सिविल सेवा परीक्षा 2024 में सफलता के लिए कैसे करें तैयारी

             सिविल सेवा परीक्षा 2024 में सफलता के लिए कैसे करें तैयारी

                                                                                                                                                          डॉ0 आर. एस. सेंगर, रेशु चौधरी एवं मुकेश शर्मा

सिविल सेवा सभी छात्र-छात्राओं को अपनी ओर आकर्षित करती है, लेकिन जिन छात्रों में रचनात्मक और नवीनता तथा दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ लक्ष्य का संकल्प लिया होता है वह इस परीक्षा को आसानी से पास कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए काफी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रतिभा और व्यक्तित्व का संयोजन आवश्यक है। सही मायने में यह वर्तमान रुझानों को प्रतिबिंबित करने का प्रतीक है। यूपीएससी का इरादा स्पष्ट है और अब इसका सेटअप बदल गया है।

आपको यह समझने की जरूरत है कि यहां सफल होने के लिए क्या-क्या आपके लिए आवश्यक है, जो उम्मीदवार परीक्षा योजना और इसमें शामिल जटिलताओं को समय रहते हुए समझ लेते हैं, उनके लिए परीक्षा उत्तीर्ण करना आसान हो जाता है और जो उम्मीदवार इसके प्रति अनजान रहते हैं उनके लिए यूपीएससी एक दूसरे चक्र से कम नहीं लगता है और बार-बार प्रयास करने के बाद भी ऐसे उम्मीदवारों से सफलता दूर ही बनी रहती है।

                                                        

यदि आप प्रारंभिक परीक्षा को अप्रत्याशित कहते हैं तो ऐसी मानसिकता के साथ आप अपने प्रयास को अवस्थित बना रहे हैं और अवांछनीय चिताओं को आमंत्रित कर रहे हैं, जिसके अंतत परिणाम अप्रिय हो सकते हैं। अतः बेहतर तो यही होगा कि आप इस आवेग का मुकाबला स्मार्ट योजना बनाकर और समझदारी भरे कदमों के साथ यदि आगे बढ़ेंगे तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमेगी।

याद रखें आपका लक्ष्य अंतिम योग्यता सूची में अपना नाम पाना है और यदि आप अपना नाम शीर्ष रैंक पर पाते हैं तो यह तो सोने पर सुहागा ही होगा। यह निश्चित रूप से आपको क्लाउड नाइन पर ले जाएगा इसके लिए जुनून और इच्छा शक्ति के साथ लक्ष्य की ओर लगातार प्रयास करते हुए आपको आगे बढ़ना होगा।

सिविल सेवा परीक्षा 2024 की परीक्षा प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है

                                                                           

यह अवसर ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं के लिए उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है जिनकी सिविल सेवा में करियर बनाने की योजना है और इस प्रक्रिया की शुरुआत के साथ एक ऐसी मंजिल की यात्रा शुरू हो रही है जो बहुत बड़ी है, लेकिन आपको ऐसा नहीं सोचना है। आपको कठिन परिश्रम करना है और इस यात्रा को शुरू करते हुए अंतिम पड़ाव तक निश्चित् रूप से पहुंचना है।

सिविल सेवा परीक्षा 2024 की अधिसूचना 14 फरवरी 2024 को यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की गई थी। अधिसूचना में परीक्षा का विवरण शामिल है जैसे रिक्तियों की संख्या, आरक्षण, शुल्क, पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया परीक्षा पैटर्न पाठ्यक्रम के साथ परीक्षा की योजना आदि। सिविल सेवा परीक्षा 2024 के लिए रिक्तियां की अनुमानित संख्या 1056 है। जिसमें बेंचमार्क, विकलांग, विकलांगता की श्रेणी में आने वाली युवतियों के लिए आरक्षित 40 रिक्तियां शामिल है। सिविल सेवा परीक्षा में पदों के विभाजन के लिए दो श्रेणियां है ग्रुप ए और ग्रुप बी।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में साक्षात्कार के दो चरण होंगे। प्रारंभिक परीक्षा 26 में 2024 को आयोजित की जाएगी तथा मुख्य परीक्षा 20 सितंबर 2024 से आयोजित की जाएगी। प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होंगे, सामान अध्ययन प्रश्न पत्र एक 200 अंक तथा वैकल्पिक विषय 100 प्रश्न।

  • सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र सेकंड 200 अंक, 80 प्रश्न क्वालीफाइंग।

दोनों में बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे।

  • प्रत्येक गलत उत्तर के लिए दशमलव 66 अंक की नकारात्मक अंकन (नेगेटिव मार्किंग) होगी।

मुख्य परीक्षा में 9 पेपर

  • अनवरत भारतीय भाषा का प्रश्न पत्र योग्यता प्रकृति।
  • अंग्रेजी भाषा का प्रश्न पत्र योग्यता प्रकृति।
  • निबंध प्रश्न पत्र 250 अंक 3 घंटे।
  • सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र एक 250 अंक 3 घंटे।
  • सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र दो 250 अंक 3 घंटे।
  • सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र तीन 250 अंक 3 घंटे।
  • सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र चार 250 अंक 3 घंटे।
  • वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र एक 250 अंक 3 घंटे।
  • वैकल्पिक विषय प्रश्न पत्र दो 250 अंक 3 घंटे।
  • कुल लिखित 1750 अंक।
  • साक्षात्कार 275 अंक।
  • कुल योग 2025 अंक।
  • भाषा के प्रश्न पत्र क्वालीफाइंग प्रवृत्ति के होंगे और इसके अंकों को अंतिम योग्यता के लिए नहीं काउंट नही किया जाएगा।
  • वैकल्पिक पेपर अधिसूचना में दिए गए विषयों की सूची से उम्मीदवार द्वारा चुने गए विषय पर आधारित होंगे।

जोश के साथ प्रसन्नतापूर्वक प्रयास करने की आवश्यकता

सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होना एक बहुत बड़ा अवसर होता है, परन्तु इसकी सफलता दर इतनी कम है कि कई उम्मीदवार जब सफलता की संभावनाओं के बारे में सोचते हैं तो आश्चर्य चकित रह जाते हैं। परीक्षा प्रक्रिया ऐसी है कि कई उम्मीदवार पहले ही बार में शीर्ष रैंक हासिल कर लेते हैं। जबकि कई लोगों के लिए कई प्रयास के बाद भी अप्रिय परिणाम के कारण का पता लगाना कठिन होता है। धैर्य और संकल्प दिखाएं और पहले ही प्रयास में योग्यता सूची में जगह बनएं। यह परीक्षा आपकी पहुंच के भीतर ही होती है और यदि आप इसके लिए एक कुशल योजना बनाएं, यह पूरे मिशन के दौरान आपका मार्गदर्शन करेगी।

तैयारी करते समय इस बात का ध्यान रखें जो चीज आपको मंजिल तक पहुंचने में मदद करती है वह आपका दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत, समर्पण, धैर्य, और सही दिशा में किया गया प्रयास, लक्ष्य पर ध्यान और स्वयं पर विश्वास। यदि आप इन चीजों को बनाए रखेंगे तो निश्चित ही सफलता आपको प्राप्त हो सकेगी।

एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि आपको सिविल सेवा परीक्षा को चरण दरअसल नहीं देखना चाहिए। यह एक नियोजित अध्ययन की योजना है, जिसमें लक्ष्य के प्रति अल्पकालिक दृष्टिकोण की कोई गुंजाइश ही नहीं है। प्रायः देखा गया है कि कई अभ्यर्थी केवल प्रारंभिक परीक्षा को ही देखते हैं, विशेष रूप से वे जो अपना पहला प्रयास कर रहे हैं।

सच में ऐसे ही उम्मीदवारों की भीड़ है जो अपनी पूरी ऊर्जा प्रारंभिक परीक्षा पर ही लगा देते हैं। जैसे कि यही पहला लक्ष्य है, परंतु यह उम्मीदवार इस बात से चूक रहे हैं कि इस परीक्षा में केवल प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करना ही पर्याप्त नहीं है, उम्मीद्वार को मुख्य परीक्षा भी देनी होती है। इसके लिए भी साथ-साथ तैयारी करते रहना चाहिए।

