अपने पास्ट प्रेजेंट और फीचर को देख चिंता छोड़ अपने साहस से आगे बढ़े Publish Date : 18/02/2024
अपने पास्ट प्रेजेंट और फीचर को देख चिंता छोड़ अपने साहस से आगे बढ़े
डॉ0 आर. एस. सेंगर
आपको जब कभी ऐसा लगे कि अब हम आगे नहीं बढ़ पाएंगे तो उस समय तथा उन बाधाओं को भी याद कीजिए, जिन्हें पार करने के बाद आप यहां तक पहुंचे हैं। साथ ही उन्हें रातों को भी याद कीजिए जब आपको यह महसूस होता था कि चिंता के यह घने बादल कभी नहीं छूटेंगे और आप परेशानियों में ही उलझे रहेंगे। आप इस बात को चाहे महसूस करें अथवा नहीं करें लेकिन सच तो यही है कि वह बुरा समय अब बीत चुका है।
समय की सहज गति में तमाम कसावट के बावजूद आपने खुशी के कुछ पलों को भी महसूस किया है। एक दिन काम अच्छा लगा तो अगले दिन ज्यादा सुकून महसूस हुआ होगा। इस बात को सोचें और अपनी मानसिक सेहत के लिए नियमित सोचते रहे और अपनी अच्छाइयों को पहचाने तो निश्चित रूप से आप फिर से आगे बढ़ सकेंगे।
प्रत्येक समस्या का साहस से करें सामना
बीते समय के मुश्किल दौर में झांकने के बाद आपको पता चलता है कि स्थितियां तब भी कुछ आसान नहीं थी और ऐसा भी लगता था कि अब कुछ ठीक नहीं होगा। लेकिन फिर भी आपने सब कुछ ठीक हो जाने का इंतजार किया था। आपको शायद महसूस ना हुआ हो पर अपने कठिन समय में अपने साहस को खोजा और वह सारे काम किया जो असंभव लगते थे। बुरा वक्त तो रोजाना सुबह बिस्तर से उठाना भी पहाड़ चढ़ने जितना कठिन बना देता है।
आपने वह सब खोया जिसकी कभी कल्पना भी नहीं कभी की जा सकती और बर्दाश्त करने की सीमा से भी ज्यादा दुखः को सहन किया, परन्तु उस समय आप वास्तविकता के प्रति जागरूक थे। फिर चाहे वह कितनी भी कठोर कष्टकारी क्यों न हो और अल्प पूर्ति हो, लेकिन उस तमाम अंधेरे और दर्द के बीच कहीं ना कहीं राहत का छोटा सा एहसास भी पनप रहा था।
आपने जाना कि अपने प्रियजनों का साथ कितना मूलवान होता है और उन्हें प्रेम करना कितना महत्वपूर्ण है। अब आपको समझ आने लगा कि आप बिना किसी सहारे के भी अपने आप ही में काफी है और आपने यह सबक भी लिया कि सब कुछ बर्दाश्त करते रहने की कोई जरूरत नहीं है।
ऐसे ही किसी क्षण में अनजाने में ही अपने स्वयं को महत्व देना शुरू कर दिया और गलत को चुपचाप सहने के बजाय उसके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी। आपने यह भी पाया कि आपके भीतर अपार क्षमता और साहस मौजूद है और इस तरह जो पहले संभव नही लगता था, वह समय के साथ अब आसान लगने लगा।
आपके लिए खुलेंगे नए रास्ते भी
अपने बीते समय में जिस प्रकार के जीवन के लिए प्रार्थना की थी, उसी प्रकार के जीवन को आप आज जी भी रहे हैं। आज आप जो कुछ भी कर पा रहे हैं वह सब आपकी प्रार्थनाओं और इच्छाओं का ही एक रूप और फल है। ऐसे में जो लोग आज आपके साथ मजबूती के साथ खड़े हैं, यह वही लोग है, जिनके बारे में पहले आप सोचा करते थे कि क्या कभी यह लोग आपका साथ भी देंगे।
