरते नहीं है और सीधा ही घड़ा रहता है। इस लिए गुड़ का रंग भी काफी आकर्षक और अधिक गुणवत्ता वाला होता है।

                                                                      

किसान को गन्ने की खेती में इस बात का भी ध्यान देना चाहिए की गन्ने की एक किस्म या प्रजाति पर निर्भर नहीं रहना है। किसान को अपनी जमीन के हिसाब से 50 प्रतिशत अर्ली गन्ने की अच्छी किस्म की बुवाई करनी चाहिए और 50 प्रतिशत जमीन में सामान्य गन्ने की अच्छी किस्म की बुवाई करनी चाहिए। गन्ने की खेती इस प्रकार से किसान करेंगे तो मुनाफा अधिक होगा।

आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को गन्ने की COLK 14201 किस्म की खासियत (Ganne Ki Colk 14201 Kism Ki Khasiyat) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।