संकल्प के साथ सही दिशा में करें तैयारी

आपको परीक्षा में सफल होने के लिए उत्सुक रहना होगा और अन्य उम्मीदवारों की तुलना में अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। हमेशा व्यक्तिगत विकास और निरंतर सुधार पर ध्यान केंद्रित करना होगा। प्रतिस्पर्धी भावना विकसित करके आपको चुनौतियों को स्वीकार करने और सीखने और पढ़ने के अवसर के रूप में उपयोग करने के लिए तैयार रहना होगा। स्पष्ट रूप से मन बना ले कि यह खेल तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक कि आप वांछित सफलता प्राप्त नहीं कर लेते।

जहां तक तैयारी और प्रदर्शन का सवाल है, लगातार आपको दूसरों से बहुत आगे रहना होगा। सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए आपको बस अपने लक्ष्य के प्रति जुनूनी होना होगा और सपनों को हकीकत में बदलने के लिए मेहनती प्रयास करने होंगे।

तैयारी में कितना समय लग सकता है

आमतौर पर यह समय, आपके ज्ञान और योजना के स्तर समझ, आपके सफल पक्ष और कमजोरी और आपकी तैयारी की रणनीति जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है। फिर भी अपने प्रयास को सार्थक बनाने के लिए आपको न्यूनतम एक वर्ष की तैयारी की आवश्यकता तरो होती ही है। टॉपर्स और यहां तक की विशेषज्ञ भी कम से कम 1 वर्ष की तैयारी का सुझाव देते हैं। क्योंकि आपके संपूर्ण प्रारंभिक और मुख्य पाठ्यक्रम को व्यवस्थित और व्यापक तरीके से तैयार करने के लिए समय की आवश्यकता होती है।

हालांकि कुछ अपवाद ऐसे भी होते है जिन्होंने अधिसूचना के जारी हो जाने बाद तैयारी शुरू करके इस परीक्षा को पास किया है। वह साधारण समर्पण, अनुशासन और स्मार्ट कार्य का प्रदर्शन करते हुए ही संभव हो पाता है। ऐसे लोगों की बुद्धि स्पष्ट और तार्किक व्याख्या को आत्मसात करने की स्पष्ट शक्ति और सबसे अहम अंत तक जाने की उनकी इच्छाशक्ति ही उन्हें यह क्षमता दिखाने में मदद करती है, जिससे वह बने हैं। उनमें से अधिकांश उम्मीदवार कामकाजी पेशावर होते है, जो कि आमतौर पर इसे अल्पकालिक तैयारी के रूप में देखते हैं और अधिसूचना के जारी होने के बाद ही अपनी तैयारी शुरू करते हैं। उनमें से कुछ थोड़ी देर से 28 से 29 वर्ष की उम्र में शुरू करते हैं, इसलिए उनके पास दो या तीन से अधिक प्रयासों का लाभ उठाने का ही समय होता है।

हालांकि उनमें से कुछ उम्मीदवार सफलता प्राप्त करने वालों की सूची में स्थान प्राप्त करते हैं और इसका कारण है कि वह लक्ष्य निर्धारित करने लक्ष्य हासिल करने में पारंगत है और उनकी मानसिकता उपलब्धि हासिल करने वाले लोगों की ही होती है। सिविल सेवा परीक्षा शुरू करने की तैयारी का निर्णय लेने में भले ही देरी हो गई हो, लेकिन आप अधिक तैयारी में जुट जाएं।

सिविल सेवा परीक्षा अपने आप में एक पूरी तरह से अलग प्रतियोगिता है। यहां आपको विश्वविद्यालय परीक्षा की तुलना में कम समय में कई विषयों से संबंधित कंटेंट को सीखने और समझने की आवश्यकता होती है। हम यह अच्छी तरह से समझते हैं कि कम समय में वांछित स्तर को हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। लेकिन आपके पास कड़ी मेहनत करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है और वह भी स्मार्ट तरीके से।

यदि आपने इस परीक्षा में शामिल होने का निर्णय थोड़ी देर से भी लिया है और इसका तैयारी शुरू की है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको लापरवाही से तैयारी करनी चाहिए, क्योंकि इससे स्थिति जटिल हो सकती है। प्रतियोगिता के बारे में जागरूक होने के कारण आप जानते हैं कि आपको ऐसे उम्मीदवारों के सामने खड़ा किया गया है जो दीर्घकालिक तैयारी में लगे हुए हैं। सब कुछ करने और दूसरों के साथ पकड़ने के उद्देश्य से आप अनुकूलित अध्ययन सामग्री की तलाश करते हैं और बस खुद को इसके अध्ययन में डुबो देते हैं।

