गर्मियों में हीट स्ट्रॉक से बचने के लिए लगातार पीते रहे पानी

         गर्मियों में हीट स्ट्रॉक से बचने के लिए लगातार पीते रहे पानी

                                                                                                                                                                डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

    गर्मियों में अगर हम अधिक ठंडा पानी पीते हैं तो इससे खाने को पचाने में शरीर को काफी मेहनत करनी पड़ती है, क्योंकि जब हम ठंडा पानी पीते हैं तो यह हमारे शरीर के तापमान से मेल नहीं खाता और पेट में मौजूद भोजन को पचाना मुश्किल बना देता है। जब हम ठंडा पानी पीते हैं तो पानी का कम तापमान हमारे तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है, जिससे हृदय गति धीमी हो जाती है।

                                                                

ज्यादा ठंडा पानी पीने से ब्रेन फ्रीज की समस्या भी हो सकती है। ठंडा पानी रीड की हड्डी की संवेदनशीलता और नसों को ठंडा करता है, जिससे हमारे दिमाग पर भी इसका असर पड़ता है। इस कारण सिर दर्द और साइनस की समस्या भी हो सकती है। ठंडा पानी पीने से आते सिकुड़ जाती है और खाना हमारी आंतों में जम जाता है। ऐसे में कब्ज हो जाता है और यह कब्ज का एक प्रमुख कारण होता है।

ठंडा पानी आपके शरीर में जमा वसा को भी सख्त बना देता है, जिससे बसा के बर्न होने में भी दिक्कत आती है। इससे गले में खराश और नाक बंद होने की आशंका बढ़ जाती है। ठंडा पानी पीने से विशेष रूप से भोजन के बाद अतिरिक्त बलगम, (श्वसन म्यूकस) का अधिक निर्माण होता है, जो हमारे श्वसन पथ में एक सुरक्षात्मक परत बनाता है।

                                                                 

अतः आपको गर्मी के मौसम में सामान्य पानी पीने की सलाह दी जाती है और इसी पानी से हमारी प्यास बुझती है और आप बीमारियों से भी बचे रह सकते हैं। इसलिए सभी लोगों का प्रयास यह होना चाहिए या तो घड़े का पानी पिए या आरओ का नार्मल पानी पीते रहे तो इससे आप गर्मियों में होने वाली विभिन्न बीमारियों से बचकर रह सकते हैं।

लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ में मेडिकल आफिसर हैं।