12वीं कक्षा पास करने के बाद करियर के लिए कई विकल्प है मौजूद Publish Date : 10/02/2024
12वीं कक्षा पास करने के बाद करियर के लिए कई विकल्प है मौजूद
डॉ0 आर. एस
इस वर्ष आप 12वीं के एग्जाम देने की तैयारी कर रहे हैं और जल्दी ही उसमें पास भी हो जाएंगे। इसके बाद अक्सर आपके मन में यह सवाल आता होगा या फिर आपके घरवाले या रिश्तेदार आपसे जरूर पूछते होंगे कि 12वीं के बाद आप क्या करना चाहते हैं, किस फील्ड में जाना चाहते हैं, कौन सा करियर चुना चाहते हैं आदि प्रश्न आपके सामने भी आते होंगे। अधिकांश छात्र 12वीं से पहले ही अपने कैरियर का चयन कर लेते हैं।
लेकिन कुछ छात्र अंतिम समय तक यह तय नहीं कर पाते हैं कि उन्हें भविष्य में क्या करना है या कौन सा क्षेत्र उनके लिए सही रहेगा। इस प्रश्न को लेकर वह हमेशा कन्फ्यूज्ड रहते हैं और कुछ तय नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कैसे करें सही करियर का चयन इस बात को बताने के लिए आप अपने मैटर, घर वालों तथा सीनियर से बात करके अपने सही मोकों की तलाश कर सकते हैं।
12वीं के बाद करें ऑफ वीट कोर्स
12वीं के बाद अक्सर छात्र दो ही कोर्स इंजीनियरिंग और मेडिकल को कैरियर व्हीकल के रूप में देखते हैं। लेकिन अब नित्य नए उभरते विकल्पों की वजह से उनके सामने कई कोर्स मौजूद है, पुरानी अवधारणा को तोड़ते हुए छात्र अपनी प्रतिभा के अनुरूप इन नए कोर्स का चयन कर उसमें सफलता हासिल कर रहे हैं। इनके बारे में भी सोचना चाहिए और यदि रुचि है तो आगे बढ़ना चाहिए-
पैरामेडिकल फील्ड
कक्षा 12 पास करने के बाद यह क्षेत्र एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। कई छात्र सिर्फ मेडिकल फील्ड को ही कैरियर बनाने से जोड़कर देखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है अब आप मेडिकल फील्ड के अलावा पैरामेडिकल कोर्स करके भी हेल्थ केयर सेक्टर में जा सकते हैं। पैरामेडिकल साइंस में मुख्य रूप से फिजियोथैरेपी, फार्मेसी, रेडियोग्राफी, मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी, नर्सिंग, स्पीच थेरेपी, एक्वा, नेशनल थेरेपी, डेंटल हाइजीन, डेंटल मैकेनिक्स और ऑप्टोमेट्री जैसे कई क्षेत्र शामिल है।
इस फील्ड में कदम रखने के लिए 10वीं और 12वीं पास स्टूडेंट के लिए फुल टाइम और पार्ट टाइम सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज उपलब्ध है। इन कोर्सों को करने बाद आप इस फील्ड में एन्ट्री कर सकते हैं।
प्रोफेशनल कोर्स को भी चुन सकते हैं
आप आईटी और मैनेजमेंट से जुड़े कोर्स कर सकते हैं। इनमें बैचलर आफ बिजनेस मैनेजमेंट, बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, प्रमोशन और सेल्स मैनेजमेंट, ट्रैवल एंड टूरिज्म, फैशन डिजाइनिंग, इवेंट मैनेजमेंट और पब्लिक रिलेशन जैसे कई प्रोफेशनल कोर्स उपलब्ध है, जो खूब डिमांड में है। इनमें रोजगार के ढेरों संभावनाएं मौजूद हैं और इनको करने के बाद आप आसानी से रोजगार भी प्राप्त कर सकते हैं।
वेडिंग प्लानर
वर्तमान समय में एक बड़ी संख्या में युवा वेडिंग प्लानर के तौर पर अपने करियर का चुनाव कर रहे हैं, क्योंकि वेडिंग प्लानिंग में उन्हें अपनी क्रिएटिविटी को पेश करने का सुनहरा जो अवसर मिल रहा है। आजकल के युवा ऐसा करियर विकल्प चुन रहे है जिसमें कम करने का अपना एक अलग ही मजा हो और यहां मेहनत हो तो साथ में पैसा भी भरपूर हो।
अपने करियर में बैंकिंग और फाइनेंस के बारे में भी सोच सकते हैं
आप 12वीं के बाद इस क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं तो 3 वर्ष का एडवांस डिप्लोमा कर सकते हैं। हालांकि कई बैंकों में अब क्लर्क के लिए भी स्नातक डिग्री आवश्यक योग्यता के रूप में मांगी जाती है, तो स्नातक कर चुके छात्र भी इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। यहां पर भी सैलरी का अच्छा पैकेज प्राप्त हो जाता है।
वेटरनरी के क्षेत्र में भी जा सकते हैं
आप 12वीं के बाद इस क्षेत्र में बीवीएमसी के लिए स्नातक में प्रवेश ले सकते हैं। इस क्षेत्र में भी रोजगार की अच्छी संभावनाएं हैं और शत प्रतिशत लोगों को रोजगार मिल जाता है। हमारे देश में इसकी डिमांड धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है।
कृषि के क्षेत्र में भी कर सकते हैं स्नातक
भारत की अर्थव्यवस्था कृषि पर टिकी हुई है। पहले इस क्षेत्र में बहुत कम लोग स्नातक की डिग्री लेने आते थे, लेकिन विगत कुछ वर्षों से देखा जा रहा है कि कृषि क्षेत्र में स्नातक के लिए काफी छात्र और छात्राएं आकर्षित हो रहे हैं और वह इस क्षेत्र में अच्छा करके अच्छे पैकेज पर नौकरी भी पा रहे हैं। इस प्रकार से तो यह क्षेत्र भी छात्रों के लिए खुला हुआ है कि वह इस क्षेत्र में भी आने की सोच के साथ और आगे बढ़े।.
रूरल डेवलपमेंट के क्षेत्र में भी है रोजगार की संभावनाएं
रूरल डेवलपमेंट का तात्पर्य ग्रामीण क्षेत्र के समग्र विकास से होता है। इसके अंतर्गत शिक्षा, स्वास्थ्य उद्योग और कम्युनिटी सर्विसेज जैसे तमाम पहलू शामिल होते हैं। इस क्षेत्र में जाने के लिए आपको लगभग 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है। इसके बाद आप सोशल वर्क में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएट एवं कुछ अन्य महत्वपूर्ण मैनेजमेंट एवं स्पेशलाइजेशन कोर्स भी कर सकते हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप सोशल वर्क में पीएचडी भी कर सकते हैं।
इसके बाद आप रूरल डेवलपमेंट ऑफिसर, सेल्स ऑफिसर, कई सरकारी और प्राइवेट फील्ड में मैनेजर एनालिस्ट या रिसर्चर आदि पदों पर कार्य भी कर सकते हैं। इसके अलावा को-ऑपरेटिव सेक्टर फूड एंड एग्रीकल्चर मार्केटिंग आदि कंपनियों में नौकरी तलाश कर सकते हैं। या फिर आप अपना खुद का गो या डेवलपमेंट से जुड़ा स्टार्टअप भी शुरू कर सकते हैं।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।