हालांकि ऐसी कई साइट और टॉपर्स के ब्लॉग भी उपलब्ध हैं जो पुस्तक, सूचियां और अध्ययन संसाधन प्रदान करते हैं कि उम्मीदवारों को क्या पढ़ना है इसके बारे में प्रत्यक्ष ज्ञान भी देते हैं।

सिविल सेवा 2024 परीक्षा के प्रीलिम्स में क्या आप बैठ रहे हैं

क्या आप इस प्रतियोगिता में बैठने की सोच रहे हैं। इसके लिए वास्तव में एक बड़ा भाग्य यहां आपका इंतजार कर रहा है। इस परीक्षा की खूबसूरती यह है कि लाखों नए उम्मीदवारों के साथ-साथ पूर्व में कई असफल उम्मीदवार और यहां तक की कुछ सफल उम्मीदवार भी अपनी अधूरी इच्छा के साथ अगला प्रयास का उसे प्राप्त करने की सोच के साथ उतरते हैं। अपने पिछले प्रदर्शन से विचलित हुए बिना ऐसे उम्मीदवार एक बार फिर से सिविल सेवा की परीक्षा के लिए पूरे दिल से तैयारी करते हैं।

लक्ष्य के प्रति ईमानदार दृष्टिकोण वाले कई उम्मीदवारों को वांछित सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। यह सब एक समग्र दृष्टिकोण के बारे में है और एकीकृत दृष्टिकोण के साथ प्रभावी तैयारी योजना मदद करेगी। क्योंकि आपको परीक्षा के प्रत्येक चरण और आवश्यकताओं को समझ कर संपूर्ण परीक्षा योजना को लक्षित करने की आवश्यकता होती है।

अब जब प्रारंभिक परीक्षा होनी है तो आपको प्रीलिम्स से संबंधित आवश्यकताओं और अगले कुछ महीनो में पूरे पाठ्यक्रम को कवर करने की आवश्यकता है और अपनी तैयारी के मूल्यांकन के साथ-साथ एक तुरंत संशोधन आपको इसे बेहतर ढंग से प्रबंध यदि आपने अभी-अभी सिविल सेवा परीक्षा 2024 की तैयारी शुरू की है तो आपके पास करने के लिए बहुत कुछ करना होता है और इसके लिए आपके पास सीमित समय ही होता है तो ऐसी स्थिति में आपके पास आपकी सभी योजनाएं भी एकदम स्पष्ट होनी चाहिए। आप महत्वाकांक्षी है और पाठ्यक्रम का प्रभावी ढंग से तैयार करने के प्रति आस्वत भी है, लेकिन कम समय में तैयारी के लिए पारंपरिक शैली काम नहीं करेगी और इससे आपके इतनी मेहनत करने के बाद भी परीक्षा के परिणामी प्रभाव निरर्थक हो सकते हैं।

क्योंकि आप शायद तैयारी में शामिल जटिलताओं से चूक सकते हैं इसलिए समय पर तैयारी प्रारंभ करने की आवश्यकता होती है जो कि सफलता प्राप्त करने में आपकी मदद करेगा।

तैयारी के बाद उसको दोहराना और उसका पुनरीक्षण लाभदायक है

                                                                         

आप संपूर्ण पाठ्यक्रम को विकसित और संरक्षित तरीके से कर करें सीमित संसाधनों को ध्यान में रखते हुए आपको बार-बार रिवीजन पर जोर देना चाहिए, ताकि आपके मन में अवधारणा स्पष्ट हो जैसे-जैसे आप पढ़ते हैं दोहराते हैं और लिखते हैं। इस प्रक्रिया में अपने विश्लेषण आत्मिक क्षमता और आलोचनात्मक सोच विकसित होती है। विभिन्न स्रोतों से आप जो सामग्री पढ़ते हैं वह आपको समझना व्याख्या करने और उसे संदर्भ में लागू करने में मदद करती है।

