टीवी-मोबाइल आदि गेजेट्स को देखने के लिए उचित दूरी

              टीवी-मोबाइल आदि गेजेट्स को देखने के लिए उचित दूरी

                                                                                                                                                                        डॉ0 दिव्यांशु सेंगर एवं मुकेश शर्मा

डिजिटल स्क्रीन से आंखों की सुरक्षा करने के लिए उपचार के बजाय इनकी रोकथाम के सम्बन्ध में जानना ज्यादा जरूरी होता है। दिनभर टीवी या फोन देखने से आंखों पर असर पड़ सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए 20/20/20 नियम को फॉलो करें। अगर 20 मिनट तक स्क्रीन देखते हैं तो 20 सेकंड के लिए अपने से कम से कम 20 फीट दूर रखी किसी चीज को देखें। आप जितनी देर स्क्रीन से दूर देखेंगें आपके लिए यह उतना ही बेहतर होगा। जब कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं तो कमरे में कम रोशनी आंखों के लिए बेहतर सिद्व होती है। कार्यालयों में बहुत अधिक रोशनी भी नहीं होनी चाहिए।

                                                                

स्क्रीन की चमक आपकी आंखों में तनाव पैदा कर सकती है। इससे निपटने के लिए एंटी-ग्लेयर मैट स्क्रीन का उपयोग करना अच्छा रहता है। अगर आप चश्मा पहनते हैं तो यह सुनिश्चित करें कि लेंस पर एटी-रिफ्लेक्टिव कोटिंग हो। नीली रोशनी आंखों को नुकसान पहुंचाने के लिए जानी जाती है। इससे बचने के लिए स्क्रीन के सामने नीली रोशनी वाले चश्मे का ही उपयोग करें।

आमतौर पर पसंदीदा चीज देखने की दूरी आंख से कंप्यूटर स्क्रीन की सामने की सतह तक 20 से 40. इंच के बीच होती है। लैपटॉप या कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैं। तो मोनिटर को अपनी आंखों से कम से कम 20 इंच दूर रखें, यानी लगभग एक हाथ की लंबाई की दूरी स्क्रीन की स्थिति को समायोजित करके चकाचौंध को कम रखें।

विशेषज्ञ कहिन

                                                             

आंखों और स्क्रीन के बीच की दूरी मायने रखती है। स्क्रीन करीब से देखने पर आंखों पर तनाव पड़ता है और सूखापन हो सकता है। मोबाइल देखने के लिए मानक दूरी 16-18 इंच है।

लेखकः डॉ0 दिव्यांशु सेंगर, प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल मेरठ में मेडिकल ऑफिसर हैं।