सबसे अधिक रोजगार प्रदान करने वाला क्षेत्र

             सबसे अधिक रोजगार प्रदान करने वाला क्षेत्र

                                                                                                                                                                  डॉ0 आर. एस. सेंगर

इस साल नियुक्तियां देने वाले तीन प्रमुख सेक्टर्स में टेलीकॉम सेक्टर को भी शामिल किया गया है। वहीं आंकड़ों की मानें, तो सिर्फ 5जी तकनीक का आगमन ही कई लाख मौके बना रहा है। जाहिर है कि इसके लिए 5जी के स्किल सीखने की जरूरत होगी। इसके लिए कैसे करें अपस्किलिंग और क्या हैं नए मौके, बता रहे हैं हमारे विशेषज्ञ डॉ0 आर. एस. सेंगर-

                                                                 

हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट की मानें, तो इस समय नियुक्तियां देने की मंशा के मामले में टेलीकम्यूनिकेशन सेक्टर का बोलबाला है। विशेषरूप से 5जी टेक्नोलॉजी के लाँच हो जाने के बाद से ही इस तकनीक में कुशल युवाओं के लिए भरपूर अवसर सामने आ रहे हैं। वहीं आईटी और साइबर सिक्योरिटी के स्किल्स की जरूरत भी इस तकनीक के कारण बढ़ी है।

एक रिक्रूटमेंट फर्म के सर्वे के अनुसार वर्ष 2026 तक टेलीकॉम सेक्टर में नई नौकरियों की संख्या 70 लाख के आसपास हो सकती है, क्योंकि ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर और शिक्षा समेत कई सेक्टर 5जी तकनीक तेजी से अपना रहे हैं।

इस तकनीक के कौशल की आवश्यकता को देखते हुए सरकार की ओर से देश भर में करीब 50 प्रशिक्षण लैब खोलने की तैयारी है। इसमें अपस्किलिंग करके आप नए मौकों पर काबिज हो सकते हैं।

फ्रेशर के लिए कैसे होंगे मौके

                                                                    

5जी नेटवर्क इंजीनियरः इस भूमिका में 5जी नेटवर्क की योजना, डिजाइन, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर से संबंधित चीजों को विकसित करना और नेटवर्क की निगरानी, रखरखाव और समस्या समाधान शामिल होता है।

5जी नेटवर्क आर्किटेक्टः ये 5जी नेटवर्क को लागू करते हैं और उसकी सुरक्षा और विश्वसनीयता को परखते हैं। साथ ही सिस्टम के संचालन को खतरों से बचाने के लिए निगाह रखते हैं।

5जी डेवलपरः इस भूमिका में 5जी तकनीक के लिए एप्लीकेशंस, सॉफ्टवेयर आदि को विकसित करना होता है और वर्तमान सिस्टम के बेहतर काम करने के तरीके विकसित करने होते हैं। 5जी एप्लीकेशनः आर्किटेक्ट यह वरिष्ठ भूमिका है, जिसमें 5जी नेटवर्क के लिए ऐप को बनाने, परखने आदि का काम देखना होगा।

विशेषज्ञ की सलाह

’इस क्षेत्र में आने के लिए युवाओं को चाहिए कि वे संबंधित कोर्स के अलावा बदलती तकनीक व इंडस्ट्री की जरूरतों को समझते हुए व्यावहारिक जानकारी हासिल करें। प्रशिक्षण लैब में अधिक समय बिताएं। अपस्किलिंग बहुत जरूरी है।’’

काम आने वाले स्किल्स

                                                              

प्रोग्रामिंग स्किल्सः 5जी तकनीक के लिए प्रोग्रामिंग और कोडिंग एक आधारभूत स्किल है। जावा, पायथन और एमएसएसक्यूएल आदि काम पाने में विशेष सहायक होंगे।

बिग डेटा एनालिटिक्सः इस तकनीक के माध्यम से विशाल स्तर पर आंकड़ों को संभालने की जरूरत होगी। 5जी से संबंधित हर कंपनी को इसकी आवश्यकता होगी।

नेटवर्क आर्किटेक्ट डिजाइनः यह डेटा ट्रांसमिशन की पूरी प्रक्रिया है, जिसमे सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और फर्मवेयर आदि शामिल है, को बताता है। अर्थात आईटी सिस्टम को 5जी के अनुसार इन स्तरों पर तैयार करने का स्किल।

क्लाउड कंप्यूटिंगः क्लाउड कंप्यूटिंग को 5जी के छा जाने के बाद और भी अधिक तेजी मिलेगी, जिसके लिए कुशल लोगों की जरूरत होगी।