पूरे पाठ्यक्रम को व्यवस्थित और व्यापक तरीके से संशोधित करें और यह तभी संभव हो सकेगा जब आप छोटे और स्पष्ट नोट्स बनाने की आदत इस तरह से विकसित करेंगे कि पाठ्यक्रम के प्रत्येक कीवर्ड के लिए आपके पास वर्तमान घटनाक्रम के साथ अपडेट किए गए नोट्स तैयार किए गए हो और इसके साथ ही यह संक्षिप्त भी होने चाहिए। फिर भी उसमें कोर्स पूरा होना चाहिए, इन्हें इस तरह से बनाया जाना चाहिए कि सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं और तत्वों को पढ़कर आपको भारी भरकम किताबों की ओर लौटने की जरूरत ना पड़े और एक पंक्ति आपको पूरी कहानी याद दिला दे।

निश्चित रूप से यह अंततः आपके लिए गेम चेंजर साबित होने वाला बन सकता है। अतः आपको नए घटनाक्रम को पढ़ने के लिए डेली अपडेट के लिए अखबार को भी पढ़ना चाहिए और नोट्स की कॉपी बनानी चाहिए और जो भी महत्वपूर्ण बिंदु या नई शुरुआत हुई हो उसकी दिनांक सहित अपने नोट्स में डाल लेना चाहिए। इससे आपको जब भी आवश्यकता होगी तो आप इसका रिवीजन बहुत आसानी से कर सकेंगे।

मॉक टेस्ट के साथ अपनी तैयारी का मूल्यांकन भी करें

                                                                                   

अपने ज्ञान और समझ को बढ़ाने के लिए आपको समय-समय पर इसके मूल्यांकन की आवश्यकता होती है। यह पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण क्षेत्र प्रश्नों के प्रकार और यहां तक कि पूछे गए प्रश्नों की कठिनाई स्तर से परिचित होने में आपकी मदद करेगा। यह उन क्षेत्रों के बारे में एक उचित विचार देता है जो आपके सफल पक्ष हैं और क्या आप इस क्षेत्र से प्रश्नों का सही उत्तर देने में सक्षम है या क्या कोई ऐसा विषय या टॉपिक है जहां आप बार-बार गलती करते हैं। पूरे प्रयास में कितने प्रश्न गलत हैं या कितने अनुत्तरित हैं, यह सब आसानी से आप देख सकते हैं। मॉक टेस्ट के अंत में यह जानकारी आपको मिल जाती है, जिससे आपको अपनी क्षमता का पता आसानी से चल सकेगा।

दूसरा महत्वपूर्ण पहलू नेगेटिव मार्किंग का है कि इसमें आप कितने नकारात्मक अंक अर्जित करते हैं और निर्धारित करते हैं कि आप कहां पहुंचेंगे आप अनुभव परीक्षण और यहां तक की संपूर्ण पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षण भी लेते हैं। अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए जितना संभव हो उतने मार्क टेस्ट दें और अभ्यास के साथ गति और सटीकता बनाएं रखें जो परीक्षा हाल में प्रश्नों का उत्तर देते समय आपकी मदद करेगी।

एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू पिछले वर्षों के प्रश्न तैयार करना है जो आपको वर्तमान रुझानों को पहचानने में मदद करते हैं। यह आपको परीक्षाओं की अपेक्षाओं और महत्वपूर्ण क्षेत्र के बारे में उचित जानकारी देता है। समय प्रबंधन के लिए भी यह मदद करता है, क्योंकि आप प्रीलिम्स के लिए आसानी से योजना बना सकते हैं कि आपको किसी प्रश्न का उत्तर देने में कितना समय लगेगा और मास के लिए प्रेजेंटेशन पर ध्यान देने के साथ प्रत्येक उत्तर को शब्द सीमा में कितने मिनट में लिखना है, आप यह भी पहचान सकते हैं।

मॉक टेस्ट के क्या है फायदे

सिविल परीक्षा के लिए जब आप अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं तो कल्पना करें कि यह कैसी होगी और अंततः आप इससे कहां तक पहुंचेंगे। नियमित आत्म निरीक्षण, आपके कदमों और आपको किस दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं यह उस पर नजर रखेगा। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात आपके प्रश्न को ध्यान से पढ़ना चाहिए और समझना चाहिए। अभ्यास के दौरान इसे एक आदत बना ले और यह आपको परीक्षा हाल में अनुकूल रूप से प्रस्तुत करेगा जैसे ही आप प्रश्न पत्र का उत्तर देना शुरू करते हैं। प्रश्न पत्र में आने वाले सामान्य ज्ञान या प्रश्नों को हल करने से आपका तनाव कम होगा और उच्च प्रयास की आशा बढ़ेगी।