असल में आपको सब कुछ ठीक कर लेने के लिए, सब कुछ एक साथ करने की जरूरत नहीं होती है और एक ही साथ आप यह सब कर भी नहीं सकते। इसलिए कुछ चीजों को संभालते हुए जीवन में अच्छाई की और उनको आज को बरकरार रखते हुए ज्यादा बेहतर साबित हो सकते हैं।
जब भी लगे कि आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे तब जरूर याद करें कि तमाम बाधाओ के बावजूद आप कितना आगे आ गए हैं। उस समय को भी याद करें जब आपसे आपके अपनों ने भी किनारा कर लिया था, परन्तु आप उस समय रुके नहीं। संशय के उन क्षणों में भी आपने अपने भीतर की अच्छाई नहीं छोड़ी, अपनी प्रार्थनाओं को जारी रखा सफलता की रणनीतियां बनाते रहे। फिर ऐसा हुआ भी अवसर ने जीवन में नए अवसों ने दस्तक दी और नए रास्ते बने और वह लोग आपके जीवन का हिस्सा बने जो उम्र आपका साथ देंगे। उन महत्वपूर्ण क्षणों में अपने उस लक्ष्य को पाना, जिसके बारे में आप अभी तक अनजान थे।
आपने सीखा कि सुकून क्या होता है और उसके लिए मूल्यवान क्या होता है, अपने स्वयं को पहचाना और जाना कि भविष्य में आप खुद को कहां खड़ा हुआ देखते हैं।
चिंता करना छोडें तभी तो बढ़ेंगे आगे
स्वयं को हम सब खोज पाते हैं जब हम खुद को लेकर अधिक गंभीर होते हैं। जब जीवन में संकट हद से ज्यादा बढ़ जाता है तो हम सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि आखिर हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है। उस समय यह कसन का मूल कारण समझ आता है और हम साहस छोड़कर प्रयास करना शुरू कर देते हैं।
ऐसा ही प्रयास आज आप भी करेंगे और जीवन की खोई हुई कड़ियों को जोड़ने की तरकीब निकलेंगे। इसलिए जीवन की इस यात्रा में आगे आने वाली समस्याओं और कठिनाइयों के बारे में चिंतित होना छोड़ दें। आप जो कुछ पूरा अपने जीवन में देख चुके हैं या जो कुछ भूल चुके हैं उसे याद रखना अब छोड़ दें।
इस बात को लेकर परेशान होने का कोई अर्थ नहीं है कि आगे और क्या बुरा हो सकता है। डर बेशक लगता है, लेकिन हर समस्या के समाधान के लिए कोई ना कोई रास्ता भी जरूर होता है। चाहे आप स्वयं को इस योग्य समझे या नही, लेकिन सच यही है कि आपने बहुत हिम्मत दिखाई है और आप पूरी तरह प्रेम के पात्र हैं। हो सकता है कि इस समय हर कोई कुछ ना कुछ सोच रहा हो पर विश्वास रखें कि एक बेहतर रास्ता अवश्य निकलेगा।
अतीत के उन कठिन हालातो को याद करें जिनका पूरी बहादुरी के साथ अपने सामना करते हुए यहां तक पहुंच पाए हैं, बस इसके लिए आपको अपना हौसला बनाए रखना है। आपको हारने की जरूरत नहीं है बस एक-एक कदम, एक-एक क्षण और एक-एक दिन बिताते हुए आप उम्मीदों के ओर नजदीक पहुंचते जाएंगे और आप अपनी पूरी शक्ति के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।
आपको याद रखना है कि इन परिस्थितियों का साहस से सामना करना है, चिंता को कम करते हुए परिश्रम और कड़ी मेहनत करनी है तो निश्चित रूप से आप अपनी शक्ति के माध्यम से अपने मुकाम को जरूर प्राप्त कर लेंगे।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।