इंटरनेट ऑफ थिंग्सः 5जी तकनीक से स्मार्ट उपकरण, स्मार्ट तकनीक के क्षेत्र में गजब की तेजी देखाने को मिलेगी। इसकी समझ के युवाओं के लिए भी मौके बनेंगे।

डेवलपमेंट ऑपरेशंसः डेवऑप्स के कारण विविध टूल्स और तकनीकों का उपयोग करके सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट मेटिनेंस संभव हो पाते हैं। ऐसे में 5जी सॉफ्टवेयर के विकास के लिए इस स्किल की बेहद जरूरत होगी।

इसमें कई परंपरागत मौके भी हैं-

इस सेक्टर में टेक्निकल और नॉन टेक्निकल दोनों ही तरह के अवसर होते हैं। कुछ परंपरागत पदों में टेलीकॉम सिस्टम सॉल्यूशन इंजीनियर, टेलीकाम सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कम्यूनिकेशन इंजीनियर, नेटवर्क इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव, सुपरवाइजर, टेक्निकल असिस्टेंट तथा मैनेजर आदि के जैसे काम है, तो संचार मंत्रालय, रेलवे डिफेंस और इसरो आदि जैसे सरकारी विभागों में भी नौकरियों के पाने के अवसर उपलब्ध होते हैं।

 विभिन्न पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थानों में प्रशिक्षकों की नियुक्तियों के मौके भी शामिल हैं और अपने स्तर पर काम करने के अवसर भी उपलब्ध होते है।

कैसा होगा वेतनः 5जी इंडस्ट्री में फ्रेशर्स को औसतन प्रति वर्ष 5 लाख रुपये आय से शुरूआत आसानी से हो सकती है।

कैसा होगा रोडमैप

                                                             

इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन्स, कंप्यूटर साइंस वा टेलीकम्यूनिकेशन्स में टेक डिग्रीधारी युवाओं के लिए यहां अवसर उपलब्ध होंगे।

अपस्किलिंग के लिए टेलीकॉम टेक्नोलॉजी, नेटवर्क प्रोटोकॉल, डाटा ट्रांसमिशन, वायरलेस कम्यूनिकेशन और नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित कोर्स भी कर सकते हैं।

यदि संबंधित ट्रेड में आईटीआई किया है, तो टेक्निशियन के रूप में भी शुरूआत कर सकते हैं।

आगे एमई/ एमटेक, एमबीए (टेलीकॉम नेटवर्क मैनेजमेंट) व एमटेक का विकल्प अपना सकते हैं।

अपस्किलिंग के कुछ मंच

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकॉम कंप्यूटर साइंस या आईटी में शॉर्ट टर्म डिप्लोमा व पीजी डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं। इसके लिए असोसिएट मेंबरशिप ऑफ इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर्स (AMIETE) की ग्रेजुएट स्तर की परीक्षा और डिप्लोमा के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर्स (DIPIETE) का भी विकल्प रहता है।

देखें- iete.org या icte-org/faqs.htm

अपस्किलिंग के लिए कुछ निशुल्क और भुगतान आधारित ऑनलाइन कोर्स भी सीख सकते हैं

प्प्ज् क्मसीप (सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन 5जी एंड इट्स एप्लीकेशंस इन आईओटी एंड एआई योग्यताः बीटेक, बीई, बीसीए या एमसीए फाइनल ईयर बीटेक, अच्छी अंग्रेजी न्क्म्डल् 5जी टेक्नोलॉजीस आर्किटेक्चर एंड प्रोटोकॉल (कोई भी कर सकता है।

IIT Delhi पीजी प्रोग्राम इन 5जी नेटवर्क डिजाइन एंड डेवलपमेंट (योग्यता स्नातक) UDEMY 5जी फॉर एवरीवन (सभी के लिए)

Skill Lync इंट्रोडक्शन टू 5जी

LinkedIn इंट्रोडक्शन टु 5जी एंड वायरलेस मोबाइल कम्यूनिकेशंस

इन सर्टिफिकेशन की काफी मांग है। सर्टिफाइड टेली कम्यूनिकेशन्स, नेटवर्क स्पेशलिस्ट सर्टिफाइड, आईपी टेलीकॉम नेटवर्क, स्पेशलिस्ट सर्टिफाइड टेलीकम्यूनिकेशन्स एनालिस्ट आदि।

5जी तकनीक के विस्तार के लिए लाखों प्रशिक्षित पेशेवरों की तत्काल जरूरत है-

इस क्षेत्र में लगभग 21 लाख कुशल कार्यबल की आवश्यकता होगी आने वाले पांच-छह वर्षों में 5जी तकनीक के विस्तार के साथ।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।