क्यों आती है नींद खाना खाने के बाद

                              क्यों आती है नींद खाना खाने के बाद

                                                                                                                            डॉ0 आर. एस. सेंगर, डॉ0 रेशु चौधरी एवं हिबिस्का दत्त, शोध छात्रा

नींद का अधिक आना या तो कभी-कभी अधिक थके होने के कारण या फिर बिना किसी विशेष कारण के नींद का आना किसी अंतर्निहित बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इसमें भोजन के बाद सुस्ती महसूस होती है खाने के बाद थकान महसूस होना, भोजन की अधिक मात्रा से संबंधित होता है। अतः जितना ज्यादा भोजन खाओगे शरीर को इसे तोड़ने में उतनी ही अधिक ऊर्जा लगानी पड़ेगी।

                                                                        

चूँकि हमारे शरीर को अपने दैनिक कार्यों को सम्पन्न करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऊर्जा न केवल हमें अपने दैनिक कार्य करने या व्यायाम करने के लिए ही बल्कि जीवित रहने के लिए यह ऊर्जा हमें भोजन के माध्यम से ही प्राप्त होती है। पाचन तंत्र द्वारा भोजन ग्लूकोज में टूट जाता है और इसमें प्रोटीन जैसे पोषक तत्व हमें कैलोरी प्रदान करते हैं, जो कि हमारे शरीर के लिए ऊर्जा के रूप में कार्य करती हैं।

                                                                            

प्रोटीन युक्त आहार में सेरोटोनिन हो सकता है, जो किसी के मस्तिष्क में नींद पैदा करने वाले संकेतों को प्रेरित और नियंत्रित कर सकता है। तनाव को सीमित करना, नियमित नींद के पैटर्न और रात की बेहतर नींद पाने के लिए हमें व्यायाम को दिनचर्या में आवश्यक रूप से शामिल करना चाहिए। यह भोजन करने के बाद आने वाली सुस्ती को कम करने में हमारी मदद कर सकता है। रोजाना व्यायाम करने से ऊर्जा बढ़ाने और थकान कम करने में मदद मिलती है।

अपनी दिनचर्या में नियमित शारीरिक गतिविधियों को जोड़ने से हमारा शरीर मजबूत और थकान कम महसूस कर सकते हैं। पानी का भरपूर सेवन करते रहें और खुद को हाइड्रेट रखें। विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें और भारी एवं मीठे फलों का सेवन करने से बचें। संतुलित आहार में सब्जियों और नियमित आहार में विटामिन सी तथा बी को शामिल करें। इससे आप भोजन करने के बाद आने वाली इस नींद की समस्या से बच सकते हैं।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।