देश के आधे स्टार्टअप्स का नेतृत्व महिलाएं कर रहीं हैं-

                    देश के आधे स्टार्टअप्स का नेतृत्व महिलाएं कर रहीं हैं-

                                                                                                                                                                                        डॉ0 आर. एस. सेगर

                                                                               

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा उद्यमियों और स्टार्टअप से दुनियाभर में आ रही चुनौतियों पर वैश्विक अनुप्रयोगों के लिए भारतीय समाधान’ पर काम करने का आहवान करते हुए कहा कि भारत कृत्रिम मेघा (एआई) क्षमता में दुनिया का नेतृत्व करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ’स्टार्टअप महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में देश में मात्र 100 स्टार्टअप भी नहीं थे और अब इनकी संख्या लगभग 1.25 लाख हो चुकी है। लगभग 12 लाख युवा उन स्टार्टअप्स से सीधे जुड़े हुए हैं। हमारे पास 110 से अधिक यूनिकॉर्न है। हमारे स्टार्टअप्स ने 12 हजार से अधिक पेटेट आवेदन दाखिल किए हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप कंपनियों को पेटेंट आवेदन में तेजी दिखाने की सलाह देते कहा कि ऐसा न करने पर कोई दूसरा उनके नवोन्मेषण का उपयोग करना शुरू कर देगा। उन्होंने कहा कि भारत में युवा अब नौकरी मांगने वाले के बजाय नौकरी देने बन रहें है। जबकि 45 प्रतिशत से अधिक स्टार्टअप वाली कंपनियों का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं। एआई, सेमीकण्डक्टर और क्वॉन्टम पर पहले शुरू किए गए तीन मिशन युवाओं के लिए रोजगार और वैश्विक निवेशको के लिए निवेश के अवसर पैदा करेंगे।

                                                                     

अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि एआई युवा नवप्रवर्तकों और वैशिवक निवेशकों के लिए लिए असीमित संभवानाएं प्रदान करता है। एआई क्षमताओं का नेतृत्व भारत के हाथों में रहेगा और यह रहना भी चाहिए।

प्रधामंत्री बोले. एआई में दुनिया की अगुवाई करेगा भारत

युवा उद्यमियों और स्टार्टअप से वैश्विक चुनौतियों के लिए भारतीय समाधान पेश करने का आह्वान

                                                                     

    उन्होनें कहा कि हम एआई प्रौद्योगिकी के एक नए युग में है और दुनिया जानती है कि एआई में भारत का पलड़ा ही भारी रहेगा। अब यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है कि हम इस अवसर को अपने हाथों से न जाने दें।

राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन बनाने का फैसला

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय क्वांटम मिशन, भारत एआई मिशन और संमीकंडक्टर मिशन का भी उल्लेख किया। केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने पहले ही भारत एआई मिशन के लिए दस हजार करोड़ रूपये की योजना के लिए स्वकृति प्रदान कर चुकी है।

इस राशि का उपयोग कम्प्यूटर के बुनियादी ढाँचे के निर्माण और नवाचार के लिए स्टार्टअप को वित्तपोषण के साथ-साथ अन्य प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए किया जाना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने एक हजार करोड़ रूपये के निवेश के साथ राष्ट्रीय फाउंडेशन बनाने का फैंसला भी किया है।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।