 यह कदम आपके संचित ज्ञान और स्मृति को सक्रिय करता है। इसके अलावा जैसे ही आप उन्हें पलक झपकते ही सही से चिन्हित कर देते हैं, उससे आप के अन्दर आत्मविश्वास विकसित होता है और साथ ही आपका बहुमूल्य समय भी बचता है जिसका उपयोग कठिन एवं अज्ञात प्रश्नों को हल करने में किया जा सकता है। बिंदुओं को जोड़ने का आपका कौशल विषय के भीतर या दूसरे विषय के साथ अंत संबंधित सूचना को जोड़ने दिशा और प्रासंगिक जानकारी को याद रखना जरूरी है कि आपकी क्षमता एक जादू कर देती है।

अभ्यास के समय सबसे पहले आपको उन प्रश्नों को चिन्हित करना चाहिए जहां आप 100 प्रतिशत आस्वत हैं। आपको ऐसे सभी प्रश्न छोड़ देना चाहिए, जहां आपको संदेह और भ्रम हो या पूर्ण ज्ञान न हो। इसी से यह पता चल जाएगा कि मॉक टेस्ट को हल करते समय आप पहले चरण में कितने प्रश्नों को सही रूप में चिन्हित कर सकते हैं। लेकिन जैसा कि हम जानते हैं कि सभी संभावनाओं में यह पर्याप्त नहीं होंगे।

अतः सुरक्षित क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए आपको कई और प्रश्नों को सही चिन्हित करने की आवश्यकता होगी और यहां उन्मूलन तकनीक, तर्क, सामान्य ज्ञान, आत्मज्ञान और बुद्धिमानी से अनुमान इत्यादि जैसी परीक्षा तकनीक की भूमिका आती है, जिन्हें आप सही उत्तर देने के लिए लागू करते हैं। अभ्यास आपको अपने उत्तर में सटीकता बढ़ाने में मदद करता है। आप सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी से संबंधित ऐसी अधिक जानकारी विभिन्न वेबसाइट्स के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

सीमित समय में कैसे करें तैयारी

जब परीक्षा के लिए कम दिन रह जाते हैं तो हमें कई प्रकार की उलझन में डाल देते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आपने जो योजना बनाई है उसे पर उचित कार्यवाही करें और उसको प्रीलिम्स के साथ-साथ मुख्य परीक्षा के लिए भी काफी समझदारी से प्रयास करने होंगे।

एक यथार्थवादी लक्ष्य और विशिष्ट लक्ष्य निर्धारित करें और एक समय सीमा निर्धारित करें ईमानदारी से अपनी दिनचर्या की समीक्षा करें और समझे कि कितना समय उत्पादक है और आप किन गतिविधियों पर समय बर्बाद कर रहे हैं। आपको अपनी अध्ययन योजना को और अधिक कुशल करने के लिए प्रतिबंध होना चाहिए। आप तैयारी के लिए प्राथमिकताओं की पहचान और निर्धारण करें। यह वास्तव में आने वाले समय में आपकी अध्ययन योजना को प्रभावित करेंगे, इसलिए आत्म मूल्यांकन करते समय सावधान रहे और अपने निर्णय के प्रति ईमानदार रहे। आपको यह भेद करने में सक्षम होना चाहिए कि क्या महत्वपूर्ण है और इसकी कितनी प्रासंगिकता है।

दूसरे शब्दों में आपको पढ़ी नई जानकारी की गुणवत्ता और गहराई पर ध्यान देना होगा। अपनी प्रगति और प्रदर्शन की निगरानी करें और इसे निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित करें। सकारात्मक और आशावादी दृष्टिकोण बनाए रखें अपना ख्याल रखें तनाव और चिंता से बचकर ही रहे।

