अतिरिक्त काम के सवाल पर कैसे दें जवाब

                  अतिरिक्त काम के सवाल पर कैसे दें जवाब

                                                                                                                                                                                          प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

आप फ्रेशर हैं, तो जॉब इंटरव्यू में अतिरिक्त काम करने की आपकी इच्छा पर सवाल जरूर पूछा जाता है। इस सवाल का जवाब इतना आसान नहीं है, इसीलिए इसकी तैयारी के साथ ही जाएं नौकरी के इंटरव्यू के लिए-

नौकरी के इंटरव्यू के दौरान अतिरिक्त काम करने को लेकर आपकी इच्छा के बारे में सवाल अकसर पूछा जाता है। फ्रेशर के लिए यह असमंजस वाली स्थिति हो सकती है। बेहतर हो कि आप इसके लिए पहले से ही तैयारी रहें। हालांकि, ऐसे सवाल क्यों पूछे जाते हैं, यह भी समझना जरूरी होता है।

                                                                   

आखिर क्यों पूछा जाता है यह सवाल

असल में यह सवाल भविष्य में ऑफिस के काम या नए प्रोजेक्ट के लिए आपकी उपलब्धता और लचीलेपन को ध्यान में रखते हुए उसकी जांच के उद्देश्य से पूछा जाता है।

कुछ व्यापारिक कामकाज की प्रवृत्ति ही ऐसी होती है कि उसमें अतिरिक्त समय देना ही पड़ता है। यह जरूरी है कि नियोक्ता आपको इसके लिए पहले से कुछ संकेत देकर तैयार करे, ताकि आप ऐन वक्त पर अपने आपको ठगा सा महसूस ना करें। आप कंपनी की तेज कार्य संस्कृति के अनुरूप इसमें फिट बैठते हैं या नहीं, वह यह भी समझते हैं।

एक आदर्श उत्तर क्या हो सकता है

पहली नौकरी के इंटरव्यू में ही अतिरिक्त काम की बात सुनकर अक्सर कई फ्रेशर इसे नकारात्मक नजरिए से लेते हैं और वह इसके लिए मना कर देते हैं। हालांकि, ऐसे प्रश्न का सही या गलत उत्तर नहीं होता। ऐसे प्रश्नों के लिए थोड़ी सी तैयारी करना ही उचित माना जाता है। नौकरी के सम्बन्ध में उसके विज्ञापन में बताई गई कार्य जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझ लें।

  • अपने जवाब में लचीलापन, उत्साह और समर्पण आदि का प्रदर्शन करें।
  • काम की लगन जरूरी है, परन्तु आप अपने उत्तर में वर्क-लाइफ बैलेंस की अहमियत को शामिल करना कदापि ना भूलें।
  • आप इसको लेकर प्रश्न भी पूछ सकते हैं। इसके सम्बन्ध में आप कह सकते हैं कि मैं निश्चित रूप से किसी अतिरिक्त काम करने से पीछे नहीं हटूंगा, लेकिन क्या आप मुझे कोई उदाहरण से इसके बारे में समझा सकते हैं।
  • अगर आप इसके लिए तैयार नहीं है. तो छिपाएं नहीं, बल्कि अपनी स्थिति स्पष्ट करें और मना कर सकते हैं। लेकिन, इससे पहले अतिरिक्त काम की स्थितियों को अच्छी तरह समझ लें। ऐसा ना हो कि कहीं आप डरकर हाथ आया एक अच्छा मौका गवां दें।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।