प्रदेश के पांचों कृषि विश्वविद्यालय की 3354 सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन शुरू

                                           प्रेस विज्ञप्ति

प्रदेश के पांचों कृषि विश्वविद्यालय की 3354 सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन शुरू

                                                                                   

    उत्तर प्रदेश के पॉचों कृषि विश्वविद्यालय क्रमश: आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या, चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ, बॉंदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बॉंदा एवं महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुशीनगर, उ0प्र0 में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिये शिक्षण सत्र् 2024-25 में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन दिनांक 17 मार्च, 2024 से 07 मई, 2024 तक भरे जा सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, पाठ्यक्रम नाम, सीटों की संख्या, परीक्षा केन्द्र, प्रवेश परीक्षा की अर्हता, परीक्षा की पद्धति, शुल्क, आरक्षण एवं अन्य विवरण वेबसाइट https://upcatet.org या www.svpuat.edu.in पर अपलोड सूचना विवरणिका में उपलब्ध है।

    इस वर्ष उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी प्रवेश परीक्षा (यूपीकैटेट-2024) का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा किया जा रहा है। इस प्रवेश परीक्षा से प्रदेश के पांचो कृषि विश्वविद्यालय क्रमश: कृषि विश्वविद्यालय, अयोध्या के स्नातक में 641, मास्टर्स में 361, पीएच0डी0 में 121 सीटों पर, कृषि विश्वविद्यालय, कानपुर के स्नातक में 538, मास्टर्स में 252, पीएच0डी0 में 91 सीटों पर, कृषि विश्वविद्यालय, मेरठ के स्नातक में 475, मास्टर्स में 162, पीएच0डी0 में 105 सीटों पर, कृषि विश्वविद्यालय, बॉंदा के स्नातक में 418, मास्टर्स में 120, पीएच0डी0 में 40 सीटों पर तथा कृषि विश्वविद्यालय, कुशीनगर के स्नातक में 30 सीटों पर प्रवेश लिये जायेंगे।

परीक्षा 11 एवं 12 जून, 2024 को आयोजित की जायेगी।

  कुलसचिव डा0 रामजी सिंह ने बताया कि परीक्षा हेतु आवेदन की अन्तिम तिथि 07 मई, 2024 है तथा परीक्षा 11 एवं 12 जून, 2024 को सी0सी0टी0वी0 की निगरानी में आयोजित की जायेगी तथा नकलचियों के खिलाफ कार्यवाही होगी। 

कृषि के क्षेत्र में रोजगार

      कुलपति डा0 के0के0 सिंह जी ने बताया कि कृषि शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। कृषि प्रधान देश होने के करण इसमें रोजगार की असीम सम्भावनाये हैं। कृषि षिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र भी अब आसानी से शिक्षक, वैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी के साथ मल्टीनेशनल कम्पनियों में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भविष्य में इस क्षेत्र में और अधिक रोजगार मिलने एवं बढ़ने की अपार सम्भावनायें हैं।

                                                                                                                                                                                                          कुलसचिव