स्पष्ट समझ विकसित करने के साथ सीखने की इच्छा शक्ति को बनाए रखें

प्रभावी ढंग से अध्ययन करें जो कि न केवल याद रखने के लिए बल्कि सामग्री को समझने और सीखने का प्रयास करें। पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों पर एक नजर डालने से आपको रुझान का विश्लेषण करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा नवीनतम सूचनाओं से अवगत रहना भी आवश्यक है। यह एक लंबी यात्रा है ज्ञान और जागरूकता को अध्ययंतन करने के लिए समाचार पत्र और पत्रिकाएं पढ़ने से परीक्षा के प्रत्येक चरण में बहुत मदद मिलती है।

पहले उन विषयों को पढ़ें और दोहराएं जो आपको अपेक्षाकृत आसान लगते हैं और इसके बाद कठिन विषयों की ओर बढ़े। इससे आत्मविश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी जो लगन से तैयारी करने के लिए बहुत जरूरी है। अगले विषय पर आगे बढ़ने से पहले यह सुनिश्चित करने की आपके पास इससे संबंधित पर्याप्त जानकारी है या नहीं तो इसे अपनी प्राथमिकता सूची में रखें और उसे मोर्चे पर खुद को अपडेट करने की कोशिश करें। इसके अलावा जहां पर आप अपने को कमजोर महसूस करते है।

ध्यान भटकने वाली चीजों से बनाए दूरी

जब आप शुरू करते हैं और सतत गति से आगे बढ़ते है लेकिन जल्द आप बहुत सारी समस्याओं और चिताओं में घिर जाते हैं। आपकी आदतें और आत्म सीमित करने वाले विश्वास आपकी तैयारी में बाधक बनते हैं जो अध्ययन योजना में बाधा डालते हैं। आपके लक्ष्य सिद्धि के लिए एक मजबूत नीव रखनी होगी और सफल होने के लिए कदम कदम पर ताकत दिखाते हुए आगे बढ़ना होगा।

 जब आप अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकाल प्रयास कर रहे हैं तो आप कभी-कभी अपने आपको नकारात्मकता वाले कुछ लोगों से घिरा हुआ या आलोचना में शामिल पा सकते हैं। ऐसी स्थितियों में आपको ऐसे लोगों को नजरअंदाज करना चाहिए और आशावाद और स्थिरता वापस पाने के लिए कुछ प्रयास करने चाहिए। सभी अनावश्यक चीजों पर ध्यान ना दें और अपनी अध्ययन योजना में निरंतरता बनाए रखें।

इसमें अगर कोई ऐसी चीज है जो आपको नीचे लाती है या आपका ध्यान भटकाती है तो आपके स्वयं को नकारात्मकता से दूर रखने का प्रयास करना चाहिए। यह आपके मित्र, सहकर्मी या परिवार के कुछ सदस्य भी हो सकते हैं परन्तु इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बस ऐसे सभी विकर्षणों से आपको दूरी बनाकर रखनी होगी। अगर यह दूरी पूरी तरह से संभव नहीं हो पा रही है तो कम से कम आप ऐसे लोगों के साथ काम समय बिताने का प्रयास करें जो निगेटिविटी को बढ़ावा देते हो।

सिविल सेवा परीक्षा में पिछले वर्षों में क्या हुआ है बदलाव

पाठ्यक्रम को प्रभावी ढंग से कर करने के लिए आपको मानक पाठ पुस्तकों प्रासंगिक अध्ययन सामग्री और समाचार पत्रों पत्रों की आवश्यकता होती है। इससे आप में स्पष्टता विकसित होती है और तार्किक सोच विकसित होती है। आप जो कुछ भी कर रहे हैं वह एक उद्देश्य के लिए है और यदि आप बुनियादी बातों का ध्यान रखें और विवरण सही तरह पर आ जाएंगे। सिद्धांत का पालन करते हैं आप इसे अच्छे से मैनेज कर पाएंगे क्योंकि यह प्रारंभिक परीक्षा के लिए व्यापक गहन और मुख परीक्षा के लिए चयनात्मक और व्यापक अध्ययन योजना हुआ करती थी।

बदलते रुझान के लिए वास्तविक दुनिया से संबंधित ज्ञान और जागरूकता की आवश्यकता होती है और प्रश्न पत्रों को कुशलता से संभालने के लिए एक चौड़ी और एक इंच गहरी जानकारी प्राप्त करने की सुविधा होती है। इसके के नीचे प्रत्येक चीज पर महारत हासिल करना व्यावहारिक रूप से संभव है, लेकिन जितनी संभव हो उतनी चीजे के बारे में थोड़ा सा जानने से आपकी संभावनाएं काफी उज्जवल हो सकती हैं।

क्या यह आपका दूसरा या तीसरा प्रयास है

अपने पिछले प्रयास में आप प्रारंभिक परीक्षा के पहले चरण में या साक्षात्कार के समय पर स्लिप हो गए थे तो आपको नई सिरे से शुरुआत करनी पड़ती है। हालांकि जो उम्मीदवार साक्षात्कार स्तर पर सफलता का सामना करते हैं उनके लिए यह अधिक दर्दनाक होता है। क्योंकि आखिरी पड़ाव तक पहुंच कर वहां से गिरना किसी झटके से काम नहीं होता है। इसके अलावा अनुकूल परिणाम की उम्मीद में कभी-कभी उम्मीदवार प्रिलिम्स की तैयारी को नजरअंदाज कर देते हैं और ऐसे मामलों में आपको तैयारी के लिए केवल कुछ ही दिन मिल पाते हैं। हालांकि इस यात्रा में असफलता सफलता का अभिन्न अंग होता है।

सकारात्मक मानसिकता वाले उम्मीदवार असफलता को आसमान उपलब्धि की सिद्धि के रूप में देखते हैं। आत्म निरीक्षण करें और अप्रिय परिणाम पर अपना लक्ष्य बनाएं और सावधानी पूर्वक मूल्यांकन करें कि आपने क्या गलतियां की पुनः ऐसे क्षेत्र की पहचान करें, जिनसे आपको परेशानी हुई या जहां आप अपेक्षाओं से कम कर पाये। अपने करीबी लोगों से आत्मविश्वास और प्रेरणा प्राप्त करें जो आपकी यात्रा को समझते हैं और अपने गुरुओं दोस्तों और वरिष्ठों से मदद लेने में संकोच न करें। प्रत्येक प्रयास एक नई यात्रा है। अतः अपना सब कुछ झोंक दें और विजेता बनकर सामने आएं। निश्चित रूप से आप इच्छा शक्ति के साथ जुड़ेंगे तो आप इस परीक्षा में सफल हो जाएंगे।

सामान्य अध्ययन  के पेपर दो  को नजरअंदाज ना करें

सामान्य अध्ययन पेपर दो एप्टीट्यूड टेस्ट क्वालीफाइंग है लेकिन आपको अपनी किस्मत को जीवित रखने के लिए न्यूनतम क्वालीफाइंग अंक सुरक्षित करने की आवश्यकता है। प्रीसैट के लिए तैयारी करने का सबसे अच्छा तरीका पाठ्यक्रम को देखना और समझ गठित तर्क और योग्यता पर ध्यान केंद्रित करना है हाल के वर्षों में यह पेपर कई उम्मीदवारों के लिए परेशानी का सबक बन गया है। यहां तक की कई प्रतिभाशाली विज्ञान, मेडिकल और इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को भी सफलता प्राप्त करने के लिए 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना मुश्किल लगता है।

आपके पास समान अध्ययन पेपर दो सीसैट के लिए एक रणनीति होनी चाहिए और उस पर ध्यान देना चाहिए। आपको पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का प्रयास करना चाहिए और इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आप कहां खड़े हैं।

नियमित अभ्यास से आपको वास्तविक परीक्षा का सामना करते समय सटीकता बनाने और समय प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। इसलिए अपनी गणितीय, तर्क और भारतीय कौशल को समझने और साथ करने के लिए नियमित रूप से कुछ समय समर्पित करें और इसे गंभीरता से लें। आपके सामने चीजें बिल्कुल स्पष्ट है और आपको बस स्मार्ट योजना बनाने की जरूरत है ताकि आप समय का प्रभावी उपयोग कर सके।

प्रीलिम्स 2024 का कुछ महीने दूर है यह खुद पर और अपनी ताकत पर भरोसा करने का समय है। सकारात्मक मानसिकता बनाए रखें साथ ही विजय रवैया को अपनाते हुए आगे बढ़े तो आपको सफलता आसानी से मिलेगी।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।